सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के भविष्य को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई नौ अक्टूबर तक के लिए टाल दी। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार के वकील ने दलील दी कि अभी इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई सिफारिश पर कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने कोर्ट से कहा कि वह अभी इस बारे में कोई समय सीमा नहीं दे सकते हैं कि राष्ट्रपति की तरफ से जवाब आने में कितना समय और लगेगा, लिहाजा उन्हें एक माह की मोहलत दी जाए।कोर्ट ने उनकी दलील को मानते हुए सुनवाई को टाल दिया। अब इस मामले में दस अक्टूबर को सुनवाई होगी। आम आदमी पार्टी की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील फली नरीमन ने इस संबंध में कोर्ट से जल्द फैसला करने का आग्रह किया था।
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आप द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन पर भी फिलहाल विचार करने से मना कर दिया है। कोर्ट ने आप द्वारा दिए जा रहे एक हलफनामे को स्वीकार करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि फिलहाल वह दिल्ली में सरकार के गठन को लेकर ही अपना ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। ऐसे में वह इस हलफनामे को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। आप ने इस हलफनामे में स्टिंग ऑपरेशन के बाबत जानकारी थी। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह भी साफ कर दिया है कि वह आगे भी इस स्टिंग पर सुनवाई शायद ही करेगी।
आज कोर्ट की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वह कोर्ट के समक्ष कई बातों को रखेंगे। उन्होंने आज स्टिंग का वीडियो कोर्ट में सौंपने की भी बात कही थी। हालांकि कोर्ट द्वारा सुनवाई टाले जाने के बाद दिल्ली में सरकार को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है।
Source: News in Hindi and Newspaper
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