बहुचर्चित निठारी कांड के अभियुक्त सुरेंद्र कोली को फांसी दिए जाने संबंधी जेल प्रशासन की तैयारियों के बीच सोमवार तड़के आए एक फैक्स ने पूरे घटनाक्रम को बदल कर रख दिया। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार सुप्रीम कोर्ट की ओर से भेजे गए एक फैक्स में कोली की फांसी को फिलहाल एक सप्ताह तक रोकने का आदेश आया।
यह सूचना पहले गाजियाबाद पहुंची जिसके बाद मेरठ जिला के पुलिस व प्रशासन को सूचित किया गया। पौने चार बजे सुबह की पुलिस की टीम एसएसपी आवास से फैक्स की प्रति लेकर जेल पहुंची और जेलर को सूचित किया। साढ़े चार बजे जेलर आरके वर्मा ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक जेल अधीक्षक एसएचएम रिजवी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। फैक्स के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें फैक्स मिला और जेल प्रशासन उसकी स्टडी कर रहा है। फैक्स में क्या है, इसके बारे में उन्होंने कुछ बताने से इन्कार कर दिया। उधर, आधी रात बीतते ही मीडिया के बढ़ते जमावड़े को देख जेल प्रशासन ने रस्सा डालकर मीडिया की आवाजाही का जेल के निकट प्रतिबंधित कर दिया।
रात लगभग 12.30 बजे अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती कर दी गई। सूत्रों की मानें तो रविवार की सुबह एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने जेल पहुंचकर कोली से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन जेल प्रशासन के मना करने पर नोकझोंक के बाद उन्हें लौटना पड़ा। हालांकि इस घटना से जेल प्रशासन ने इन्कार किया है।
चीफ जस्टिस आज करेंगे सुनवाई!
कोली को फांसी की चर्चाओं के बीच रविवार रात को एक नई जानकारी सामने आई। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कोली को फांसी दिए जाने के खिलाफ उसके वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाल दी है, जिस पर सोमवार को चीफ जस्टिस को सुनवाई करनी है। इसलिए माना जा रहा है कि फांसी की तिथि एक दो दिन आगे पीछे भी हो सकती है?
तैयारियां थीं जोरदार
कोली को फांसी देने के मामले में जेल प्रशासन की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि उसको किसी भी क्षण फांसी दी जा सकती है। पूरे मामले को गोपनीय रखने के कारण लगातार इस मामले की तारीख आगे-पीछे की जा रही है। आठ से 12 सितंबर के बीच किसी भी दिन सुरेन्द्र कोली को तड़के फांसी पर लटकाने की योजना तैयार थी। कल रविवार को जेल प्रशासन ने ऐसे फांसी का खाका तैयार किया। पवन जल्लाद ने भी फांसी घर पर बने लीवर पर प्रैक्टिस के बाद ग्रीस, तेल आदि लगाया था। कोली की इच्छाएं एक-एक कर पूरी की जा रही है। वह कई दिनों से बाहर घूमने की मांग कर रहा था। कल कुछ देर के लिए उसे खुले में घुमाया गया और मांग के मुताबिक हनुमानाष्टक भी सौंपा गया। कोली का वजन 48 किलो बताया गया है। आधी रात बीतते ही मीडिया के जेल के निकट बढ़ते जमावड़े को देख जेल प्रशासन ने रस्सा डालकर मीडिया की आवाजाही का जेल के निकट प्रतिबंधित कर दिया। रात में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती कर दी गई।
यह सूचना पहले गाजियाबाद पहुंची जिसके बाद मेरठ जिला के पुलिस व प्रशासन को सूचित किया गया। पौने चार बजे सुबह की पुलिस की टीम एसएसपी आवास से फैक्स की प्रति लेकर जेल पहुंची और जेलर को सूचित किया। साढ़े चार बजे जेलर आरके वर्मा ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक जेल अधीक्षक एसएचएम रिजवी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। फैक्स के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें फैक्स मिला और जेल प्रशासन उसकी स्टडी कर रहा है। फैक्स में क्या है, इसके बारे में उन्होंने कुछ बताने से इन्कार कर दिया। उधर, आधी रात बीतते ही मीडिया के बढ़ते जमावड़े को देख जेल प्रशासन ने रस्सा डालकर मीडिया की आवाजाही का जेल के निकट प्रतिबंधित कर दिया।
रात लगभग 12.30 बजे अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती कर दी गई। सूत्रों की मानें तो रविवार की सुबह एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने जेल पहुंचकर कोली से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन जेल प्रशासन के मना करने पर नोकझोंक के बाद उन्हें लौटना पड़ा। हालांकि इस घटना से जेल प्रशासन ने इन्कार किया है।
चीफ जस्टिस आज करेंगे सुनवाई!
कोली को फांसी की चर्चाओं के बीच रविवार रात को एक नई जानकारी सामने आई। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कोली को फांसी दिए जाने के खिलाफ उसके वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाल दी है, जिस पर सोमवार को चीफ जस्टिस को सुनवाई करनी है। इसलिए माना जा रहा है कि फांसी की तिथि एक दो दिन आगे पीछे भी हो सकती है?
तैयारियां थीं जोरदार
कोली को फांसी देने के मामले में जेल प्रशासन की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि उसको किसी भी क्षण फांसी दी जा सकती है। पूरे मामले को गोपनीय रखने के कारण लगातार इस मामले की तारीख आगे-पीछे की जा रही है। आठ से 12 सितंबर के बीच किसी भी दिन सुरेन्द्र कोली को तड़के फांसी पर लटकाने की योजना तैयार थी। कल रविवार को जेल प्रशासन ने ऐसे फांसी का खाका तैयार किया। पवन जल्लाद ने भी फांसी घर पर बने लीवर पर प्रैक्टिस के बाद ग्रीस, तेल आदि लगाया था। कोली की इच्छाएं एक-एक कर पूरी की जा रही है। वह कई दिनों से बाहर घूमने की मांग कर रहा था। कल कुछ देर के लिए उसे खुले में घुमाया गया और मांग के मुताबिक हनुमानाष्टक भी सौंपा गया। कोली का वजन 48 किलो बताया गया है। आधी रात बीतते ही मीडिया के जेल के निकट बढ़ते जमावड़े को देख जेल प्रशासन ने रस्सा डालकर मीडिया की आवाजाही का जेल के निकट प्रतिबंधित कर दिया। रात में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती कर दी गई।
Source: News in Hindi and Newspaper

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