मंगलवार रात बारिश के साथ हुए भारी भूस्खलन से नैनीताल में आबादी को खतरा हो गया है। बलियानाला क्षेत्र में भूस्खलन की वजह से 14 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया। 25 परिवारों को वहां से हटने को नोटिस दिए गए हैं। उधर, पिथौरागढ़ में मलबा आने से टनकपुर-तवाघाट व थल-मुनस्यारी मार्ग सात-सात घंटे तक बंद रहे।नैनीताल में हरिनगर रहीस होटल क्षेत्र भूस्खलन की दृष्टि से डेंजर जोन घोषित है। बलियानाला की वजह से वहां हर बरसात में अक्सर भूस्खलन होता है। इस क्षेत्र में खतरे की जद में रहने वाले 36 परिवारों को पहले ही वहां से हटाया जा चुका है। 60 परिवार अभी भी इस क्षेत्र में रह रहे हैं। मंगलवार की रात बारिश के साथ भारी भूस्खलन हुआ। जिससे निचले हिस्से में बसे 14 परिवारों को जीआइसी व प्राइमरी स्कूल में शिफ्ट किया गया। 25 और परिवारों को वहां से तत्काल हटने को कहा गया है। मालूम हो कि बरसात के दिनों में भूस्खलन व उफान के चलते बलियानाला खासी तबाही मचाता है। बुधवार की सुबह से प्रशासन के निर्देशन में टीम लोगों को अलर्ट करने में जुटी रही।
उधर, सीमांत पिथौरागढ़ जिले में मलबा आने से टनकपुर-तवाघाट हाईवे और थल-मुनस्यारी मार्ग सात-सात घंटे तक बाधित रहे।
Source: News in Hindi and Newspaper
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