म्याना थाना क्षेत्र के ग्राम जमरा में एक पति ने अपने दोस्त और परिजनों के साथ मिलकर अपनी पत्नी के गुप्तांग पर तेजाब डाल दिया। इसके बाद मिट्टी का तेल पिलाने की भी कोशिश की। महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला के पिता ने बुधवार को एसपी से इस मामले की शिकायत की है। पिता का आरोप है कि म्याना पुलिस द्वारा मामले में मारपीट की साधारण धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
पीड़िता के पिता ने बताया कि वह बूढ़े बालाजी मर्दन सिंह की बाड़ी टेकरी रोड पर निवास करता है। अपनी पुत्री का विवाह करीब आठ वर्ष पूर्व जमरा के कल्याण अहिरवार से किया था। शादी के बाद से ही कल्याण और उसके परिजन दहेज आदि को लेकर मारपीट करने लगे। शिकायत पर पुलिस ने वर्ष 2010 में दहेज एक्ट का मामला भी दर्ज किया था। इसके बाद समझौता हो गया। बावजूद इसके उसकी पुत्री को ससुरालजन प्रताड़ित करते रहे। घटना वाले दिन पति कल्याण, ससुर गोपी, सास शारदा, जेठ बलराम, जेठानी ममता, ननद कबूलाबाई और कल्याण के दोस्त विजय, राकेश और लकी ने मारपीट के बाद 28 अगस्त को ट्रैक्टर की बैट्री से तेजाब निकालकर मेरी पुत्री के गुप्तांग और पेट पर फेंका इसके बाद मिट्टी का तेल भी पिलाया और मेरी पुत्री को मरा समझकर मुझे बताया कि मेरी पुत्री ने आत्महत्या कर ली है। 29 अगस्त को मेरे द्वारा म्याना पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, तो पुलिस ने मेरी पुत्री को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और गंभीर मामला होने के बावजूद मारपीट की साधारण धाराओं में प्रकरण दर्ज किया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि वह बूढ़े बालाजी मर्दन सिंह की बाड़ी टेकरी रोड पर निवास करता है। अपनी पुत्री का विवाह करीब आठ वर्ष पूर्व जमरा के कल्याण अहिरवार से किया था। शादी के बाद से ही कल्याण और उसके परिजन दहेज आदि को लेकर मारपीट करने लगे। शिकायत पर पुलिस ने वर्ष 2010 में दहेज एक्ट का मामला भी दर्ज किया था। इसके बाद समझौता हो गया। बावजूद इसके उसकी पुत्री को ससुरालजन प्रताड़ित करते रहे। घटना वाले दिन पति कल्याण, ससुर गोपी, सास शारदा, जेठ बलराम, जेठानी ममता, ननद कबूलाबाई और कल्याण के दोस्त विजय, राकेश और लकी ने मारपीट के बाद 28 अगस्त को ट्रैक्टर की बैट्री से तेजाब निकालकर मेरी पुत्री के गुप्तांग और पेट पर फेंका इसके बाद मिट्टी का तेल भी पिलाया और मेरी पुत्री को मरा समझकर मुझे बताया कि मेरी पुत्री ने आत्महत्या कर ली है। 29 अगस्त को मेरे द्वारा म्याना पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, तो पुलिस ने मेरी पुत्री को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और गंभीर मामला होने के बावजूद मारपीट की साधारण धाराओं में प्रकरण दर्ज किया।
Source: News in Hindi and Newspaper
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