शोधकर्ताओं ने आकार बदलने वाला, चार पैरों पर चलने वाला ऐसा रोबोट विकसित किया है, जो बिना किसी बाधा के बर्फीले तूफान और कीचड़ भरे पानी में चल सकेगा। यही नहीं, यह एक सीमा तक आग झेलने में भी सक्षम होगा।
इस रोबोट को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रसायन और रासायनिक जीव विज्ञान, कार्नेल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले शोधकर्ताओं की टीम ने मिलजुलकर तैयार किया है।
एक शोधकर्ता के मुताबिक हमने कई ऐसे तत्वों से इस रोबोट का यांत्रिक डिजाइन तैयार किया है, जो किसी ठोस संरचना से बंधा नहीं होगा। यह रोबोट आठ किलो तक का वजन उठा सकेगा। इसमें लगे एक हल्के उपकरण के चलते यह कई घंटों तक काम कर सकेगा। इसे किसी यंत्र या जंजीर से बांधने की जरूरत नहीं पड़ेगी और यह प्रयोगशाला के बाहर के वातावरण में काम करने का भी अभ्यस्त होगा। इस रोबोट के बारे में सॉफ्ट रोबोटिक्स जर्नल में विस्तार से प्रकाशित किया गया है।
इस रोबोट को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रसायन और रासायनिक जीव विज्ञान, कार्नेल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले शोधकर्ताओं की टीम ने मिलजुलकर तैयार किया है।
एक शोधकर्ता के मुताबिक हमने कई ऐसे तत्वों से इस रोबोट का यांत्रिक डिजाइन तैयार किया है, जो किसी ठोस संरचना से बंधा नहीं होगा। यह रोबोट आठ किलो तक का वजन उठा सकेगा। इसमें लगे एक हल्के उपकरण के चलते यह कई घंटों तक काम कर सकेगा। इसे किसी यंत्र या जंजीर से बांधने की जरूरत नहीं पड़ेगी और यह प्रयोगशाला के बाहर के वातावरण में काम करने का भी अभ्यस्त होगा। इस रोबोट के बारे में सॉफ्ट रोबोटिक्स जर्नल में विस्तार से प्रकाशित किया गया है।
Source: News in Hindi and Newspaper
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