राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में बुधवार को भारी बारिश रिकार्ड की गई। बारिश ने सर्वाधिक कहर जम्मू-कश्मीर में बरपाया जहां बीएसएफ के अधिकारी समेत नौ की मौत हो गई। राजस्थान में बारिश के कारण एक मकान के ढहने से एक बच्ची समेत दो लोगों की दब कर मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए।
जम्मू-कश्मीर में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से चार बच्चों और सीमा सुरक्षा बल के एक इंस्पेक्टर सहित नौ लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोगों के बहने की आशंका है। लापता लोगों की तलाश में पुलिस और सेना ने अभियान चला रखा है। दूरदराज के इलाके होने के कारण मरने वाले और घायलों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां अभी राहत नहीं पहुंची है। सबसे ज्यादा नुकसान पुंछ जिले में हुआ है। यहां की सड़कें और कई पुल पानी में बह गए हैं। जिले का संपर्क भी कई इलाकों से कट गया है। यहां स्थित सैन्य शिविरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से भारी तबाही हुई है। साब्जियां सेक्टर में बंकर गिरने से बीएसएफ के इंस्पेक्टर की मौत हो गई और दस जवान घायल हो गए हैं। जिले के बेहरामगला में पुलिस चौकी भी पानी के तेज बहाव में बह गई है।
उधर, मूसलाधार बारिश से श्रीनगर-लेह हाईवे बंद हो गया है तथा कश्मीर को देश से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग सुबह साढ़े छह घंटे बंद रहा। श्रीनगर के नदी-नाले भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं। प्रशासन ने पुंछ और श्रीनगर में एलर्ट जारी कर दिया है। जम्मू में भी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी तीन दिन और मौसम खराब रहेगा। रियासी जिला के माहौर ब्लॉक के काला झाड़ इलाके में एक कच्चे मकान पर पेड़ टूट कर गिरने से महिला समेत उसके चार बच्चों की मौत हो गई।
डीसी रियासी शब्बीर अहमद भंट्ट ने बताया कि खराब मौसम के कारण घटना स्थल पर हेलीकॉप्टर से बचाव दल को नहीं भेजा जा सका। पुंछ जिले को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाले शेर-ए-कश्मीर पुल का एक हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया है। साब्जियां सेक्टर में ही 40 राष्ट्रीय राइफल का जवान बलवीर सिंह पानी के तेज बहाव में बह गया है। इसके साथ बेहराम गला के रहने वाले एक, मंडी के एक, साब्जियां की एक महिला के साथ-साथ कई लोगों के बहने की अपुष्ट खबर है। अभी भी कई इलाकों में लोग नदी नालों में फंसे हुए हैं। मेंढर में सेना व पुलिस के जवानों ने डेढ़ सौ से अधिक स्कूली बच्चों को पानी से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सुरनकोट में भी एक महिला की बहने की खबर है। 400 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह हाईवे पर केपटिन मोड़, रंगा मोड, जोजिला तथा इंडिया गेट के निकट भूस्खलन से बुधवार सुबह 10 बजे राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। मूसलधार बारिश से श्रीनगर का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। झेलम समेत स्थानीय नदी नालों में बाढ़ आ गई है। शोपियां के जिला उपायुक्त ने बताया कि कई अन्य जगहों पर भी पुलिस व सेना ने अभियान चलाकर लोगों को बचाया। उधर, बड़गाम जिले के अबोरा इलाके में दो ग्रामीण स्थानीय नाले को पार करते हुए पुल से फिसलकर नीचे गिर गए। दोनों नाले में आई बाढ़ में डूब गए।
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने बुधवार को खुशगवार मौसम का आनंद लिया। यहां दिन भर आकाश में काले और घने बादल छाए रहे और रुक-रुक कर दिन भर हल्की बारिश होती रही। यहां पिछले चौबीस घंटों के दौरान 2.2 मिमी. वर्षा रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री कम 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के फिर सक्रिय होने से राज्यभर में बारिश का सिलसिला जारी है। यह सिलसिला आगामी 24 घंटे में भी जारी रहेगा। इस संबंध में मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की है। प्रदेश में कुल 455.3 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।
जम्मू-कश्मीर में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से चार बच्चों और सीमा सुरक्षा बल के एक इंस्पेक्टर सहित नौ लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोगों के बहने की आशंका है। लापता लोगों की तलाश में पुलिस और सेना ने अभियान चला रखा है। दूरदराज के इलाके होने के कारण मरने वाले और घायलों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां अभी राहत नहीं पहुंची है। सबसे ज्यादा नुकसान पुंछ जिले में हुआ है। यहां की सड़कें और कई पुल पानी में बह गए हैं। जिले का संपर्क भी कई इलाकों से कट गया है। यहां स्थित सैन्य शिविरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से भारी तबाही हुई है। साब्जियां सेक्टर में बंकर गिरने से बीएसएफ के इंस्पेक्टर की मौत हो गई और दस जवान घायल हो गए हैं। जिले के बेहरामगला में पुलिस चौकी भी पानी के तेज बहाव में बह गई है।
उधर, मूसलाधार बारिश से श्रीनगर-लेह हाईवे बंद हो गया है तथा कश्मीर को देश से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग सुबह साढ़े छह घंटे बंद रहा। श्रीनगर के नदी-नाले भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं। प्रशासन ने पुंछ और श्रीनगर में एलर्ट जारी कर दिया है। जम्मू में भी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी तीन दिन और मौसम खराब रहेगा। रियासी जिला के माहौर ब्लॉक के काला झाड़ इलाके में एक कच्चे मकान पर पेड़ टूट कर गिरने से महिला समेत उसके चार बच्चों की मौत हो गई।
डीसी रियासी शब्बीर अहमद भंट्ट ने बताया कि खराब मौसम के कारण घटना स्थल पर हेलीकॉप्टर से बचाव दल को नहीं भेजा जा सका। पुंछ जिले को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाले शेर-ए-कश्मीर पुल का एक हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया है। साब्जियां सेक्टर में ही 40 राष्ट्रीय राइफल का जवान बलवीर सिंह पानी के तेज बहाव में बह गया है। इसके साथ बेहराम गला के रहने वाले एक, मंडी के एक, साब्जियां की एक महिला के साथ-साथ कई लोगों के बहने की अपुष्ट खबर है। अभी भी कई इलाकों में लोग नदी नालों में फंसे हुए हैं। मेंढर में सेना व पुलिस के जवानों ने डेढ़ सौ से अधिक स्कूली बच्चों को पानी से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सुरनकोट में भी एक महिला की बहने की खबर है। 400 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह हाईवे पर केपटिन मोड़, रंगा मोड, जोजिला तथा इंडिया गेट के निकट भूस्खलन से बुधवार सुबह 10 बजे राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। मूसलधार बारिश से श्रीनगर का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। झेलम समेत स्थानीय नदी नालों में बाढ़ आ गई है। शोपियां के जिला उपायुक्त ने बताया कि कई अन्य जगहों पर भी पुलिस व सेना ने अभियान चलाकर लोगों को बचाया। उधर, बड़गाम जिले के अबोरा इलाके में दो ग्रामीण स्थानीय नाले को पार करते हुए पुल से फिसलकर नीचे गिर गए। दोनों नाले में आई बाढ़ में डूब गए।
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने बुधवार को खुशगवार मौसम का आनंद लिया। यहां दिन भर आकाश में काले और घने बादल छाए रहे और रुक-रुक कर दिन भर हल्की बारिश होती रही। यहां पिछले चौबीस घंटों के दौरान 2.2 मिमी. वर्षा रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री कम 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के फिर सक्रिय होने से राज्यभर में बारिश का सिलसिला जारी है। यह सिलसिला आगामी 24 घंटे में भी जारी रहेगा। इस संबंध में मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की है। प्रदेश में कुल 455.3 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।
Source: News in Hindi and Newspaper
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