Saturday, 6 September 2014

India gets urenium from Australia

भारत के आर्थिक विकास दर की रफ्तार बढ़ाने और ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की कवायद में अस्ट्रेलिया से यूरेनियम हासिल करने का रास्ता बन गया है। भारत आए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट और मेजबान पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दोनों मुल्कों के बीच नाभिकीय ईंधन कारोबार के करार पर दस्तखत हो गए। साथ ही दोनों देशों ने रक्षा व सैन्य सहयोग के अलावा व्यापार, शिक्षा, ढांचागत विकास समेत कई मोर्चो पर साझेदारी का दायरा बढ़ाने का एलान किया।

भारत में नरेंद्र मोदी सरकार के पहले राजकीय अतिथि के तौर पर आए प्रधानमंत्री एबॉट के दौरे में बीते पांच सालों से नाभिकीय ईंधन आपूर्ति के लिए चल रही समझौते की कवायद पूरी हो गई। विश्व में सबसे बड़े यूरेनियम भंडार वाले मुल्कों में से आस्ट्रेलिया के साथ हुए नाभिकीय ईंधन करार को प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच सहयोग का नया अध्याय बताया। एबॉट ने नाभिकीय क्षेत्र में बेदाग भारतीय रिकार्ड की तारीफ करते हुए कहा कि विश्व बिरादरी में भारत एक आदर्श नागरिक है। भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए ऑस्ट्रेलिया को एक भरोसेमंद साझेदार के तौर पर देख सकता है। भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए ऑस्ट्रेलिया यूरेनियम, कोयला, एलएनजी गैस के अलावा लोहा, तांबा, जस्ता समेत अन्य धातुएं भी मुहैया कराएगा।

रक्षा और सैन्य सहयोग

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन की नई इबारत लिखते हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सैन्य साझेदारी भी बढ़ाने का एलान किया। अगले साल दोनों देशों के बीच पहला द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास होगा। साथ ही दोनों पक्षों ने साइबर सुरक्षा, आतंकवाद निरोधक कार्रवाई तथा समुद्री डकैती जैसे मुद्दों पर भी आपसी संवाद और सहयोग बढ़ाने का एलान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया को भारतीय लुक ईस्ट नीति का नया खंबा बताया। वहीं प्रधानमंत्री एबॉट ने भारत को विश्व की नई उभरती शक्ति करार दिया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी साझेदारी बढ़ाने की घोषणा की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी नवंबर में जी-20 बैठक में शिरकत के बाद ऑस्ट्रेलिया का द्विपक्षीय दौरा भी करेंगे। यह 1986 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।

गंगा सफाई और जल प्रबंधन

ऑस्ट्रेलिया नदी बेसिन प्रबंधन पर अपने अनुभव भारत के साथ साझा करने पर सहमत हो गया है। वह गंगा के सफाई अभियान में भी तकनीकी सहयोग देगा। दोनों देश जल प्रबंधन संबंधी मुद्दों पर एक संयुक्त कार्यदल भी बनाएंगे। एबॉट के दौरे में दोनों मुल्कों के बीच कुल चार समझौतों पर दस्तखत किए गए। इसमें खेल प्रबंधन व दक्षता विकास संबंधी समझौते भी शामिल हैं।

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