जापान के उद्योगपतियों के साथ बैठक में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि व्यापार के लिए भारत से बढ़कर अनुकूल जगह कहीं और नहीं है। उन्होंने इस मंच से उद्योगपतियों को डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डिमांड का मूल मंत्र भी दिया। उन्होंने एलान किया कि भारत की नई सरकार ने उद्योगपतियों के लिए परेशानी खड़ी करने वाली पुरानी रेड टेप व्यवस्था को खत्म कर रेड कार्पेट बिछा दिया है, जिसका लाभ उद्योगपतियों को जरूर होगा। मोदी ने कहा कि भारत के पचास शहर अब मेट्रो की कतार में हैं।
प्रधानमंत्री ने जापान के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापार के लिए भारत की भौगोलिक स्थिति मुफीद है। वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए भारत में क्षमता है। 2007 से 2012 के बीच हमने जापान के दौरे से बहुत कुछ सीखा। भारत की नीति लुक ईस्ट, जापान की लुक इंडिया है। हमने मेक इन इंडिया का नारा दिया है। भारत-जापान एक दूसरे के बिना अंधूरे हैं। भारत की पहचान सॉफ्टवेयर से है और जापान की हार्डवेयर से है। अब वक्त है कि यह दोनों ही एक हो जाएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान यात्रा के चौथे दिन मंगलवार की शुरुआत सैक्रेड हार्ट यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच की। छात्रों से चर्चा के बाद यहां पर उन्होंने ड्रम बजाकर अपनी एक ओर छवि भी दुनिया के सामने पेश की। सोमवार को भी उन्होंने एलिमेंट्री स्कूल में बच्चों के बीच बांसुरी बजाई थी। इस मौके पर उन्होंने जापान और भारत के बीच मजबूत रिश्ता बनाने पर भी चर्चा की। साथ ही उन्होंने जापान के छात्रों को भारत भ्रमण का न्यौता भी दिया।
उन्होंने कहा कि भारत एक अनूठा और बेहद प्राचीनतम देश है जहां धर्म है, संस्कृति है और भिन्नता है। पीएम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आप भारत में हर रोज एक नई डिश खाना चाहते हैं तो हमारे यहां यह संभव है। उन्हें यहां पर एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। मोदी ने कहा कि शिक्षा जब तक व्यर्थ है जब तक हम समाज में महिलाओं को कदम से कदम मिलाकर साथ चलने का मौका नहीं देते हैं।
परमाणु समझौते पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत के डीएनए में ही अहिंसा है, लिहाजा हम विश्व शांति के पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत भगवान बुद्ध की धरती है, जिन्होंने शांति के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाया। छात्रों से चर्चा के दौरान उन्होंने भारत के न्यूक्लियर प्रोग्राम में बिना कोई बदलाव किए विश्व में परमाणु अप्रसार संधि की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि विश्व में केवल जापान ने ही एटम बम की विनाशलीला देखी है। लिहाजा विश्व को इससे सबक लेते हुए इसका उपयोग लोगों की भलाई के लिए करना चाहिए।
आज मोदी जापान के सम्राट से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा एक बार फिर आज उनकी मुलाकात जापान के उद्योगपतियों से होगी। शाम को मोदी विवेकानंद सेंटर भी जाएंगे। दौरे के चौथे दिन मोदी जापान में रह रहे भारतीयों से भी रूबरू होंगे। कल मोदी और जापान के पीएम बीच हुई विभिन्न चरणों की मुलाकात में दोनों देशों के बीच करीब 35 अरब डालर की राशि के समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें बुलेट ट्रेन समेत कई अहम समझौते शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने जापान के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापार के लिए भारत की भौगोलिक स्थिति मुफीद है। वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए भारत में क्षमता है। 2007 से 2012 के बीच हमने जापान के दौरे से बहुत कुछ सीखा। भारत की नीति लुक ईस्ट, जापान की लुक इंडिया है। हमने मेक इन इंडिया का नारा दिया है। भारत-जापान एक दूसरे के बिना अंधूरे हैं। भारत की पहचान सॉफ्टवेयर से है और जापान की हार्डवेयर से है। अब वक्त है कि यह दोनों ही एक हो जाएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान यात्रा के चौथे दिन मंगलवार की शुरुआत सैक्रेड हार्ट यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच की। छात्रों से चर्चा के बाद यहां पर उन्होंने ड्रम बजाकर अपनी एक ओर छवि भी दुनिया के सामने पेश की। सोमवार को भी उन्होंने एलिमेंट्री स्कूल में बच्चों के बीच बांसुरी बजाई थी। इस मौके पर उन्होंने जापान और भारत के बीच मजबूत रिश्ता बनाने पर भी चर्चा की। साथ ही उन्होंने जापान के छात्रों को भारत भ्रमण का न्यौता भी दिया।
उन्होंने कहा कि भारत एक अनूठा और बेहद प्राचीनतम देश है जहां धर्म है, संस्कृति है और भिन्नता है। पीएम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आप भारत में हर रोज एक नई डिश खाना चाहते हैं तो हमारे यहां यह संभव है। उन्हें यहां पर एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। मोदी ने कहा कि शिक्षा जब तक व्यर्थ है जब तक हम समाज में महिलाओं को कदम से कदम मिलाकर साथ चलने का मौका नहीं देते हैं।
परमाणु समझौते पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत के डीएनए में ही अहिंसा है, लिहाजा हम विश्व शांति के पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत भगवान बुद्ध की धरती है, जिन्होंने शांति के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाया। छात्रों से चर्चा के दौरान उन्होंने भारत के न्यूक्लियर प्रोग्राम में बिना कोई बदलाव किए विश्व में परमाणु अप्रसार संधि की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि विश्व में केवल जापान ने ही एटम बम की विनाशलीला देखी है। लिहाजा विश्व को इससे सबक लेते हुए इसका उपयोग लोगों की भलाई के लिए करना चाहिए।
आज मोदी जापान के सम्राट से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा एक बार फिर आज उनकी मुलाकात जापान के उद्योगपतियों से होगी। शाम को मोदी विवेकानंद सेंटर भी जाएंगे। दौरे के चौथे दिन मोदी जापान में रह रहे भारतीयों से भी रूबरू होंगे। कल मोदी और जापान के पीएम बीच हुई विभिन्न चरणों की मुलाकात में दोनों देशों के बीच करीब 35 अरब डालर की राशि के समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें बुलेट ट्रेन समेत कई अहम समझौते शामिल हैं।
Source: News in Hindi and Newspaper
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