बाढ़ के कहर से बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिए आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। केंद्रीय गृहमंत्री बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वे करेंगे। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में बारिश और बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को राजौरी जिले की थन्नामंडी तहसील में मकान पर मलबा गिरने से 13 लोगों की मौत के साथ पूरे राज्य में 50 लोगों की जान चली गई। पिछले तीन दिन में जम्मू-कश्मीर में मरने वालों का आंकड़ा 120 के पार पहुंच गया है।
घायलों व बह चुके लोगों की अभी पक्की संख्या ही किसी के पास नहीं है। जम्मू और कश्मीर संभाग में 300 से अधिक गांव जलमग्न हो चुके हैं। शहर की सड़कें नदी में तबदील हैं और कई इलाकों से संपर्क पूरी तरह कट चुका है। अनगिनत कच्चे-पक्के मकान, स्कूल, सरकारी इमारतें व अन्य भवन ढह चुके हैं। बिजली-पानी सहित बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है। चिनाब, झेलम सहित लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
सेना ने जम्मू में ऑपरेशन 'मेघ राहत' और कश्मीर में 'मिशन सहायता' शुरू किया है। इसके अलावा पुलिस के साथ दिल्ली व पंजाब से पहुंची नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पूरे राच्य में विभिन्न अभियानों के तहत शुक्रवार को दो सौ पर्यटकों सहित 2000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार देर रात तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद शुक्रवार को भी दिनभर राहत अभियान का जायजा लिया और बाद रात को फिर डट गए।
वहीं राजौरी की नौशहरा तहसील में गत गुरुवार को बाढ़ में बही बारातियों की बस की तलाश कर 27 लोगों के शव बरामद कर लिए गए। इस हादसे में दूल्हे सहित 60 से अधिक बाराती बह गए थे।
घायलों व बह चुके लोगों की अभी पक्की संख्या ही किसी के पास नहीं है। जम्मू और कश्मीर संभाग में 300 से अधिक गांव जलमग्न हो चुके हैं। शहर की सड़कें नदी में तबदील हैं और कई इलाकों से संपर्क पूरी तरह कट चुका है। अनगिनत कच्चे-पक्के मकान, स्कूल, सरकारी इमारतें व अन्य भवन ढह चुके हैं। बिजली-पानी सहित बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है। चिनाब, झेलम सहित लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
सेना ने जम्मू में ऑपरेशन 'मेघ राहत' और कश्मीर में 'मिशन सहायता' शुरू किया है। इसके अलावा पुलिस के साथ दिल्ली व पंजाब से पहुंची नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पूरे राच्य में विभिन्न अभियानों के तहत शुक्रवार को दो सौ पर्यटकों सहित 2000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार देर रात तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद शुक्रवार को भी दिनभर राहत अभियान का जायजा लिया और बाद रात को फिर डट गए।
वहीं राजौरी की नौशहरा तहसील में गत गुरुवार को बाढ़ में बही बारातियों की बस की तलाश कर 27 लोगों के शव बरामद कर लिए गए। इस हादसे में दूल्हे सहित 60 से अधिक बाराती बह गए थे।
Source: News in Hindi and Newspaper
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