Monday, 24 February 2014

Amritanandamayi Math blaming the attack on Hindus

आरएसएस विचारक पी. परमेश्वरन ने झप्पी देने वाली अम्मा के रूप में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी के मठ के खिलाफ उनकी पूर्व शिष्या द्वारा लगाए गए आरोपों को हिंदुओं पर हमला करार दिया है। उनका कहना है कि मठ के प्रति लोगों में श्रद्धा भाव कम करने के लिए ऐसी बातें फैलाई जा रही हैं।

अमृतानंदमयी की शिष्या रहीं आस्ट्रेलियाई मूल की गेल गायत्री ट्रेडवेल ने अपनी किताब 'होली हेल-ए मेमॉयर ऑफ फेथ, डिवोशन एंड प्योर मैडनेस' में माता और उनके मठ को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।

इसी सिलसिले में भारतीय विचारकेंद्रम के निदेशक परमेश्वरन ने रविवार जारी बयान में कहा, मठ का चयन इसलिए किया गया क्योंकि अम्मा (अमृतानंदमयी) और मठ जाति, धर्म और क्षेत्र से उठकर अध्यात्मिकता और सेवा में रत हैं। केरल में मीडिया के एक तबके द्वारा मठ पर लगाए गए आरोपों के पीछे आध्यात्मिकता और सेवा के क्षेत्र में सक्त्रिय मठ के प्रति लोगों में श्रद्धा भाव को कम करना है। 1परमेश्वरन के मुताबिक, अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब झूठ का प्रचार कर धार्मिक भावना को आहत करना नहीं है। ट्रेडवेल ने अपने संस्मरण में दावा किया है कि वह कई ऐसे राज जानती हैं, जिनके उजागर होने पर सनसनी फैल जाएगी। माता अमृतानंदमयी ने संस्मरण में लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

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