दबंगों के जमीन कब्जा करने के बाद जिला तथा पुलिस से कोई मदद न मिलने से आहत होकर अलीगढ़ के एक युवक ने आज लखनऊ में सीएम से सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर आत्मदाह करने का प्रयास किया। पुलिस ने उसको दबोच कर उसके प्रयास को नाकाम कर दिया।
सीएम अखिलेश यादव को आज बहराइच तथा बलरामपुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के दौरे पर जाना था। उनके रवाना होने के बाद ही अलीगढ़ का कपिल मित्तल हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर सुरक्षा बैरियर से आगे भागा। वह चिल्ला रहा था कि मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। इसपर मुस्तैद सुरक्षा कर्मियों ने उसको पकड़कर पेट्रोल की बोतल को फेंक दिया। कपिल मित्तल ने बताया कि दबंगों ने अलीगढ़ में उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। तमाम शिकायतों के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई, उलट उसके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल कपिल मित्तल को पुलिस सुरक्षा में बैरियर के पास ही रखा गया है।
कपिल मित्तल अलीगढ़ कचहरी में स्टांप वेंडर हैं। उनके वकील की आरोप है कि कपिल के स्टॉल के सामने ही एक वकील तथा खिताबत का काम करने वाले रक्षपाल सिंह राघव भी बैठते हैं। रक्षपाल ने इनको एक बार किसी की गवाही पर हस्ताक्षर करने को कहा तो इन्होंने मना कर दिया। इसके बाद से ही रक्षपाल ने इनसे अदावत कर ली। एक फरवरी को इनको गोली भी मारी थी। इसके बाद भी गोली मारने के केस में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर रक्षपाल को बरी कर दिया। इससे डरकर करीब छह माह से कपिल मित्तल कचहरी भी नहीं जा रहे हैं। अब रक्षपाल इनकी जमीन पर कब्जा करने की फिराक में है।
सीएम अखिलेश यादव को आज बहराइच तथा बलरामपुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के दौरे पर जाना था। उनके रवाना होने के बाद ही अलीगढ़ का कपिल मित्तल हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर सुरक्षा बैरियर से आगे भागा। वह चिल्ला रहा था कि मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। इसपर मुस्तैद सुरक्षा कर्मियों ने उसको पकड़कर पेट्रोल की बोतल को फेंक दिया। कपिल मित्तल ने बताया कि दबंगों ने अलीगढ़ में उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। तमाम शिकायतों के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई, उलट उसके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल कपिल मित्तल को पुलिस सुरक्षा में बैरियर के पास ही रखा गया है।
कपिल मित्तल अलीगढ़ कचहरी में स्टांप वेंडर हैं। उनके वकील की आरोप है कि कपिल के स्टॉल के सामने ही एक वकील तथा खिताबत का काम करने वाले रक्षपाल सिंह राघव भी बैठते हैं। रक्षपाल ने इनको एक बार किसी की गवाही पर हस्ताक्षर करने को कहा तो इन्होंने मना कर दिया। इसके बाद से ही रक्षपाल ने इनसे अदावत कर ली। एक फरवरी को इनको गोली भी मारी थी। इसके बाद भी गोली मारने के केस में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर रक्षपाल को बरी कर दिया। इससे डरकर करीब छह माह से कपिल मित्तल कचहरी भी नहीं जा रहे हैं। अब रक्षपाल इनकी जमीन पर कब्जा करने की फिराक में है।
Source: News in Hindi and Newspaper
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