प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख में दो परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए मंगलवार सुबह लेह पहुंच गए। लेह में पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया गया। यहां पर मोदी लद्दाख की परंपरागत वेशभूषा में दिखाई दिए। उन्होंने यहां पर निम्मो बाजगो पनबिजली परियोजना का उद्घाटन कर इन्हें देश को समर्पित किया। अपने भाषण में उन्होंने कश्मीर को दिया गया साठ करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने भी घोषणा की।
मंच पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत राज्य के राज्यपाल, केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे। लेह में मोदी ने तीन पी का नारा दिया। ये तीन पी हैं, प्रकाश, पर्यावरण और पर्यटन। पीएम ने कहा कि तीन पी की शक्ति को जमीन पर उतारना होगा। उन्होंने कहा कि लेह में जो सपना अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था, उसे हम साकार करने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि यहां की राष्ट्रभक्ति को हम नमन करते हैं।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वह भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर पहले भी कई बार यहां आए हैं। इस भाषण में उन्होंने पूर्व की यूपीए सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पूर्व के प्रधानमंत्री यहां पर यदा कदा ही आते थे। लेकिन अब समय बदल गया है और दो माह में दूसरी बार उनका यहां पर आना हुआ है। पीएम ने कहा कि जो प्यार यहां मिला है उस कर्ज को ब्याज समेत चुकाएंगे और इस क्षेत्र के विकास का हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के बाद यहां का इलाका खुद की रोशनी से रोशन होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट में हिमालय क्षेत्र के लिए किए गए इंतजाम की भी जानकारी सभा के दौरान दी। उन्होंने यहां के केसर उत्पादकों के लिए सैफ्रॉन रिवोल्यूशन शुरू करने की भी बात कही है। उन्होंने कहा कि लद्दाख को पूरे देश और विश्व से जोड़ना सरकार का उद्देश्य है। मोदी ने लद्दाख में सोलर पावर के लिए सबसे बेहतर जगह बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में दुनिया भर में मशहूर कश्मीर का पश्मीना के लिए 83 प्रोजेक्ट शुरू करने की बात भी कही।
गौरतलब है कि लेह दौरे के चलते उनका आज होने वाला सियाचिन का पूर्वनियोजित कार्यक्रम रद कर दिया गया था। आज मोदी यहां पर जवानों से भी भेंट करेंगे। समय के अभाव व तकनीकी कारणों को देखते हुए प्रधानमंत्री की सियाचिन यात्रा स्थगित कर दी गई।
सोमवार को ही सियाचिन में तैनात सैन्यकर्मियों व अधिकारियों का एक दस्ता नीचे लेह में बुला लिया गया है। प्रधानमंत्री इन सैन्य अधिकारियों से लेह में ही मुलाकात करेंगे या फिर द्रास में स्थित कारगिल शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद इनसे मिलेंगे। इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी भी सोमवार को कारगिल पहुंचे और उन्होंने भी द्रास स्थित कारगिल शहीद स्मारक का दौरा कर वहां जारी तैयारियों का जायजा लिया।
मंच पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत राज्य के राज्यपाल, केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे। लेह में मोदी ने तीन पी का नारा दिया। ये तीन पी हैं, प्रकाश, पर्यावरण और पर्यटन। पीएम ने कहा कि तीन पी की शक्ति को जमीन पर उतारना होगा। उन्होंने कहा कि लेह में जो सपना अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था, उसे हम साकार करने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि यहां की राष्ट्रभक्ति को हम नमन करते हैं।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वह भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर पहले भी कई बार यहां आए हैं। इस भाषण में उन्होंने पूर्व की यूपीए सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पूर्व के प्रधानमंत्री यहां पर यदा कदा ही आते थे। लेकिन अब समय बदल गया है और दो माह में दूसरी बार उनका यहां पर आना हुआ है। पीएम ने कहा कि जो प्यार यहां मिला है उस कर्ज को ब्याज समेत चुकाएंगे और इस क्षेत्र के विकास का हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के बाद यहां का इलाका खुद की रोशनी से रोशन होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट में हिमालय क्षेत्र के लिए किए गए इंतजाम की भी जानकारी सभा के दौरान दी। उन्होंने यहां के केसर उत्पादकों के लिए सैफ्रॉन रिवोल्यूशन शुरू करने की भी बात कही है। उन्होंने कहा कि लद्दाख को पूरे देश और विश्व से जोड़ना सरकार का उद्देश्य है। मोदी ने लद्दाख में सोलर पावर के लिए सबसे बेहतर जगह बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में दुनिया भर में मशहूर कश्मीर का पश्मीना के लिए 83 प्रोजेक्ट शुरू करने की बात भी कही।
गौरतलब है कि लेह दौरे के चलते उनका आज होने वाला सियाचिन का पूर्वनियोजित कार्यक्रम रद कर दिया गया था। आज मोदी यहां पर जवानों से भी भेंट करेंगे। समय के अभाव व तकनीकी कारणों को देखते हुए प्रधानमंत्री की सियाचिन यात्रा स्थगित कर दी गई।
सोमवार को ही सियाचिन में तैनात सैन्यकर्मियों व अधिकारियों का एक दस्ता नीचे लेह में बुला लिया गया है। प्रधानमंत्री इन सैन्य अधिकारियों से लेह में ही मुलाकात करेंगे या फिर द्रास में स्थित कारगिल शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद इनसे मिलेंगे। इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी भी सोमवार को कारगिल पहुंचे और उन्होंने भी द्रास स्थित कारगिल शहीद स्मारक का दौरा कर वहां जारी तैयारियों का जायजा लिया।
Source: Newspaper
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