मैनचेस्टर में हुए भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के चौथे टेस्ट में तीन दिन में मिली भारत की हार ने कुछ को उदास किया और कुछ को खुश। यहां हम दोनों टीम के खिलाड़ियों की बात नहीं कर रहे। इंग्लैंड की इस तेज रफ्तार जीत से आखिर किसको मिला फायदा और किसको हुआ नुकसान आइए जानते हैं।
- नुकसानः
दरअसल इस जीत से सबसे बड़ा नुकसान झेला इस मैच के मेजबान आयोजकों ने, यानी ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम ने। इंग्लैंड को महज तीन दिन में जीत मिलने से बाकी बचे दो दिनों के टिकटों का नुकसान हुआ और साथ ही इस मैच का मजा लेने आए टूरिस्ट दर्शकों को भी काफी निराशा हुई।
- फायदाः
भारत को तीन दिन के अंदर मिली इस हार से आयोजकों को नुकसान तो हुआ लेकिन अनजाने में उन्हें दान करने का मौका जरूर मिल गया। दरअसल, ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम के मालिक लैंकशर काउंटी क्रिकेट क्लब ने टेस्ट मैच के पांच दिनों के हिसाब से स्टाफ व अन्य सहयोगियों के लिए सैंडविच का ऑर्डर दे रखा था जिसकी तादाद अच्छी-खासी थी लेकिन मैच तीन दिन में ही खत्म हो गया और सभी सैंडविच बचे के बचे रह गए। ऐसे में इसको बर्बाद करने की बजाय आयोजकों ने फैसला किया कि बेघर लोगों की एक स्थानीय संस्था नैरोगेट इमरजेंसी एकोमोडेशन में लोगों को इसका लुत्फ उठाने दिया जाए। फिर क्या था, बड़ी तादाद में बेेघर लोगों को सैंडविच के साथ सूप दिया गया और अपने साथ ले जाने के लिए भी सैंडविच दिए गए जिससे आयोजक लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने में सफल रहे।
- नुकसानः
दरअसल इस जीत से सबसे बड़ा नुकसान झेला इस मैच के मेजबान आयोजकों ने, यानी ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम ने। इंग्लैंड को महज तीन दिन में जीत मिलने से बाकी बचे दो दिनों के टिकटों का नुकसान हुआ और साथ ही इस मैच का मजा लेने आए टूरिस्ट दर्शकों को भी काफी निराशा हुई।
- फायदाः
भारत को तीन दिन के अंदर मिली इस हार से आयोजकों को नुकसान तो हुआ लेकिन अनजाने में उन्हें दान करने का मौका जरूर मिल गया। दरअसल, ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम के मालिक लैंकशर काउंटी क्रिकेट क्लब ने टेस्ट मैच के पांच दिनों के हिसाब से स्टाफ व अन्य सहयोगियों के लिए सैंडविच का ऑर्डर दे रखा था जिसकी तादाद अच्छी-खासी थी लेकिन मैच तीन दिन में ही खत्म हो गया और सभी सैंडविच बचे के बचे रह गए। ऐसे में इसको बर्बाद करने की बजाय आयोजकों ने फैसला किया कि बेघर लोगों की एक स्थानीय संस्था नैरोगेट इमरजेंसी एकोमोडेशन में लोगों को इसका लुत्फ उठाने दिया जाए। फिर क्या था, बड़ी तादाद में बेेघर लोगों को सैंडविच के साथ सूप दिया गया और अपने साथ ले जाने के लिए भी सैंडविच दिए गए जिससे आयोजक लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने में सफल रहे।
Source: Newspaper
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