भय और आतंक के साए में सांस ले रहे मेरठ में अब महिलाओं ने खुद पर भरोसा करना सीख लिया है। कल मेरठ कचहरी के पास भारी भरकम भीड़ के बीच एक लड़की ने अपनी अस्मिता और पिता की रक्षा के लिए हमलावरों पर धावा बोल दिया। इस दौरान वर्दी तमाशबीन बनी रही तो नैतिकता का प्रवचन करने वाले बुत बन गए। लोग लफंगों पर टूट पड़ने की बजाए दृश्य को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर रहे थे।
कचहरी पुल के पास कार में सवार कुछ मनचले बाइक पर अपने पिता के साथ जा रही युवती पर छींटाकशी करते चल रहे थे। इसी दौरान मनचलों ने अपनी कार बाइक में भिड़ा दी। बाप और बेटी ने इसका विरोध किया तो युवा मनचलों ने गाली-गलौज करते हुए लड़की के पिता पर हमला बोल दिया। यह सब देख लड़की असहज हो गई। आसपास नजर घुमाकर देखा, तो पूरी भीड़ बेजान नजर आई। पास में खड़े पुलिस के जवानों में भी कोई हरकत नहीं हुई। लफंगों के हाथ से पिट रहे अधेड़ व्यक्ति को छुड़ाने के लिए कोई हाथ आगे नहीं बढ़ा। बेशर्मी की हद तो तब पार हो गई जब कइयों ने तो इस मारपीट सीन पर अपने मोबाइल के कैमरे की फ्लैश डालनी शुरू कर दी। भय की आबोहवा में कायर होते जा रहे समाज के घिनौने चेहरे ने लड़की के अंदर हौसला भर दिया। उसने ताल ठोंकी और आधा दर्जन लड़कों से अकेले मुकाबला करते हुए उन्हें भागने पर मजबूर किया। लफंगे युवाओं ने लड़की पर काबू जमाने की भरपूर कोशिश की, किंतु नारी की शक्ति और स्वाभिमान ने उनके पैर उखाड़ दिए। मामला बिगड़ता देखकर जब भी युवाओं ने भागने का प्रयास किया तो लड़की ने उनका रास्ता रोक लिया। तमाशबीन और जड़ हो चुकी भीड़ भी इस दृश्य को देखकर शर्मसार हो गई। कइयों ने बाद में लड़की के समर्थन में आवाज ऊंची करने की कोशिश की, जिसे लड़की ने डांटकर चुप करा दिया।
कचहरी पुल के पास कार में सवार कुछ मनचले बाइक पर अपने पिता के साथ जा रही युवती पर छींटाकशी करते चल रहे थे। इसी दौरान मनचलों ने अपनी कार बाइक में भिड़ा दी। बाप और बेटी ने इसका विरोध किया तो युवा मनचलों ने गाली-गलौज करते हुए लड़की के पिता पर हमला बोल दिया। यह सब देख लड़की असहज हो गई। आसपास नजर घुमाकर देखा, तो पूरी भीड़ बेजान नजर आई। पास में खड़े पुलिस के जवानों में भी कोई हरकत नहीं हुई। लफंगों के हाथ से पिट रहे अधेड़ व्यक्ति को छुड़ाने के लिए कोई हाथ आगे नहीं बढ़ा। बेशर्मी की हद तो तब पार हो गई जब कइयों ने तो इस मारपीट सीन पर अपने मोबाइल के कैमरे की फ्लैश डालनी शुरू कर दी। भय की आबोहवा में कायर होते जा रहे समाज के घिनौने चेहरे ने लड़की के अंदर हौसला भर दिया। उसने ताल ठोंकी और आधा दर्जन लड़कों से अकेले मुकाबला करते हुए उन्हें भागने पर मजबूर किया। लफंगे युवाओं ने लड़की पर काबू जमाने की भरपूर कोशिश की, किंतु नारी की शक्ति और स्वाभिमान ने उनके पैर उखाड़ दिए। मामला बिगड़ता देखकर जब भी युवाओं ने भागने का प्रयास किया तो लड़की ने उनका रास्ता रोक लिया। तमाशबीन और जड़ हो चुकी भीड़ भी इस दृश्य को देखकर शर्मसार हो गई। कइयों ने बाद में लड़की के समर्थन में आवाज ऊंची करने की कोशिश की, जिसे लड़की ने डांटकर चुप करा दिया।
Source: News in Hindi & Newspaper
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