इंग्लैंड में लगातार दो टेस्ट मैच हारने के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अपने एक बयान से सभी को चौंका दिया। उनके मुताबिक 3 दिन में हार मिलना व मैच खत्म होना अच्छा रहा क्योंकि अब वे दो दिन आराम कर सकेंगे लेकिन कप्तान धौनी अपने इस बयान से टीम की मनोदिशा और मनोबल को किस दिशा में ले जाएंगे क्या इसके बारे में उन्होंने सोचा? धौनी को शायद इंग्लैंड के एक धुरंधर खिलाड़ी से कुछ सीखना चाहिए जो अगले टेस्ट में मिसाल के तौर पर मैदान में उतरने वाला है।
हम बात कर रहे हैं मैनचेस्टर टेस्ट के मैन ऑफ द मैच रहने वाले इंग्लैंड के धुरंधर गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की, जिनको मैनचेस्टर टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान वरुण एरोन की एक घातक गेंद पर गंभीर चोट आई। ब्रॉड की नाक में फ्रैक्चर तो आया ही साथ ही टांके भी लगवाने पड़े लेकिन इस खिलाड़ी का जज्बा डगमगाया नहीं है। वो अगले मैच में खेलने का मन बना चुके हैं और टीम मैनेजमेंट ने उनके आश्वासन पर अगले मैच के लिए उन्हें टीम में शामिल भी कर लिया है। ब्रॉड ओवल में होने वाले अगले मुकाबले में मास्क लगाकर खेलेंगे। ब्रॉड के इस फैसले से 2002 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे पर हुए एंटीगा टेस्ट की यादें भी ताजा हो जाती हैं जहां भारतीय दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने जबड़े में फ्रैक्चर के बावजूद बैंडेज लगाकर मैदान पर उतरने का फैसला किया था और टीम के लिए शानदार प्रदर्शन भी किया था।
ब्रॉड ने ट्विटर पर अपनी एक ताजा तस्वीर डाली है जिसमें उनकी नाक पर लगी चोट साफ नजर आ रही है। ब्रॉड ने इस तस्वीर के साथ लिखा, 'आज सुबह थोड़ी सूजन और दर्द था लेकिन इतना गंभीर नहीं। डॉक्टरों ने टांकों के जरिए शानदार काम किया है। ओवल के लिए तैयार हूं (मास्क के साथ)।' ब्रॉड की चोट जाहिर तौर पर गंभीर थी लेकिन उसके बावजूद वो आराम करने के बजाय मैदान पर उतरकर अपनी टीम का साथ देना चाहते हैं। वहीं, दूसरी तरफ कप्तान धौनी आराम की बातें कर रहे हैं जो जाहिर तौर पर दो बिल्कुल अलग-अलग विचारधाराओं को दिखाता है।
हम बात कर रहे हैं मैनचेस्टर टेस्ट के मैन ऑफ द मैच रहने वाले इंग्लैंड के धुरंधर गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की, जिनको मैनचेस्टर टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान वरुण एरोन की एक घातक गेंद पर गंभीर चोट आई। ब्रॉड की नाक में फ्रैक्चर तो आया ही साथ ही टांके भी लगवाने पड़े लेकिन इस खिलाड़ी का जज्बा डगमगाया नहीं है। वो अगले मैच में खेलने का मन बना चुके हैं और टीम मैनेजमेंट ने उनके आश्वासन पर अगले मैच के लिए उन्हें टीम में शामिल भी कर लिया है। ब्रॉड ओवल में होने वाले अगले मुकाबले में मास्क लगाकर खेलेंगे। ब्रॉड के इस फैसले से 2002 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे पर हुए एंटीगा टेस्ट की यादें भी ताजा हो जाती हैं जहां भारतीय दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने जबड़े में फ्रैक्चर के बावजूद बैंडेज लगाकर मैदान पर उतरने का फैसला किया था और टीम के लिए शानदार प्रदर्शन भी किया था।
ब्रॉड ने ट्विटर पर अपनी एक ताजा तस्वीर डाली है जिसमें उनकी नाक पर लगी चोट साफ नजर आ रही है। ब्रॉड ने इस तस्वीर के साथ लिखा, 'आज सुबह थोड़ी सूजन और दर्द था लेकिन इतना गंभीर नहीं। डॉक्टरों ने टांकों के जरिए शानदार काम किया है। ओवल के लिए तैयार हूं (मास्क के साथ)।' ब्रॉड की चोट जाहिर तौर पर गंभीर थी लेकिन उसके बावजूद वो आराम करने के बजाय मैदान पर उतरकर अपनी टीम का साथ देना चाहते हैं। वहीं, दूसरी तरफ कप्तान धौनी आराम की बातें कर रहे हैं जो जाहिर तौर पर दो बिल्कुल अलग-अलग विचारधाराओं को दिखाता है।
Source: Newspaper
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