एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है कि चीटियां वातावरण से कार्बन डाइ-ऑक्साइड को निकालकर पृथ्वी को ठंडा कर सकती हैं।
अध्ययन टीम के प्रमुख, टेम्प की अरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के लेखक रोनाल्ड डार्न के मुताबिक, चीटियां वातावरण को बदल रही हैं। उनकी कुछ प्रजातियां कैल्सियम कॉबरेनेट (लाइमस्टोन) का उत्सर्जन करती है और इसे खनिज में बदल देती हैं।
इस प्रक्रिया में वातावरण की कार्बन डाइ ऑक्साइड की थोड़ी सी मात्र कम होती है। वह बताते हैं कि चीटियों की छोटे स्तर पर लाइमस्टोन फैक्ट्री, बड़े स्तर पर समुद्रों में होने वाली कूलिंग प्रकिया के जैसी है। डार्न ने बताया कि चीटियां खनिजों से कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे तत्वों की सफाई कर उसे लाइमस्टोन में बदल सकती हैं। शोध जियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
अध्ययन टीम के प्रमुख, टेम्प की अरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के लेखक रोनाल्ड डार्न के मुताबिक, चीटियां वातावरण को बदल रही हैं। उनकी कुछ प्रजातियां कैल्सियम कॉबरेनेट (लाइमस्टोन) का उत्सर्जन करती है और इसे खनिज में बदल देती हैं।
इस प्रक्रिया में वातावरण की कार्बन डाइ ऑक्साइड की थोड़ी सी मात्र कम होती है। वह बताते हैं कि चीटियों की छोटे स्तर पर लाइमस्टोन फैक्ट्री, बड़े स्तर पर समुद्रों में होने वाली कूलिंग प्रकिया के जैसी है। डार्न ने बताया कि चीटियां खनिजों से कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे तत्वों की सफाई कर उसे लाइमस्टोन में बदल सकती हैं। शोध जियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
Source: Newspaper
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