दिल्ली में भाजपा का जनाधार जानने के लिए किए गए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर्वे में उन्हें निराशा हाथ लगी है। सर्वे के मुताबिक लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से अब तक भाजपा का जनाधार राजधानी में कम हुआ है। हालांकि इसमें सिर्फ एक खबर उनके लिए अच्छी यह है कि यदि अभी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होते हैं तो सर्वे के मुताबिक भाजपा को 38 सीटें मिल सकती हैं।
लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के समय भाजपा को दिल्ली में 60 सीटें जीतने की बात कही गई थी। जानकारी के मुताबिक यह सर्वे जून-जुलाई में कराया गया था। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर कराए गए इस सर्वे में दिल्ली सरकार को लेकर करीब चालीस हजार से अधिक लोगों की राय जानी गई। सर्वे में सामने आया है कि करीब 22 सीटों पर भाजपा का जनाधार तेजी से खिसका है।
इसकी सबसे बड़ी वजह लोडशेडिंग, पानी और महंगाई को बताया गया है। लोगों में सबसे अधिक गुस्सा पावर कट को लेकर पाया गया। सर्वे में ऐसी करीब 8 सीटें सामने आई हैं जहां लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के जनाधार में अभूतपूर्व वृद्धि दिखाई दी थी, लेकिन अब वहां पर भाजपा का जनाधार खिसक गया है।
लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के समय भाजपा को दिल्ली में 60 सीटें जीतने की बात कही गई थी। जानकारी के मुताबिक यह सर्वे जून-जुलाई में कराया गया था। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर कराए गए इस सर्वे में दिल्ली सरकार को लेकर करीब चालीस हजार से अधिक लोगों की राय जानी गई। सर्वे में सामने आया है कि करीब 22 सीटों पर भाजपा का जनाधार तेजी से खिसका है।
इसकी सबसे बड़ी वजह लोडशेडिंग, पानी और महंगाई को बताया गया है। लोगों में सबसे अधिक गुस्सा पावर कट को लेकर पाया गया। सर्वे में ऐसी करीब 8 सीटें सामने आई हैं जहां लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के जनाधार में अभूतपूर्व वृद्धि दिखाई दी थी, लेकिन अब वहां पर भाजपा का जनाधार खिसक गया है।
Source: Newspaper
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