मुंबई। वह न तो गोरी-चिट्टी हैं और न ही जबदरस्ती का अंग प्रदर्शन करती है, सादगी ही उनकी पहचान है, फिर भी बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में उनका नाम है। अगर आप अब भी नहीं समझे तो बता दें, हम बात कर रहे हैं हिंदी फिल्मों की चुलबुली और नटखट अभिनेत्री काजोल की, जो आज 39 साल की हो गई हैं।
नहीं देखीं मां और मौसी की फिल्में
पिछले दो दशकों से बॉलीवुड में लंबी पारी खेल रही इस अभिनेत्री के बाद पता नहीं कितनी ही एक्ट्रेस आई और गुमनाम हो गई, लेकिन काजोल देवगन का जलवा आज भी कायम है। लोग कहते हैं एक्टिंग इनके खून में हैं, क्योंकि इनके पिता शोमू मुखर्जी फिल्म निर्माता थे और मां तनूजा अभिनेत्री। हिंदी फिल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री नूतन इनकी मौसी थीं और यहां तक कि इनकी नानी शोभना समर्थ भी बेहतरीन अदाकारा रहीं। लेकिन खुद काजोल के मुताबिक उनके ऊपर अपने घर के फिल्मी माहौल का कोई खास असर नहीं पड़ा।
काजोल बताती हैं, 'मैं अपनी मां और मौसी की फिल्में ज्यादा नहीं देखती थीं इसलिए मुझ पर उनका कोई असर नहीं पड़ा। फिल्म में मां को रोता देख मुझे रोना आता था और इसलिए मैं मौसी की फिल्में भी नहीं देखती थीं।'
काजोल को 16 साल की उम्र में फिल्मों में पहला ब्रेक 'बेखुदी' से मिल गया था। हैरानी की बात है कि तब तक उन्होंने मुश्किल से 10-11 फिल्में ही देखी होंगी।
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