इस्लामाबाद। पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम इलाके में मंगलवार शाम को 7.7 की तीव्रता के आए शक्तिशाली भूकंप में 217 लोग मारे गए, जबकि 350 लोग घायल हुए हैं। भूकंप के कारण समुद्र में एक छोटा टापू भी बन गया है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री अब्दुल मलिक बलोच ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है।
हालांकि, गृह सचिव असद गिलानी ने बुधवार को देश के एक प्रमुख अखबार द डॉन को बताया कि भूकंप के कारण 208 लोगों की मौत हुई है और 350 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, बलूचिस्तान के तुरबात जिले में सात और लोगों के मारे जाने की खबर है।
गौरतलब है कि भूकंप का केंद्र बलूचिस्तान प्रांत के अवारन से 69 किलोमीटर दूर स्थित था। भूकंप के झटके कराची, हैदराबाद, लरकाना व सिंध के अन्य शहरों में भी महसूस किए गए। वहीं राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तानी समय के अनुसार भूकंप शाम 4.29 बजे बलूचिस्तान प्रांत के खुजदार के दक्षिण-पश्चिम में आया। पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन के 23 किलोमीटर भीतर था।
ज्यादातर मौतें मकान ढहने से हुई -
बलूचिस्तान सरकार ने भूकंप प्रभावित इलाकों में 1000 टेंट, 500 फूड बैग्स, दवाइयां, 15 एंबूलेंस भेजी हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य प्रवक्ता मिर्जा कमरान जिया के अनुसार ज्यादातर मौते मकान ढहने के कारण हुई।
भूकंप से बन गया द्वीप -
भूकंप से एक अनूठी घटना भी हुई। इस शक्तिशाली भूकंप के बाद ग्वादर तट पर एक द्वीप उभर आया। ग्वादर के डीआईजी मौजम जाह के अनुसार यह द्वीप 20 से 40 फीट ऊंचा व करीब 100 फीट चौड़ा है। यह द्वीप तट से करीब 350 फीट समुद्र के भीतर है।
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