अहमदाबाद। गुजरात में पिछले तीन दिनों से जारी भारी बारिश से हालात बेकाबू होने लगे हैं। कई बांधों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। वडोदरा, भरूच, छोटा उदयपुर और नवसारी में बाढ़ ने सर्वाधिक कहर मचाया है। छह लोगों के मारे जाने और हजारों के बेघर होने की सूचना है। करीब 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है। वडोदरा में सेना को बुला लिया गया है। बारिश और बाढ़ का रेल और सड़क यातायात पर बुरा असर पड़ा है। 18 ट्रेनें रद कर दी गई हैं, जबकि तीन के समय में परिवर्तन किया गया है। 18 अन्य के रूट में परिवर्तन किया गया है।
राज्य में सबसे ज्यादा नर्मदा, तापी और विश्वामित्रि नदियों ने तबाही मचाई है। अधिकारियों के मुताबिक अकेले भरूच जिले से 16 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। सूरत शहर के निचले इलाकों में पानी भरने से संकट खड़ा हो गया है। जिले से अब तक 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। वडोदरा और छोटा उदयपुर के 114 प्रभावित जिलों से 25,000 लोगों को सुरक्षित जगहों तक ले जाया गया है। वडोदरा के डीएम विनोद राय की तत्परता से 25 परिवारों को बचा लिया गया। उनके मोबाइल पर मंगलवार रात 9:30 बजे कंदारी गांव के एक व्यक्ति का मदद मांगते हुए एसएमएस आया। उन्होंने तुरंत डिप्टी कलेक्टर को मौके पर भेजा। वहां 25 परिवार पानी के बीच फंसे थे। उन्हें निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया।
प्रदेश में राहत कार्यो के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल [एनडीआरएफ] की आठ टीमें लगाई गई हैं। इसके साथ ही अलग-अलग जिलों की स्थानीय टीमें भी बचाव कार्यो में जुटी हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में अगले 36 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई है।
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