ग्रेटर नोएडा, जासं। जेवर कस्बे में मंगलवार रात 11 वर्षीय छात्रा की अपहरण व दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव बुधवार को पेड़ से लटका मिला। घटना के विरोध में व्यापारियों ने बाजार बंद रखा और कस्बे के मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया।
पुलिस प्रशासन ने लोगों को तीन दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत किया। 11 वर्षीय किशोरी कक्षा सात की छात्र थी। वह मामा के साथ रह रही थी। छात्र के मां-बाप में अनबन है। मां अपने मायके में बेटे के साथ रहती है और नौकरी करती है। मंगलवार रात किशोरी मामा के साथ कस्बे में बलदेव छठ का मेला देखने गई थी। रास्ते में रुककर मामा पानी पीने लगा। इसी बीच छात्र लापता हो गई। उसका सुराग न मिलने पर पुलिस को मामले की जानकारी दी। आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेने के बजाय उसे टरका दिया। सुबह पुलिस ने पीड़ित को एक किशोरी का शव दाऊजी मंदिर के समीप जंगल में पेड़ से लटका होने की सूचना दी। पीड़ित मौके पर पहुंच गया। उन्होंने छात्र की पहचान कर दी।
परिजन ने बताया कि छात्र के शरीर पर खरौंच के निशान थे। उसके कपड़े अस्त व्यस्त व मिट्टी में सने थे। छात्र की हत्या की जानकारी मिलने से लोगों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने दुकानें बंद कर दी। बड़ी संख्या में महिलाएं व आदमी सुबह करीब नौ बजे कस्बे के मुख्य चौराहे पर एकत्र हो गए और जाम लगा दिया। तीन बजे तक जाम लगा रहा। उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों में जबरदस्त आक्रोश था। गुस्साई महिलाओं ने पुलिस के साथ अभद्रता की। मामला बिगड़ता देखकर दादरी, दनकौर, रबूपुरा थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। एसपी देहात डा. ब्रजेश सिंह, सीओ दादरी अनुज चौधरी, सीओ ग्रेटर नोएडा द्वितीय अरविंद कुमार, सीओ अनुराग सिंह व पीएसी और सीआरपीएफ के जवान भी मौके पर पहुंचे। भारी संख्या में पुलिस बल देखकर भी लोगों का आक्रोश शांत शांत हुआ। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन गुस्साएं लोग यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंच गए और जाम लगा दिया। उन्होंने पथराव भी किया। लोगों का आरोप है कि पुलिस रात में छात्र की तलाश करती तो उसे बचाया जा सकता था।
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