(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। क्रिकेट इतिहास में शायद साल 2013 एक ऐसे साल के रूप में याद किया जाएगा जहां मैदान पर कई बार भावनाओं का तूफान आया, करोड़ों आंखें नम हुईं और ना जाने कितने क्रिकेट से या उसके कुछ प्रारूपों से सदा के लिए अलविदा कहकर चल दिए। यकीन नहीं होता कि एक साल में तकरीबन 25 क्रिकेट सितारों ने अपने फैंस की आंखें नम छोड़ दीं। हम आपको रूबरू कराते हैं उन 7 लम्हों से, यानी उन 7 खिलाड़ियों के संन्यास से, जो शायद क्रिकेट फैंस कभी नहीं भूल पाएंगे, इनमें आपका फेवरेट कौन रहा?...
1. सचिन तेंदुलकर (भारत):
साल 2013 के अंत में वो हुआ जिसकी कल्पना शायद ही कभी किसी ने की थी। 1989 से 2013 तक तकरीबन 24 साल क्रिकेट की पिच पर राज करने वाला इस खेल के सबसे जगमगाते कोहिनूर सचिन रमेश तेंदुलकर ने मैदान को अलविदा कह दिया। पहले वनडे से, फिर टी20 से और आखिर में वानखेड़े स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 200वां टेस्ट खेलकर एक भावुक भाषण के जरिए सचिन ने करोड़ों आंखें नम कर दीं और इस खेल को अलविदा कहा। टेस्ट वनडे और टी20 मिलाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तकरीबन 34,357 रन और कुल 100 शतक जड़ने वाले इस खिलाड़ी का संन्यास क्रिकेट इतिहास का सबसे दिलचस्प संन्यास कहा जा सकता है।
2. रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया):
ऑस्ट्रेलिया के सफलतम कप्तान रिकी पोंटिंग ने 2013 में ही क्रिकेट के सभी प्रारूपों व प्रथम श्रेणी क्रिकेट को भी अलविदा कहा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 27483 रन बनाए जिसमें 71 शतक शामिल रहे। ऑस्ट्रेलिया को दो विश्व कप हासिल कराने वाले इस कप्तान व दिग्गज खिलाड़ी ने करोड़ों क्रिकेट फैंस की आंखें नम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
3. राहुल द्रविड़ (भारत):
टीम इंडिया की वो दीवार जो शायद कभी किसी के सामने झुकी। एक ऐसा खिलाड़ी जिसकी तकनीक की पूरी दुनिया कायल हुई और ना जाने भारत ने कितने मैच उनकी वजह से ही जीते। द्रविड़ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को तो 2012 में ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के साथ अलविदा कह दिया था, लेकिन मैदान से विदाई उन्होंने आइपीएल से ली और अपने करोड़ों फैंस की आंखें नम कर दीं, क्योंकि आइपीएल-6 के फाइनल के बाद फैंस ने उन्हें दोबारा मैदान पर कभी नहीं देखा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तकरीबन 25 हजार रन और 48 जड़ने वाले इस दिग्गज का मैदान से अलविदा कहना भी भावुक लम्हों में से रहा।
4. माइक हसी (ऑस्ट्रेलिया):
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी व मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने इसी साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। जनवरी में उन्होंने अचानक अपने संन्यास की घोषणा की और सिडनी में श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेलकर फैंस को भावुक छोड़ दिया। सबने कहा कि उनमें काफी क्रिकेट बाकी था लेकिन वो टीम को बीच में छोड़कर चले गए। फिलहाल वो अब भी दुनिया की तमाम टी20 लीग खेल रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका संन्यास सबसे भावुक लम्हों में से रहा। हसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 14,398 रन बनाए जिसमें 68 शतक शामिल रहे।
5. ग्रीम स्वान (इंग्लैंड):
इंग्लैंड के दिग्गज स्पिनर व उनके इतिहास के छठे सबसे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज ग्रीम स्वान ने साल खत्म होते-होते अचानक एशेज सीरीज के बीच क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया। सब हैरान थे, लेकिन एक खिलाड़ी मैदान छोड़ने का मन बना चुका था। कारण साफ नहीं था लेकिन विदाई अचानक हो चुकी थी। स्वान ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में सभी प्रारूप मिलाकर 410 विकेट हासिल किए और उन्हें इंग्लैंड के पिछले कुछ सालों में टेस्ट व वनडे में सर्वश्रेष्ठ टीमों में शुमार करने के बेहतरीन योगदान के लिए हमेशा जाना जाएगा।
6. शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया):
टेस्ट क्रिकेट में 708 विकेट, वनडे में 293 विकेट साफ करते हैं कि इस क्रिकेटर ने क्रिकेट इतिहास और कंगारू टीम में क्या भूमिका निभाई। वॉर्न ने यूं तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को 2007 में ही अलविदा कह दिया था लेकिन मैदान से उनकी आखिरी विदाई जनवरी 2013 में हुई जब उन्होंने अपने बिग बैश टी20 टूर्नामेंट मैच में आखिरी बार शिरकत की। मैदान पर मौजूद हजारों दर्शकों ने लेग स्पिन के इस बादशाह को आखिरी बार जलवा बिखेरते देखा और उन्हें सदा के लिए भावुक होते हुए मैदान से अलविदा कहा।
7. जैक्स कैलिस (दक्षिण अफ्रीका):
साल के खत्म होते-होते क्रिकेट फैंस को कई भावुक लम्हों से दो-चार होना पड़ा और साल अंत होते-होते भी एक दिग्गज ने टेस्ट क्रिकेट के जरिए अपने संन्यास की राह बनाने का फैसला ले लिया। दक्षिण अफ्रीका व दुनिया के सबसे महान व सफल ऑलराउंडर जैक्स कैलिस ने भारत के खिलाफ डरबन में अपने करियर का आखिरी टेस्ट खेलने का फैसला किया और अब 2013 के बाद इस महानतम खिलाड़ी को हम कभी सफेद कपड़ों में नहीं देख सकेंगे। टेस्ट में 13,174 रन और 292 विकेट उनकी महानता को बयां करते हैं।
2013 में संन्यास लेने वाले क्रिकेट खिलाड़ी (किसी भी प्रारूप से):
1. मैथ्यू होगार्ड (इंग्लैंड)
2. डेरेन मैडी (इंग्लैंड)
3. संजय बांगर (भारत)
4. थिलन समरवीरा (श्रीलंका)
5. ग्रीम स्वान (इंग्लैंड)
6. सइराज बहतुले (भारत)
7. माइक हसी (ऑस्ट्रेलिया)
8. पॉल हैरिस (दक्षिण अफ्रीका)
9. बेथ मॉर्गन (महिला क्रिकेटर, इंग्लैंड)
10. शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया)
11. लू विंसेंट (न्यूजीलैंड)
12. लीसा स्थालेकर (महिला क्रिकेटर, ऑस्ट्रेलिया)
13. रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया)
14. एंथोनी मैकग्रा (इंग्लैंड)
15. इयन ब्लैकवेल (इंग्लैंड)
16. जेम्स मार्शल (न्यूजीलैंड)
17. क्रिस मार्टिन (न्यूजीलैंड)
18. मैथ्यू सिंक्लेयर (न्यूजीलैंड)
19. रे प्राइज (जिंबॉब्वे)
20. काइल जार्विस (जिंबॉब्वे)
21. राहुल द्रविड़ (भारत)
22. स्टीव हार्मिसन (इंग्लैंड)
23. अजित अगरकर (भारत)
24. सचिन तेंदुलकर (भारत)
25. जैक्स कैलिस (दक्षिण अफ्रीका)
Source : Cricket News
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