राजीव शर्मा, नई दिल्ली। नौ बरस की उम्र में हॉकी की स्टिक से प्रीत लगाने वाले पंजाबी गबरू मनप्रीत सिंह से मलेशियाई बाला इली नजवा सिद्दीकी भी प्रीत लगा बैठीं। 21 वर्षीय इली रविवार को पहली बार जालंधर जिले में स्थित मनप्रीत के गांव मिट्ठापुर पहुंचीं। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया।
मलेशिया में दो साल पहले दोनों के नैन लड़े और फिर बातों व मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया। लॉ की स्टूडेंट इली यहां जूनियर विश्व कप में भारतीय हॉकी टीम की कमान संभाल रहे अपने प्यार का हौसला बढ़ाने आई हैं। मनप्रीत की मां मनजीत कौर कहती हैं, हम बहुत खुश हैं, हमें इली उर्फ सीरत जैसी लड़की मिली। (मनप्रीत के परिवार वालों ने इली का नाम सीरत रखा है।
वह कहती हैं, वाहेगुरु ने यह जोड़ी बनाई है तो हम इस पर ऐतराज कैसे कर सकते हैं। हालांकि, वह पंजाबी और हिंदी नहीं बोल पाती है लेकिन समझ जाती है। हमें उससे बात करने में कुछ दिक्कत तो हो रही है, लेकिन धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। हम फरवरी में दोनों की सगाई करेंगे।
सगाई की तारीख इटली से मनप्रीत के भाई के आने के बाद तय की जाएगी। इली को मक्के की रोटी, सरसों का साग और लस्सी खूब भा रही है। विश्व कप देखने के लिए मनप्रीत के पूरे परिवार के साथ इली भी 5 दिसंबर को दिल्ली पहुचेंगी और टूर्नामेंट खत्म होने तक यहीं रहेंगी।
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