चेन्नई। इसरो का मार्स ऑर्बिटर यानी मंगलयान जिसे शनिवार-रविवार की देर रात (1.12 बजे) पृथ्वी की कक्षा के बाहर धकेला गया था वह सोमवार की सुबह करीब 3.85 लाख किलोमीटर की चांद की कक्षा से भी बाहर निकल गया। अब यह पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रहों से आगे की यात्रा कर रहा है। यह सोमवार की शाम 5 लाख 36 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर चुका था। इसरो के सूत्रों ने बताया कि मंगलयान चांद की कक्षा के बाहर निकल गया है। तकनीकी रूप से यह अब हमारे चंद्रयान की कक्षा को पार कर अब चांद से आगे की यात्रा कर रहा है। यह पहला मौका है जब भारत में बनी कोई चीज गहन अंतरिक्ष में भेजी गई है। मंगलयान 300 दिनों की यात्रा पर लाल ग्रह की ओर जा रहा है। भारत के अंतरिक्ष इतिहास में यह एक बड़ा मील का पत्थर है।
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