जोधपुर। नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी आसाराम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को आसाराम के करीबी शरतचंद और रसोइया प्रकाश ने जोधपुर सेशन कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इन दोनों का संबंध छिंदवाडा के होस्टल से से ही है। उनके आत्मसमर्पण से आसाराम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
इस बीच आसाराम ने जेल से ही समर्थकों को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने समर्थकों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है। साथ ही इसमें एक चार लाइन की कविता भी लिखी गई है। उन्होंने लिखा है कि कानूने के खिलाफ काम करना धर्म के खिलाफ काम करने के बराबर है।
हालांकि पुलिस को अभी भी इस मामले में वार्डन शिल्पी की तलाश है। माना जा रहा है कि उसके पास आसाराम से जुड़े कई राज हैं। शिल्पी भी छिंदवाड़ा के आश्रम से जुड़ी है। पीड़िता के मुताबिक शिल्पी ने ही उसकी मुलाकात आसाराम से करवाई थी। इससे पहले जोधपुर कोर्ट शिल्पी की अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज कर चुका है। नाबालिग से यौन शोषण का आरोप लगने के बाद आसाराम के कई आश्रमों को बंद करने का भी सिलसिला उनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। वहीं जमानत न मिलने से भी आसाराम काफी भड़के हुए हैं।
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