मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता।भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अध्यक्ष नरेश टिकैत के आक्रामक रुख ने उत्तर प्रदेश सरकार और मिल मालिकों के बीच हुए समझौते में पेच फंसा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार और मिल मालिकों का समझौता किसानों को कबूल नहीं है। किसानों की लाश पर ही चीनी मिलें चल सकती हैं। जो किसान मिल में गन्ना ले जाएगा, वह गद्दार कहलाएगा।
उन्होंने यहां तक कह दिया कि मिल पर गन्ना डालने वाले किसान के पेट में भाला घोंप दो और ट्रैक्टर में आग लगा दो। अगर किसान उनकी बात नहीं मानेंगे तो वह इस्तीफा दे देंगे।
मिलों को चलवाने, गन्ना मूल्य 300 रुपये प्रति क्विंटल करने, बकाया भुगतान आदि मांगों को लेकर कलक्ट्रेट में छह दिन से जारी किसानों के धरने पर नरेश टिकैत ने कहा, एक तीर से दो निशाने तो अक्सर साधे जाते हैं, लेकिन राज्य सरकार तो एक तीर से 10-12 निशाने साध रही है। मुजफ्फरनगर जिले के आंदोलन पर पूरे देश की निगाह है। मामला फंस गया है, कमर कस लो। सरकार व मिल मालिकों का समझौता किसानों को कबूल नहीं है। टिकैत ने कहा कि हम गन्ने के रेट पर 350 रुपये कुंतल से घटकर 300 पर आ गए। चलो, 280 पर भी सब्र कर लिया लेकिन पिछले बकाये का तो कोई जिक्र ही नहीं है। टिकैत ने कहा, माल हम दे रहे हैं, लेकिन हमारी कहीं पूछ नहीं है। सरकार व मिल मालिकान की मिलीभगत है। अपने आप समझौते कर रहे हैं। समझौते में किसी किसान संगठन की राय तक नहीं ली गई। यह परीक्षा की घड़ी है। पांच दिसंबर का चक्का जाम एतिहासिक होगा।
50 निजी मिलों में गन्ना पेराई प्रकिया शुरू
लखनऊ। सरकार से पैकेज मिलने के बाद निजी चीनी मिलों में गन्ना पेराई प्रक्रिया तेज कर दी है। मंगलवार देर शाम तक करीब 50 मिलों में बॉयलर पूजन प्रक्रिया हो चुकी है। यूपी एस्मा (उप्र इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन) के सचिव दीपक गुप्तारा ने बताया कि अधिकतर चीनी मिलों में जल्द ही पेराई शुरू हो जाएगी।
गन्ना खरीद के लिए पर्ची आवंटन का कार्य भी शुरू किया जा रहा है। पर्चियों पर 280 रुपये प्रति क्विंटल की दर गन्ना मूल्य अंकित किया जाएगा। जिन मिलों में तकनीकी दिक्कतें आ रही है। उन्हें जल्द ही दूर किया जाएगा।
BKU has rejected the mill govt and the protest is still on its not good they should talk to the government
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