इजरायल ने गाजा में फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के सुरंगों को नष्ट करने की कमस खाई है। उसने कहा है कि वह तब तक संघर्ष विराम नहीं करेगा जब तक ये सभी सुरंगें नष्ट नहीं हो जातीं। गाजा में हमले तेज करने के लिए उसने अपने 16 हजार और रिजर्व सैनिकों को ड्यूटी पर बुला लिया है। गाजा में पिछले 24 दिनों से जारी इजरायली कार्रवाई में अब तक 1374 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं।
इजरायल ने गाजा से होने वाले रॉकेट हमले रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। लेकिन बाद में उसने अपनी कार्रवाई का विस्तार करते हुए हमास की सुरंगों को नष्ट करना प्रारंभ किया। इनमें से कुछ का प्रयोग आतंकियों ने इजरायल पर हमले के लिए किया था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश संघर्ष विराम के प्रयासों पर ध्यान दिए बिना इन सुरंगों को नष्ट करके ही दम लेगा। उन्होंने कहा कि इजरायल ने दर्जनों सुरंगों को नष्ट कर दिया है और चाहे संघर्ष विराम हो या नहीं हो दोनों में स्थितियों में हम शेष बची सुरंगों को भी नष्ट कर देंगे। विश्व नेताओं द्वारा संयम बरतने की अपील किए जाने के बावजूद इजरायल की कैबिनेट ने बुधवार रात को गाजा में हमले जारी रखने को मंजूरी दी। इजरायल के नए आदेश के बाद ड्यूटी पर बुलाए गए रिजर्व सैनिकों की कुल संख्या 86 हजार हो गई है। इजरायली हमले से गाजा के पास के क्षेत्र खंडहर में तब्दील हो गए हैं। इस संघर्ष में 58 इजरायली भी मारे गए हैं।
सैन्य कार्रवाई जारी रखने के निर्णय के बावजूद इजरायल ने मिस्र एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है। मिस्र ने अमेरिका के साथ मिलकर इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के लिए प्रयास किया था, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए। वहीं मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त नवी पिल्ले ने अंतरराष्ट्रीय कानून की अनदेखी करने पर इजरायल की आलोचना की है। उनका कहना है कि इजरायल ने गाजा के संघर्ष के दौरान जान बूझकर अंतरराष्ट्रीय कानून की अनदेखी की है।
इजरायल ने गाजा से होने वाले रॉकेट हमले रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। लेकिन बाद में उसने अपनी कार्रवाई का विस्तार करते हुए हमास की सुरंगों को नष्ट करना प्रारंभ किया। इनमें से कुछ का प्रयोग आतंकियों ने इजरायल पर हमले के लिए किया था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश संघर्ष विराम के प्रयासों पर ध्यान दिए बिना इन सुरंगों को नष्ट करके ही दम लेगा। उन्होंने कहा कि इजरायल ने दर्जनों सुरंगों को नष्ट कर दिया है और चाहे संघर्ष विराम हो या नहीं हो दोनों में स्थितियों में हम शेष बची सुरंगों को भी नष्ट कर देंगे। विश्व नेताओं द्वारा संयम बरतने की अपील किए जाने के बावजूद इजरायल की कैबिनेट ने बुधवार रात को गाजा में हमले जारी रखने को मंजूरी दी। इजरायल के नए आदेश के बाद ड्यूटी पर बुलाए गए रिजर्व सैनिकों की कुल संख्या 86 हजार हो गई है। इजरायली हमले से गाजा के पास के क्षेत्र खंडहर में तब्दील हो गए हैं। इस संघर्ष में 58 इजरायली भी मारे गए हैं।
सैन्य कार्रवाई जारी रखने के निर्णय के बावजूद इजरायल ने मिस्र एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है। मिस्र ने अमेरिका के साथ मिलकर इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के लिए प्रयास किया था, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए। वहीं मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त नवी पिल्ले ने अंतरराष्ट्रीय कानून की अनदेखी करने पर इजरायल की आलोचना की है। उनका कहना है कि इजरायल ने गाजा के संघर्ष के दौरान जान बूझकर अंतरराष्ट्रीय कानून की अनदेखी की है।
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