दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिका की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल का कहना है कि मोदी का वीजा मुद्दा अब बीते वक्त की बात हो चुकी है। अब अहम यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें आमंत्रित किया है और ओबामा प्रशासन मोदी के स्वागत की तैयारी में है।
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया है। ऐसे में यहां आने के लिए उन्हें वीजा दिया ही जाना है और हमें अब आगे की ओर देखना चाहिए।' बिस्वाल ने कहा, 'मेरा मानना है कि हमने हमेशा ये बात स्पष्ट की है कि वीजा का मुद्दा सामयिक विषयों के आधार तय होता है। प्रधानमंत्री मोदी के संबंध में भी यह अनोखा नहीं था लेकिन अब हमें आगे उनके स्वागत के बारे में सोचना चाहिए।' सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने यह मुद्दा उठाया कि मोदी एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे जिन पर किसी विशेष कारण से वीजा प्रतिबंध लगाया गया था। बिस्वाल ने कहा कि 2005 में यह प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से कोई आवेदन नहीं मिला और न ही इस मामले का पुनरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन आगे की ओर देख रहा है और हमारा ध्यान भविष्य में मोदी और उनके सहयोगियों के साथ बेहतर संबंध बनाने पर है।
भारत को मजबूत करनी होगी अर्थव्यवस्था
बिस्वाल ने कहा कि एशियाई क्षेत्र और साथ ही पूरे विश्व में रणनीतिक शक्ति के तौर पर अपनी संभावना बढ़ाने के लिए भारत को अर्थव्यवस्था में नए प्राण डालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अमेरिका भारत और प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझेदारी का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के विकास के लिए अपनी योजनाओं को लेकर व्यापार समुदाय के सहयोग और निवेशक वर्ग के भरोसे के दम पर मोदी मजबूती से आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया है। ऐसे में यहां आने के लिए उन्हें वीजा दिया ही जाना है और हमें अब आगे की ओर देखना चाहिए।' बिस्वाल ने कहा, 'मेरा मानना है कि हमने हमेशा ये बात स्पष्ट की है कि वीजा का मुद्दा सामयिक विषयों के आधार तय होता है। प्रधानमंत्री मोदी के संबंध में भी यह अनोखा नहीं था लेकिन अब हमें आगे उनके स्वागत के बारे में सोचना चाहिए।' सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने यह मुद्दा उठाया कि मोदी एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे जिन पर किसी विशेष कारण से वीजा प्रतिबंध लगाया गया था। बिस्वाल ने कहा कि 2005 में यह प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से कोई आवेदन नहीं मिला और न ही इस मामले का पुनरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन आगे की ओर देख रहा है और हमारा ध्यान भविष्य में मोदी और उनके सहयोगियों के साथ बेहतर संबंध बनाने पर है।
भारत को मजबूत करनी होगी अर्थव्यवस्था
बिस्वाल ने कहा कि एशियाई क्षेत्र और साथ ही पूरे विश्व में रणनीतिक शक्ति के तौर पर अपनी संभावना बढ़ाने के लिए भारत को अर्थव्यवस्था में नए प्राण डालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अमेरिका भारत और प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझेदारी का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के विकास के लिए अपनी योजनाओं को लेकर व्यापार समुदाय के सहयोग और निवेशक वर्ग के भरोसे के दम पर मोदी मजबूती से आगे बढ़ेंगे।
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