नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी भारत की नई सरकार से पहली बार मिलने जा रहे अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। अपनी इस भारत यात्रा के दौरान उन्हें मोदी सरकार के समक्ष राष्ट्रपति बराक ओबामा का एजेंडा स्पष्ट करना है।
रवानगी से पहले वह सोमवार को यहां भारत के साथ संबंधों पर अपने रोडमैप की जानकारी देंगे। इस भाषण को उनकी भारत यात्रा के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार केरी दो रणनीतिक सहयोगियों, दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच के संबंध, समृद्धता, प्रजातांत्रिक मूल्यों और नई दिल्ली-वाशिंगटन संबंधों के चलते एशिया और पूरी दुनिया में बन रहे सुरक्षा के माहौल पर चर्चा करेंगे।
सोमवार शाम को वह भारत-अमेरिकारणनीतिक वार्ता के लिए नई दिल्ली रवाना होंगे, जहां उनकी भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात होगी।
रवानगी से पहले वह सोमवार को यहां भारत के साथ संबंधों पर अपने रोडमैप की जानकारी देंगे। इस भाषण को उनकी भारत यात्रा के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार केरी दो रणनीतिक सहयोगियों, दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच के संबंध, समृद्धता, प्रजातांत्रिक मूल्यों और नई दिल्ली-वाशिंगटन संबंधों के चलते एशिया और पूरी दुनिया में बन रहे सुरक्षा के माहौल पर चर्चा करेंगे।
सोमवार शाम को वह भारत-अमेरिकारणनीतिक वार्ता के लिए नई दिल्ली रवाना होंगे, जहां उनकी भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात होगी।
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