सीबीआइ टीम ने बुधवार सुबह 10 बजे अलीगढ़ विकास प्राधिकरण [एडीए] के उपाध्यक्ष जेबी सिंह को उनके अवंतिका स्थित आवास से गिरफ्तार किया। जेबी सिंह वर्ष 2008-2010 में मैनपुरी में हुए 19 करोड़ रुपये के मिड डे मील घोटाले के आरोपी हैं। तब ये वहां के मुख्य विकास अधिकारी हुआ करते थे।
इस प्रकरण में मैनपुरी के तत्कालीन डीएम एसएन दुबे को पहले ही सीबीआइ गिरफ्तार कर चुकी है। इंस्पेक्टर अर्चना सिंह के नेतृत्व में सीबीआइ गाजियाबाद की टीम बुधवार सुबह करीब 10 बजे थाना क्वार्सी पहुंची। यहां से एसओ एसके द्विवेद्वी को साथ लेकर टीम वीसी के आवास पर गई। वहां ठीक 10:20 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पहले जेबी सिंह को थाना क्वार्सी लाया गया, जहां आवश्यक लिखापढ़ी के बाद उन्हें सीधे सीबीआइ कोर्ट में पेश करने के लिए गाजियाबाद ले जाया गया।
सूत्रों के मुताबिक इस घोटाले की रिपोर्ट मैनपुरी में 24 अप्रैल 2011 को 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जेबी सिंह को अपनी इस गिरफ्तारी का पिछले कई दिनों से आभास था, इसलिए वे दो दिन से दफ्तर भी नहीं जा रहे थे। मंगलवार को तो पूरे दिन उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ रहा। सूत्रों की माने तो उनके मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाकर उनके लोकेशन की जानकारी सीबीआइ ने हासिल की थी।
इस प्रकरण में मैनपुरी के तत्कालीन डीएम एसएन दुबे को पहले ही सीबीआइ गिरफ्तार कर चुकी है। इंस्पेक्टर अर्चना सिंह के नेतृत्व में सीबीआइ गाजियाबाद की टीम बुधवार सुबह करीब 10 बजे थाना क्वार्सी पहुंची। यहां से एसओ एसके द्विवेद्वी को साथ लेकर टीम वीसी के आवास पर गई। वहां ठीक 10:20 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पहले जेबी सिंह को थाना क्वार्सी लाया गया, जहां आवश्यक लिखापढ़ी के बाद उन्हें सीधे सीबीआइ कोर्ट में पेश करने के लिए गाजियाबाद ले जाया गया।
सूत्रों के मुताबिक इस घोटाले की रिपोर्ट मैनपुरी में 24 अप्रैल 2011 को 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जेबी सिंह को अपनी इस गिरफ्तारी का पिछले कई दिनों से आभास था, इसलिए वे दो दिन से दफ्तर भी नहीं जा रहे थे। मंगलवार को तो पूरे दिन उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ रहा। सूत्रों की माने तो उनके मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाकर उनके लोकेशन की जानकारी सीबीआइ ने हासिल की थी।
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