लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को भले ही कड़ी शिकस्त मिली हो, लेकिन वह अब भी खुद को पेशेवर रणनीतिक सलाहकार मानते हैं। संसद की वेबसाइट पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इसे ही अपना पेशा बताया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताया है।
संसद की वेबसाइट पर 539 सांसदों ने जो अपने पेशे लिखे हैं, उनमें से कुछ चौकाने वाले हैं। पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने खुद को समाज सुधारक बताया है।
संसद की वेबसाइट पर कुल 33 श्रेणी के पेशों का जिक्र है, जिनमें खेती से लेकर बिल्डर, डॉक्टर, शिक्षाविद, टीचर, खिलाड़ी, कलाकार, उद्योगपति, समाज सुधारक व धार्मिक मिशनरीज शामिल हैं।
आडवाणी ने खुद को पत्रकार बताया:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने खुद को पत्रकार बताया है। गौरतलब है कि आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ऑर्गनाइजर से अपनी पेशेवर जिंदगी शुरू की थी। अब भी वह कभी-कभी ब्लॉग लिखा करते हैं। लोकसभा में उनके अलावा तीन और सांसदों ने खुद को पत्रकार बताया हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खुद को वकील बताया है।
राजनाथ अध्यापक, सोनिया सोशल वर्कर:
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद को अध्यापक और भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी ने खुद को प्रोफेसर बताया है। मुजफ्फरनगर से पहली बार के सांसद संजीव बालियान ने भी खुद को प्रोफेसर बताया है। मोदी कैबिनेट में कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान का नाम मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपियों की सूची में भी आ चुका है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद को राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता बताया है, जबकि उनकी देवरानी व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने खुद को लेखिका बताया है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने खुद को क्रिकेटर बताया है। संसद में चार बिल्डर, नौ कलाकार व सात फिल्म कलाकार हैं। पहली बार की सांसद पूनम महाजन ने खुद को बिजनेस पर्सन बताया है, जबकि टीएमसी सांसद सौगत राय ने खुद को शिक्षाविद बताया हैं।
गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने खुद को धार्मिक मिशनरी बताया है। सिर्फ शशि थरूर ही एक ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने खुद को राजनयिक बताया है।
संसद की वेबसाइट पर 539 सांसदों ने जो अपने पेशे लिखे हैं, उनमें से कुछ चौकाने वाले हैं। पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने खुद को समाज सुधारक बताया है।
संसद की वेबसाइट पर कुल 33 श्रेणी के पेशों का जिक्र है, जिनमें खेती से लेकर बिल्डर, डॉक्टर, शिक्षाविद, टीचर, खिलाड़ी, कलाकार, उद्योगपति, समाज सुधारक व धार्मिक मिशनरीज शामिल हैं।
आडवाणी ने खुद को पत्रकार बताया:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने खुद को पत्रकार बताया है। गौरतलब है कि आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ऑर्गनाइजर से अपनी पेशेवर जिंदगी शुरू की थी। अब भी वह कभी-कभी ब्लॉग लिखा करते हैं। लोकसभा में उनके अलावा तीन और सांसदों ने खुद को पत्रकार बताया हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खुद को वकील बताया है।
राजनाथ अध्यापक, सोनिया सोशल वर्कर:
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद को अध्यापक और भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी ने खुद को प्रोफेसर बताया है। मुजफ्फरनगर से पहली बार के सांसद संजीव बालियान ने भी खुद को प्रोफेसर बताया है। मोदी कैबिनेट में कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान का नाम मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपियों की सूची में भी आ चुका है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद को राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता बताया है, जबकि उनकी देवरानी व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने खुद को लेखिका बताया है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने खुद को क्रिकेटर बताया है। संसद में चार बिल्डर, नौ कलाकार व सात फिल्म कलाकार हैं। पहली बार की सांसद पूनम महाजन ने खुद को बिजनेस पर्सन बताया है, जबकि टीएमसी सांसद सौगत राय ने खुद को शिक्षाविद बताया हैं।
गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने खुद को धार्मिक मिशनरी बताया है। सिर्फ शशि थरूर ही एक ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने खुद को राजनयिक बताया है।
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