जल्द ही चुंबक का इस्तेमाल फ्रिज, लैपटॉप या अन्य उपकरणों में वायरलेस कूलिंग एजेंट के तौर पर करना संभव हो सकेगा। अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने इस दिशा में सैद्धांतिक सफलता हासिल की है।
इस सिद्धांत में मैग्नोन की गति का विवरण दिया गया है। मैग्नोन चुंबक के अंदर गतिमान कण होते हैं। अध्ययन के अनुसार, किसी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर मैग्नोन चुंबक के एक सिरे से दूसरे सिरे की ओर गति करते हैं। इस प्रक्रिया में वे ऊष्मा का संचालन करते हैं और अपने पीछे ठंडक छोड़ते हैं।
शोधकर्ता बोलिन लियाओ ने कहा, 'इसके जरिए आप गर्मी को एक सिरे से दूसरे सिरे पर भेज सकते हैं। इस तरह चुंबक प्रशीतक का काम कर सकता है।' इसकी मदद से एक वायरलेस कूलिंग की व्यवस्था बनाई जा सकती है। इस व्यवस्था में पारंपरिक फ्रीज की तरह आइसबॉक्स और पाइप आदि की जरूरत नहीं होगी। ऐसी व्यवस्था से खासतौर पर ऐसी परियोजनाओं में लाभ मिलेगा जहां वायरलेस कूलिंग की जरूरत होती है।
इस सिद्धांत में मैग्नोन की गति का विवरण दिया गया है। मैग्नोन चुंबक के अंदर गतिमान कण होते हैं। अध्ययन के अनुसार, किसी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर मैग्नोन चुंबक के एक सिरे से दूसरे सिरे की ओर गति करते हैं। इस प्रक्रिया में वे ऊष्मा का संचालन करते हैं और अपने पीछे ठंडक छोड़ते हैं।
शोधकर्ता बोलिन लियाओ ने कहा, 'इसके जरिए आप गर्मी को एक सिरे से दूसरे सिरे पर भेज सकते हैं। इस तरह चुंबक प्रशीतक का काम कर सकता है।' इसकी मदद से एक वायरलेस कूलिंग की व्यवस्था बनाई जा सकती है। इस व्यवस्था में पारंपरिक फ्रीज की तरह आइसबॉक्स और पाइप आदि की जरूरत नहीं होगी। ऐसी व्यवस्था से खासतौर पर ऐसी परियोजनाओं में लाभ मिलेगा जहां वायरलेस कूलिंग की जरूरत होती है।
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