विश्व बैंक ने ब्रिक्स द्वारा स्थापित की जाने वाली 100 अरब डॉलर के विकास बैंक का स्वागत करते हुए कहा है कि वह इसके लिए तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने को तैयार है। विश्व बैंक के अध्यक्ष ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान यह बातें कही।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व बैंक के अध्यक्ष से मुलाकात के बाद कहा कि भारत विश्व बैंक से जानकारियां और विशेषज्ञता हासिल करने में रुचि रखता है न कि डॉलर। विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम इस समय तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं।
ब्रिक्स देशों के सदस्य, भारत, रूस, ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने पिछले हफ्ते इस बैंक को स्थापित करने की घोषणा की थी। इन देशों का कहना है कि यह बैंक विकासशील देशों के इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधित परियोजनाओं के लिए फंड उपलब्ध कराएगा।
ब्रिक्स द्वारा बैंक की स्थापना दूसरे विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी शक्तियों द्वारा स्थापित वैश्विक वित्तीय व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए की गई है। विश्व बैंक के अध्यक्ष किम ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती गरीबी से लड़ाई है। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए किम ने कहा कि कोई भी बैंक या संस्थान गरीबी के खिलाफ इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश से संबंधित समस्या से निपटने की कोशिश करता है, हम उसका स्वागत करते हैं।
किम ने कहा कि विश्व बैंक भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से संबंधित परियोजनाओं को आर्थिक मदद बढ़ाने को तैयार है।
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