Thursday, 31 July 2014

Pune landslide: 21 dead body and three alive recovered from malin gaon, 400 NDRF men mount rescue effort

महाराष्ट्र के पुणे में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 28 तक पहुंच गई हैं। गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहत कार्यो का जायजा लिया। यहां राहत कार्य में लगी टीम ने मलबे में से तीन लोगों को जिंदा बाहर निकाला है। बुधवार को आए इस भूस्खलन में पुणे जनपद का एक पूरा गांव मलबे में दब गया था।

पुणे के डिप्टी कलेक्टर के मुताबिक राहत कार्य में बचाए आठ घायलों को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ को अन्य अस्पतालों में भेजा गया है। मिट्टी और पत्थर के इस मलबे में तकरीबन 180 लोगों के फंसे होने की आशंका है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) के दल अब तक मलबे से 28 शव निकाल चुके हैं, जबकि कई घायलों को अस्पताल पहुंचा गया है।

महाराष्ट्र के पुणे शहर से करीब 80 किमी दूर सह्याद्रि श्रृंखला की पहाड़ियों के बीच बसे मालिन गांव में यह हादसा बुधवार सुबह करीब चार से पांच बजे के बीच घटा। 12 ज्योतिर्लिंगों में एक भीमाशंकर से करीब 10 किमी नीचे बसे 46 घरों की आबादी वाले इस गांव पर पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिर पड़ा और पूरा गांव सोते-सोते ही मलबे के नीचे दब गया।

राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण बुधवार को मालिन गांव में चल रहे राहत कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। उनके साथ राज्य के उप मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। पुणे के अंबेगांव तालुका में घटी इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदना प्रकट की हैं। साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। 

Source: News, Newspaper

No comments:

Post a Comment