सुरक्षा जांच के नाम पर लोगों को कतार में खड़ा कराने वाले अमेरिका को भी उसी स्थिति से गुजरना पड़ा है। जी हां, पूरी दुनिया पर अपने रसूख और रुतबे का लोहा मनवाने वाले अमेरिका को मिस्त्र की राजधानी काहिरा में उस वक्त इस स्थिति का सामना करना पड़ा, जब अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी को भी सुरक्षा के लिए अपनी तलाशी देनी पड़ी।
काहिरा में राष्ट्रपति फतह अल सिसी से मिलने पहुंचे केरी और उनके सहयोगियों को सुरक्षा जांच के दौरान मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ा। जब यह खबर सामने आयी तो इस बात की चर्चा पूरी दुनिया में होने लगी।
केरी अपने सहयोगियों के साथ सिसी से गाजा पट्टी पर जारी हमले के बारे में चर्चा करने राष्ट्रपति आवास पहुंचे थे। आम तौर पर विदेशों में अमेरिकी नेताओं को सुरक्षा जांच से नहीं गुजरना पड़ता और हर जगह उनका भव्य स्वागत किया जाता है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट में प्रकाशित मिस्त्र के राष्ट्रपति आवास की सीसीटीवी फुटेज कुछ और ही कहानी बयां करती है।
फुटेज में देखा गया है कि राष्ट्रपति आवास का अधिकारी मेटल डिटेक्टर से केरी की जांच कर रहा है और उनके वरिष्ठ सहयोगी वहां लगाए गए स्थायी मेटल डिटेक्टर से गुजर रहे हैं। इनमें से एक सहयोगी को पॉकेट खाली करने का आदेश भी दिया गया।
केरी के साथ उनके डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ जोनाथन फाइनर, वरिष्ठ सलाहकार डेविड थार्न और प्रवक्ता जेन साकी थीं। गौरतलब है कि भारत के कई प्रतिष्ठित लोगों के साथ अमेरिका में जांच के नाम पर अशोभनीय कार्य कर उनका अपमान किया गया। जिसकी भारत में काफी आलोचना हुई।
काहिरा में राष्ट्रपति फतह अल सिसी से मिलने पहुंचे केरी और उनके सहयोगियों को सुरक्षा जांच के दौरान मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ा। जब यह खबर सामने आयी तो इस बात की चर्चा पूरी दुनिया में होने लगी।
केरी अपने सहयोगियों के साथ सिसी से गाजा पट्टी पर जारी हमले के बारे में चर्चा करने राष्ट्रपति आवास पहुंचे थे। आम तौर पर विदेशों में अमेरिकी नेताओं को सुरक्षा जांच से नहीं गुजरना पड़ता और हर जगह उनका भव्य स्वागत किया जाता है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट में प्रकाशित मिस्त्र के राष्ट्रपति आवास की सीसीटीवी फुटेज कुछ और ही कहानी बयां करती है।
फुटेज में देखा गया है कि राष्ट्रपति आवास का अधिकारी मेटल डिटेक्टर से केरी की जांच कर रहा है और उनके वरिष्ठ सहयोगी वहां लगाए गए स्थायी मेटल डिटेक्टर से गुजर रहे हैं। इनमें से एक सहयोगी को पॉकेट खाली करने का आदेश भी दिया गया।
केरी के साथ उनके डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ जोनाथन फाइनर, वरिष्ठ सलाहकार डेविड थार्न और प्रवक्ता जेन साकी थीं। गौरतलब है कि भारत के कई प्रतिष्ठित लोगों के साथ अमेरिका में जांच के नाम पर अशोभनीय कार्य कर उनका अपमान किया गया। जिसकी भारत में काफी आलोचना हुई।
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