नई दिल्ली। गत स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के भाषण की तुलना गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से किए जाने के दो महीने बाद सरकार की नींद टूटी है। सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों को एडवाइजरी जारी कहा है कि 15 अगस्त के दिन इस तरह का प्रसारण आपत्तिजनक है। साथ ही, चैनलों को मानकों का पालन न करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
21 अक्टूबर को जारी मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि इस साल स्वतंत्रता दिवस पर कुछ चैनलों ने पीएम के संबोधन की दूसरे राजनैतिक नेताओं के भाषण से तुलना कर प्रधानमंत्री कार्यालय की अवमानना की कोशिश की। जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, उस दिन इस तरह के कार्यक्रम का प्रसारण आपत्तिजनक है।
इस दिन लाल किले की प्राचीर से संबोधन देश के प्रधानमंत्री का होता है न कि किसी राजनैतिक पार्टी के नेता का। बता दें कि सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने चैनलों को निर्देश दिया है कि वे स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के भाषण की तुलना किसी और नेता से न करें। 15 अगस्त को कुछ चैनलों ने मनमोहन सिंह के भाषण की तुलना मोदी के संबोधन से की थी।
भुज के एक कॉलेज में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर हमला बोला था और उन्हें बहस की चुनौती दी थी। हालांकि एडवाइजरी में मोदी या किसी अन्य नेता का नाम नहीं दिया गया है।
Source- News in Hindi
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