नई दिल्ली। कई बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप अपने नाम कर चुके शीर्ष तैराक अर्जुन मुरलीधरन पर डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाए जाने के बाद दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। इस साल मार्च में हुई अखिल भारतीय पुलिस तैराकी चैंपियनशिप के दौरान अर्जुन को शक्तिवर्धक दवा मिथाइलहेक्सानियामिन के सेवन का दोषी पाया गया है।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के पैनल ने मुरलीधरन पर दो साल का प्रतिबंध लगाया है जो 25 अक्टूबर से लागू होगा। हालांकि अर्जुन राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अपील पैनल में अपील कर सकते हैं। महाराष्ट्र के 26 वर्षीय तैराक मुरलीधरन ने अब तक 15 राष्ट्रीय खिताब जीते हैं। एक समय बटरफ्लाई स्पर्धा के 50, 100 और 200 मीटर के मीटर के तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके नाम थे। वह 2004 से 2007 तक लगातार तीन ओपेन राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ तैराक रहे।
मुरलीधरन के करियर की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के बेनडिगो में 2004 राष्ट्रमंडल युवा खेलों के दौरान आई जब उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में भी कई खिताब जीते। उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय पदक ढाका में दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान 100 मीटर बटरफ्लाई में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था। पिछले साल नवंबर में अर्जुन के भाई अमर मुरलीधरन पर डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाए जाने पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था।
Source- Sports News in Hindi
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