लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय के गोरखपुर स्टेशन में यार्ड री-माडलिंग के तहत नानइंटरलाकिंग कार्य रविवार को पूरा हो गया। इसके साथ ही स्टेशन पर विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म अस्तित्व में आ गया है। इस प्लेटफार्म से पहली ट्रेन के रूप में गोरखधाम एक्सप्रेस हिसार के लिए रवाना की गई। शाम को 4.35 बजे प्लेटफार्म नंबर दो से महाप्रबंधक कृष्ण कुमार अटल ने हाथ हिलाकर ट्रेन को रवाना किया। इसके साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे ने इतिहास के पन्नों में नया अध्याय लिख दिया।
इसके पूर्व महाप्रबंधक कृष्ण कुमार अटल ने प्लेटफार्म नंबर एक के सामने रेल लाइनों के बीच बने रूट रिले इंटरलाकिंग केबिन (आरआरआइ केबिन) का फीता काटकर उद्घाटन किया। रूट रिले केबिन के अंदर उन्होंने विशेष पूजा भी की तथा मुख्य द्वार पर यार्ड री-माडलिंग के शिलापट्ट का अनावरण किया।
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तैयार हुआ प्लेटफार्म : नानइंटरलाकिंग पूरा होते ही गोरखपुर में विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म बनकर तैयार हो गया। रैंप सहित इसकी लंबाई 1366.4 मीटर, जबकि बिना रैंप की 1355.3 मीटर हो गई है। रेल प्रशासन ने गुड़गांव स्थित लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के कार्यालय में इस प्लेटफार्म का नामांकन करा दिया है। दिसंबर में इसकी बकायदा घोषणा भी हो जाएगी। बता दें कि अब तक सबसे बड़ा प्लेटफार्म खड़कगपुर में है। उसकी लंबाई 1072.5 मीटर है। इसके पहले सोनपुर 738 मीटर के नाम दर्ज था।
Source: News in Hindi
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