Tuesday, 26 November 2013

भाजपा ने सीएम पर साधा निशाना

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आठ वर्ष के शासनकाल में साढ़े सात साल तक साथ रही भाजपा ने मंगलवार को अपना रिपोर्ट कार्ड जारी किया। 48 पन्नों की इस पुस्तिका का नाम है- 'सांसत में सुशासन।' इसमें शासन से जुड़े पिछले पांच महीने के तमाम प्रमुख मसले दर्ज हैं। इस दौरान हुई वारदातों की खासी चर्चा है। भाजपाइयों ने इस अवधि को 'विश्वासघात के पांच महीने' का नाम दिया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। 

रिपोर्ट कार्ड जारी करते वक्त भाजपा के तमाम वरीय नेता (सुशील कुमार मोदी, मंगल पांडेय, नंदकिशोर यादव, अश्रि्वनी कुमार चौबे, गिरिराज सिंह, रामाधार सिंह, सुखदा पांडेय आदि) मौजूद थे। मोदी के अनुसार अपने स्वार्थ के चक्कर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश को तबाह कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा कोटे में रहे 18 विभागों को अपने पास रखा हुआ है। उनमें मंत्रिमंडल विस्तार की हिम्मत नहीं है। इन विभागों के अलावा बाकी विभागों की बुरी हालत है। असल में गठबंधन टूटने के बाद से नीतीश बेहद कमजोर हो गए हैं। किसी तरह कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं। अफसरशाही हावी हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि जनता सबकुछ देख रही है। समय आने पर जिम्मेदारों को माकूल सजा देगी। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर ने नीतीश सरकार के रिपोर्ट कार्ड को एक तरह से खारिज किया और कहा कि सीएम ने अपना राशन कार्ड पेश किया है। इसमें शायद ही कुछ नया है। 

भाजपा नेताओं के अनुसार पिछले पांच महीने में बिहार के बारे में तेजी से धारणा बदली है। सुशासन के स्थान पर सरकार की नाकामियां चर्चा के केंद्र में हैं। दंगा, बम विस्फोट, क‌र्फ्यू जैसी घटनाएं बिहार में पहली बार हुई।
मोदी के मुताबिक मुख्यमंत्री बेहद बोझिल हैं। बोया हमने और मुख्यमंत्री अब उसका श्रेय लेना चाह रहे हैं। जिन योजनाओं का वे शिलान्यास कर रहे हैं उनके उद्घाटन का मौका उन्हें नहीं मिलने वाला। पूरी सरकार के कामकाज के अलावा मुख्यमंत्री पर 18 विभागों का अतिरिक्त बोझ है। सबकुछ ठप सा है। अब आतंकियों का हमला हो रहा है। ऐसा पहली बार है। महिलाओं की सुरक्षा पर संकट पैदा हुआ है। हाजीपुर में गैंगरेप के बाद लोगों ने अपनी बच्चियों का स्कूल जाना बंद करा दिया है। 

उन्होंने कहा-मुख्यमंत्री खुद मान रहे हैं कि राज्य में जमीन नहीं है। ऐसे में निवेशकों को जमीन उपलब्ध कराने के लिए आखिर सरकार कौन सा उपाय कर रही है? शराब नीति पर मोदी ने कहा कि भाजपा शराब दुकानों को बंद करने के पक्ष में नहीं है। लेकिन बगैर ग्राम पंचायतों की अनुमति के शराब दुकानें नहीं खोली जानी चाहिए। नंदकिशोर यादव ने भू-माफिया, नक्सलवाद जैसे संगठित अपराधों की खासी चर्चा की। सरकार के रिपोर्ट कार्ड में मुख्यमंत्री के सवा सौ फोटो हैं। इसी से साफ है कि किसी और को काम का श्रेय नहीं लेने देना चाहते। 


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