नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार को तहलका के मुख्य संपादक तरुण तेजपाल की हरकत को 'दुष्कर्म' करार दिया है। पीड़िता के अनुसार थिंकफेस्ट के दौरान गोवा के एक होटल में तेजपाल ने उसके साथ जो कुछ किया वह 'दुष्कर्म' की परिभाषा में आता है। साथ ही पीड़िता ने राजनीतिक दलों से इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देने की अपील की।
तेजपाल के पूछताछ के लिए गोवा रवाना होने के तत्काल बाद पीड़िता ने कहा, 'यह मेरी अस्मिता और अधिकार की रक्षा की लड़ाई है कि मेरा शरीर सिर्फ मेरा है, न कि नौकरी देने वाले का खिलौना है।' पीड़िता के बयान से साफ है कि वह इस मामले में तेजपाल के खिलाफ अपने आरोपों पर अडिग है। इसके पहले बुधवार को वह मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा-164 के तहत अपना बयान दर्ज करा चुकी है, जो अदालत में सुबूत के रूप में देखा जाएगा। वह गोवा पुलिस के समक्ष तेजपाल से आमने-सामने पूछताछ के लिए भी तैयार है।
पीड़िता ने साफ कर दिया है कि तेजपाल के खिलाफ उसकी शिकायत के पीछे किसी भी राजनीतिक दल या नेता का हाथ नहीं है।
ऐसे आरोप लगाने के पीछे यह सोच हावी है कि लड़की आज भी अपना फैसला खुद नहीं ले सकती। उसने राजनीतिक दलों को मामले में राजनीति नहीं करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि तेजपाल अपने खिलाफ कार्रवाई के पीछे भाजपा की साजिश का आरोप लगाते रहे हैं।
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