नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। एक बेहद ही शानदार और रोमांचक फाइनल मुकाबले में आइपीएल-6 की विजेता मुंबई इंडियंस की टीम ने रविवार को राजस्थान रॉयल्स को 33 रन से हराते हुए चैंपियंस लीग का खिताब भी अपने नाम कर लिया। मुंबई का यह दूसरा चैंपियंस लीग खिताब है, इससे पहले उसने 2011 में भी 'चैंपियनों का चैंपियन' बनने का कारनामा किया था। एक साथ आइपीएल और चैंपियंस लीग का खिताब जीतने का कमाल चेन्नई सुपरकिंग्स (2010) की टीम भी कर चुकी है।
इस मुकाबले को दो दिग्गज खिलाड़ी मुंबई के सचिन तेंदुलकर सचिन तेंदुलकर (15) और राजस्थान के राहुल द्रविड़ (01) के टी-20 के विदाई मैच के रूप में भी देखा जा रहा था। हालांकि ये दोनों बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन उनसे प्रेरणा लेकर उनकी टीमों ने जोरदार प्रदर्शन किया और इस मैच को और भी यादगार बना दिया।
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान रोहित शर्मा और ग्लेन मैक्सवेल की 14-14 गेंदों पर क्रमश: 33 और 37 रन की ताबड़तोड़ पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान की टीम ने जोरदार टक्कर दी, लेकिन लक्ष्य के करीब पहुंचकर उनकी टीम लड़खड़ा गई। टॉप फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे ने लगातार चौथा अर्धशतक (65) जमाया। संजू सैमसन ने 33 गेंद पर चार चौके और चार छक्कों से सजी 60 रन की धांसू पारी खेली। 16वें ओवर की समाप्ति के बाद राजस्थान को जीत के लिए 24 गेंद पर 48 रन की जरूरत थी और उसके सात बल्लेबाज बचे हुए थे। पलड़ा राजस्थान का भारी लगने लगा था, तभी 17वां ओवर फेंकने आए अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह ने रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी (10) और केवोन कूपर (04) को आउट करके मैच का परिणाम तय कर दिया। राजस्थान की टीम इन तीन झटकों से उबर नहीं सकी और बाकी के बल्लेबाज भी दबाव में बिखर गए। 19वें ओवर में पोलार्ड ने आखिर के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर टीम को 169 रन पर ही समेट दिया।
इससे पहले, राजस्थान के कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर मुंबई को बल्लेबाजी का न्योता दिया। सचिन और ड्वेन स्मिथ की सलामी जोड़ी ने टीम को धीमी, लेकिन सतर्क शुरुआत दिलाई। पांचवें ओवर में सचिन (15) के बोल्ड होने के बाद राजस्थान के गेंदबाजों का हौसला बढ़ गया और उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए रन गति को तेज नहीं होने दिया। राजस्थान के उम्रदराज स्पिनर प्रवीण तांबे के आगे ड्वेन स्मिथ (44) और अंबाति रायुडू (29) बेबस नजर आए। तांबे ने लगातार दो ओवरों में दोनों को पवेलियन भेजकर मुंबई को और कमजोर करना चाहा, लेकिन नए बल्लेबाज रोहित ने पलटवार करते हुए मैच का रुख ही बदल डाला। रोहित जब मैदान पर उतरे तब मुंबई ने 11.3 ओवर में केवल 77 रन बनाए थे। उस वक्त अनुमानित स्कोर 150-160 ही नजर आ रहा था।
रोहित ने धमाका करते हुए 14 गेंद पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 33 रन बनाए और टीम को बड़े स्कोर की तरफ धकेला। उनके जाने के बाद मैक्सवेल ने 14 गेंद पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 37 रन बनाकर रनगति बनाए रखी, जिसकी मदद से टीम ने आखिरी आठ ओवरों में 121 रन जोड़ते हुए 200 का आंकड़ा पार किया।
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Source: Cricket News in Hindi
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