रांची [प्रदीप सिंह]। इसे संयोग ही कहेंगे कि चारा घोटाले के प्रमुख आरोपी राजद प्रमुख लालू प्रसाद राजधानी स्थित जिस बिरसा केंद्रीय कारा, होटवार में बीते चार दिनों से बंद हैं वह जमीन पशुपालन विभाग की है। अविभाजित बिहार में यहां कैटल ब्रीडिंग फार्म और पशुपालन डेयरी स्थापित थी। बाद में राज्य सरकार ने इस जमीन का अधिग्रहण कर यहां केंद्रीय कारा की स्थापना की।
लालू प्रसाद को पशुओं से खासा लगाव भी है। खासकर वे गाय के परम भक्त हैं। बिहार का मुख्यमंत्री रहते हुए एक अणो मार्ग स्थित अपने आवास में उन्होंने लंबा-चौड़ा फार्म स्थापित कर रखा था। गायों को पुचकारते, दूहते, उनकी पूजा करते हुए लालू की तस्वीरें समाचार पत्रों की सुर्खियां बनती थी। अब उनका यह फार्म खगौल-दानापुर रोड शिफ्ट कर गया है। फार्म में दूध उत्पादन से उनके परिवार को अच्छी-खासी आय भी होती थी।
चारा घोटाले की अंतिम सुनवाई के दिन भी यहां आते हुए लालू प्रसाद अपने फार्म हाउस पर गए थे और वहां गायों की पूजा की थी। लालू की गौ भक्ति से जुड़ा यह भी एक संयोग ही है कि चारा घोटाले की जांच को मुकाम तक पहुंचाने वाले सीबीआइ के डीएसपी एके झा भी गौ-भक्त है। झा हर गुरुवार और शनिवार को गाय को रोटी खिलाना नहीं भूलते। यह दीगर है कि न तो वे गो-पालन करते हैं न हीं उनके पास गायों का फार्म है।
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