रांची, जागरण ब्यूरो। चारा घोटाले के आरोपी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र जल्द अदालत पहुंचने वालों में शुमार थे। उनकी तबीयत इन दिनों खराब चल रही है। वे काफी कमजोर भी दिख रहे थे। अपने साथ आए लोगों की सहायता से वे कोर्ट रूम के पीछे न्यायाधीश प्रवास कुमार सिंह के चैंबर के समीप पहुंचे। उन्हें बाहर कुर्सी लगाकर बिठाया गया।
हाथ में दुर्गा सप्तशती लिए डॉ. मिश्र लगातार स्तुति कर रहे थे। मिलने वाले लोग भी यहां जुटे थे। समय पर दवा भी दी जा रही थी। इस बीच न्यायाधीश ने उन्हें अपने चैंबर में बुलाया तो वे भीतर गए। थोड़ी देर के बाद बाहर आकर वे भीतर कुर्सी पर बैठे। जब आरोपियों को सजा सुनाने के क्रम में उनकी बारी आई तो उन्हें पिछले दरवाजे से ही कोर्ट के भीतर ले जाकर बिठाया गया। वे फैसला समझ नहीं पाए और बाहर आने के बाद लगातार अपने साथ आए लोगों से पूछते रहे। जब फैसले की कॉपी पर साइन कराने की बारी आई तो उन्होंने फिर पूछा.कि भेलई। जब बताया गया कि आप दोषी करार दिए गए हैं तो वे सदमे में दिखे। वे अपना कुछ सामान साथ लेकर आए थे। इस बीच बिहार से लगातार उनके समर्थकों के फोन बज रहे थे। बताया गया कि कोर्ट से सीधे जेल जाना है। फैसला समझने के बाद सन्नाटे में आए डॉ. जगन्नाथ मिश्र ने थोड़ी देर बाद खुद को संभाला। अंगरक्षक ने कान में कुछ कहा तो वे उठकर खड़े हो गए।
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