नई दिल्ली। एमबीबीएस सीट आवंटन घोटाला मामले में दोषी करार दिए गए कांग्रेस नेता रशीद मसूद की सजा पर बहस पूरी हो गई है। अदालत ढाई बजे सजा का करेगी ऐलान। मसूद के वकील ने मंगलवार को कोर्ट में इस आग्रह के साथ बहस शुरू किया कि उन्हें एक मौका दे दिया जाए, क्योंकि वह काफी उम्रदराज हैं। उनकी उम्र 68 साल की है और वे बहुत सारी बीमारियों से ग्रसित हैं। वकील ने बताया कि उनकी दो बार एंजियोप्लास्टी भी कराई जा चुकी है और उन्हें 20 साल से डायबिटीज भी है तथा वे दिन में दो बार इंसुलिन का इंजेक्शन भी लेते हैं। वकील ने मसूद के स्वास्थ्य से संबंधित मूलचंद हॉस्पिटल की रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश कीं। कोर्ट में पेश होने के बाद मसूद काफी नर्वस दिख रहे थे और खड़े नहीं हो पा रहे थे। इसके बाद उनके सहयोगी ने उन्हें कुर्सी पर बैठाया।
गौरतलब है कि यह मामला 1990-91 का है, जब रशीद मसूद वीपी सिंह सरकार में स्वास्थ मंत्री थे। मसूद को सेंट्रल पूल से त्रिपुरा के लिए आवंटित की गई सीटों पर अयोग्य उम्मीदवार को नामित करने का दोषी 19 सितंबर, को ही ठहराया दिया गया था।
सजायाफ्ता सांसदों और विधायकों की सदस्यता निरस्त करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पहली गाज रशीद मसूद पर गिर सकती है। दो साल से अधिक की सजा होने की स्थिति में रशीद मसूद की संसद की सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त हो जाएगी। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उस कानून को खत्म कर दिया था जिसमें सांसदों और विधायकों को तत्काल अयोग्य ठहराए जाने के नियम में इम्यूनिटी हासिल थी।
No comments:
Post a Comment