नोएडा [जासं]। अपनी अंतिम फोटो में चेहरे पर हल्की मुस्कान लिए आरुषि शायद मौत से बेखबर थी। पापा राजेश तलवारं ने ही आखिरी बार उसकी फोटो खींची थी। जिस ड्रेस में आरुषि की आखिरी फोटो ली गई थी, उसी में वह सुबह मृत पाई गई। जिन्होंने उसके जन्मदिन पर खुशी और उपहार देने को सोचा था, उन्हीं लोगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
15 मई, 2008 की रात जन्मदिन मनाने को लेकर आरुषि अपने मम्मी-पापा से बात कर रही थी। इस दौरान उसने अपने गिफ्ट के बारे में पूछा तब पिता डॉ राजेश ने कैमरा दिखाया था। इसे उन्होंने ऑनलाइन खरीदा था। कैमरा देखकर आरुषि काफी खुश हो गई थी। फोटो खिंचवाने की शौकीन आरुषि ने नए कैमरे से भी एक फोटो लेने के लिए कहा था। इस पर डॉ राजेश ने उसकी फोटो खींची थी। फोटो की डिटेल से पता चलता है कि इसे 15 मई की रात 10 बजकर तीन मिनट 39 सेकेंड पर लिया गया था। इस बारे में डॉ तलवार ने स्वयं बताया था कि अपनी पसंदीदा स्काई ब्लू टीशर्ट में फोटो देखकर वह काफी खुश हुई थी।
16 को ही जन्मदिन मनाने वाली थी :
आरुषि का जन्मदिन 24 मई को होता है लेकिन वह हमेशा स्कूल में गर्मियों की होने वाली छुट्टी के दिन ही मना लिया करती थी। 2008 में 16 मई से छुट्टी हो रही ंथी। इसलिए इसी दिन जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रही थी ताकि ज्यादा से ज्यादा दोस्तों के साथ इसे सेलीब्रेट कर सके। इस बारे में आरुषि ने अपनी सबसे करीबी दोस्त फिजा से रात लगभग आठ बजे फोन पर बात की थी। उस समय फिजा ने बताया था कि जन्मदिन पर वह आरुषि के घर ही रुकने वाली थी। लेकिन न जन्मदिन आया और न ही वह आरुषि के साथ रुक सकीं। फोन पर हुई फिजा की वह बात आखिरी साबित हुई। इससे पहले, स्कूल में गर्मियों की छुट्टी 15 मई को हुई थी तब आरुषि ने इसी तारीख में जन्मदिन मनाया था। वह छुट्टियों के दौरान एक डांस प्रोग्राम में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही थी।
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