Thursday 26 September 2013

News in Hindi: Indian tennis fans upset after Bhupathi and Somdev exit


Mahesh Bhupathi

नई दिल्ली। भारतीय टेनिस के लिए मंगलवार का दिन अच्छा साबित नहीं हुआ। एक तरफ जहां महेश भूपति और रॉबर्ट लिंडस्टेड की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को थाइलैंड ओपेन के पहले दौर में ही पराजय का सामना करना पड़ा। वहीं मलेशियाई ओपेन में युवा भारतीय खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन को भी हार का सामना करना पड़ा और वह भी टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
भारतीय स्टार भूपति और स्वीडिश खिलाड़ी रॉबर्ट की जोड़ी को स्पेन के डेनियल जिमेनो और इटली के पाओलो लोरांजी से सिर्फ 59 मिनट में हार का सामना करना पड़ा। अमेरिकी ओपेन के बाद भूपति का यह पहला टूर्नामेंट है। अमेरिकी ओपेन में भूपति पहले दौर में ही हार गए थे। हालांकि थाइलैंड ओपेन में भारतीय उम्मीदें अभी जिंदा हैं। भारतीय स्टार लिएंडर पेस अपने इटेलियन जोड़ीदार डेनियल ब्रासिली के साथ खेल रहे हैं। इस जोड़ी को दूसरी वरीयता दी गई है। वहीं कुआलालंपुर में चल रहे मलेशियाई ओपेन में सोमदेव को अपने से नीची रैंक वाले इटेलियन खिलाड़ी से हार का सामना करना पड़ा। इटली के माटियो विओला ने यह मैच 6-3, 6-3 से जीता। सोमदेव इसी सोमवार को एटीपी रैंकिंग के टॉप-100 में आए थे। उनकी वर्तमान रैंकिंग 98 है। वहीं विओला की रैंक 140 है।

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Neil Broom

जयपुर। बुधवार को हुए चैंपियंस लीग टी20 के मुकाबलों में ओटागो वोल्ट्स और पर्थ स्कॉर्चर्स की भिड़ंत ऐतिहासिक बन गई। जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम पर हुई इस भिड़ंत को खास बनाया नील बू्रम ने, जिनके बल्ले से महज 56 गेंदों पर निकले नाबाद 117 रन।
मैच में पर्थ स्कॉर्चर्स ने जब टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया, तभी शायद वो अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार चुके थे। ओटागो पहले बल्लेबाजी करने आया और उनके सलामी बल्लेबाज नील ब्रूम ने ऐसा कहर बरपाया कि स्कॉर्चर्स के गेंदबाज सन्न रह गए। ब्रूम ने हर एक गेंदबाज की क्लास लगाई और 56 गेंदों पर पहली से आखिरी गेंद तक नॉट आउट रहते हुए 117 रन ठोंक डाले, 208.92 की स्ट्राइक रेट से खेली गई इस धुआंधार पारी में उनके बल्ले से 8 छक्के और 9 चौके निकले। न्यूजीलैंड के क्रास्टचर्च में जन्में 29 वर्षीय बू्रम अपने देश की टीम से भी खेल चुके हैं। उन्होंने अब तक 22 वनडे मैचों में 333 रन बनाए हैं, जबकि 9 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में उनके नाम 61 रन हैं। यह रिकॉर्ड कुछ खास तो नजर नहीं आता लेकिन जयपुर में खेली गई नाबाद 117 रन की उनकी यह पारी अब फैंस और चयनकर्ता कभी नजरअंदाज नहीं कर सकेंगे।
बू्रम के अलावा उनकी टीम से रयान टेन डसटाचे ने भी अंत में बेहतरीन पारी खेली और महज 26 गेंदों पर छह छक्कों और 3 चौकों के मदद से 66 रन ठोंक डाले, जबकि टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज डेरेक डी बूर्डर ने 28 गेंदों में 45 रनों की पारी खेली और इन्हीं सभी पारियों के दम पर ओटागो ने 20 ओवर में महज 4 विकेट के नुकसान पर 242 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। विरोधी पर्थ स्कॉर्चर्स की टीम ने कोशिश तो बहुत की लेकिन वो 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर महज 180 रन ही बना सके और मैच 62 रनों से गंवा दिया।

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Brad Hodge

जयपुर। सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार का दिन राजस्थान रॉयल्स के उम्रदराज खिलाड़ियों के नाम रहा। 38 वर्षीय ब्रैड हॉज और 41 वर्षीय प्रवीण तांबे ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान रॉयल्स को चैंपियंस लीग टी-20 मैच में हाइवेल्ड लॉयंस पर 30 रन से आसान जीत दिलाई। मेजबान टीम की टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत है।
रॉयल्स से मिले 184 रन के मजबूत लक्ष्य का पीछा करते हुए लॉयंस की टीम 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर सिर्फ 153 रन ही बना सकी। रॉयल्स के लिए प्रवीण तांबे ने सबसे अधिक चार विकेट झटके और लॉयंस की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने पांच विकेट पर 183 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। टी-20 के फ्रीलांसर ब्रैड हॉज ने 23 गेंद पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 46 रन बनाकर साबित किया कि आखिर इस छोटे प्रारूप में उनकी अधिक मांग क्यों है। उन्होंने पाकिस्तान के बायें हाथ के तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर के पारी के आखिर ओवर में बने 21 में से 20 रन बनाए। ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने 20 गेंद पर 38 रन की धुआंधार पारी खेली जबकि अनुभवी शेन वॉटसन ने 24 गेंद पर 33 और कप्तान राहुल द्रविड़ ने 30 गेंद पर 31 रन बनाए। रॉयल्स ने आखिरी दस ओवरों में 114 रन जोड़े।

पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाले रॉयल्स के लिए पारी का 13वां ओवर महत्वपूर्ण साबित हुआ। वॉटसन ने बायें हाथ के स्पिनर एरोन फांगिसो के इस ओवर में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 22 रन बटोरे लेकिन लोनवाबो सोतसोबे ने अगले ओवर में छक्का जड़ने के प्रयास में वह सीमा रेखा पर कैच देकर पवेलियन लौट गए। इस तरह से वॉटसन की पारी चार चौकों और दो छक्कों तक सीमित रही। बिन्नी और हॉज ने हालांकि आखिरी क्षणों में वॉटसन की कमी नहीं खलने दी। बिन्नी ने प्रिटोरियस की गेंद पर बोल्ड होने से पहले पांच चौके और एक छक्का लगाया। लायंस की तरफ से सोतसोबे और प्रिटोरियस ने दो-दो विकेट लिए।

आठ अक्टूबर को अपना 42वां जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे तांबे ने अपना जादू दिखाया। जब लॉयंस शुरुआती झटकों से उबरकर रॉयल्स को चुनौती देने की कोशिश कर रहा था तब इस लेग स्पिनर ने 12वें ओवर में गेंद थामी और दक्षिण अफ्रीकी टीम का मध्यक्रम झकझोर दिया। तांबे ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीन ओवर में 15 रन देकर चार विकेट लिए। लॉयंस की तरफ से कप्तान एल्विरो पीटरसन ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। तांबे के अलावा जेम्स फॉकनर और विक्रमजीत मलिक ने दो-दो विकेट लिए।

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varoon madan

लखनऊ। गोमतीनगर विजयंतखंड स्टेडियम में चल रही चौथी नेशनल सिक्स रेड कर स्नूकर प्रतियोगिता का खिताब दिल्ली के वरुण मदान व कर्नाटक की विद्या पिल्लई ने सबको पछाड़ते हुए अपने नाम कर लिया है। महाराष्ट्र के राहुल सचदेव व तमिलनाडु की नीना प्रवीण रनरअप बने।
नौ दिवसीय प्रतियोगिता में बुधवार को खेले गए पुरुष व महिला वर्ग के फाइनल में खिलाडिय़ों ने खिताबी मुकाबलों में जमकर एक दूसरे को टक्कर दी। पुरुष वर्ग का फाइनल दिल्ली के वरुण मदान व महाराष्ट्र के राहुल सचदेव के बीच खेला गया। शुरुआती दौर में दोनों ने एक दूसरे को बराबर की टक्कर दी और स्कोर आठ फ्रेमों के बाद 4-4 बराबर रहा। कड़ी मशक्कत के बाद 10 व 11वें फ्रेम में वरुण ने 32-30, 50-14, 42-22, 25-33, 14-36, 31-29, 17-53, 19-44, 39-22, 69-8 व 37-21 अंकों से चैंपियनशिप जीत ली। महिला वर्ग में नेशनल स्नूकर चैंपियन विद्या पिल्लई ने तमिलनाडु की नीना प्रवीन को 37-30, 31-32, 27-37, 41-9, 32-27 व 52-21 फ्रेमों से हरा दिया। राज्य खेल मंत्री रामकरन आर्य ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। 

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Bollywood News in Hindi: Shilpa Shetty on dieting

Shilpa Shetty
नई दिल्ली। बॉलीवुड में शिल्पा शेट्टी की खूबसूरत काया का हर कोई कायल है। पर अब लगता है कि शादी और फिर बच्चा होने के बाद शिल्पा की खूबसूरत बॉडी पर मोटापा चढ़ने लगा है। सुनने में आया है कि अपनी फिगर को छरहरा बनाए रखने के लिए शिल्पा ने खाना-पीना छोड़ दिया है।
जी हां अब वह सारा दिन मात्र छह अंडे खाकर अपना काम चलाती हैं। चिकन और मटन खाने की शौकीन शिल्पा को जब अंडे खाकर काम चलाना पड़ रहा हो तो आप समझ सकते हैं कि उनके दिल पर क्या बीतती होगी। अपनी फिगर को लेकर चिंतित शिल्पा अंडे के अलावा और किसी चीज को हाथ भी नहीं लगातीं।

डियर, शिल्पा हम दुआ करते हैं कि जिस चीज के लिए आप इतना बड़ा त्याग कर रही हैं, भगवान उसमें आपको सफलता दे।

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News in Hindi: BJP condemns terror strikes,says Pak continuing with proxy war


terrorist attack

नई दिल्लीजम्मू के कठुआ और सांबा में हुए आतंकी हमले की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत सभी राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है। अमेरिका गए पीएम ने इस हमले को शांति वार्ता में बाधा पहुंचाने की कोशिश बताया है। वहीं विभिन्न राजनीतिक दलों ने इसे शांति प्रक्रिया की आड़ में आतंकी कार्रवाई जारी रखने की साजिश करार दिया है।
घटना के बाद गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इस हमले में शहीद हुए लोगों की जानकारी ली है। भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने इस हमले के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच होने वाली वार्ता को रोक देने की अपील की है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान से वार्ता करने की बहुत जल्दी है।

उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में भारतीय जवानों के सिर कलम करने की घटना के बाद सदन में कहा था कि वह तब तक पाक से वार्ता नहीं करेंगे जब तक पाक इस तरह की घटनाओं को बंद नहीं कर देता है।
दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने बातचीत जारी रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बातचीत से ही कोई समाधान निकाला जा सकता है। रक्षा विशेषज्ञों की राय में इस हमले के बाद भारत को पाक से कोई बात नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस के राशिद अल्वी ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि भारत पाकिस्तान से दोस्ताना संबंध चाहता है, लेकिन हमलों में मासूमों की मौत की कीमत पर यह मंजूर नहीं किया जा सकता है। 

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News in Hindi: Kautilya pandit get offer from KBC


kautilya pandit

पानीपत [जासं]। मात्र पांच साल आठ माह की उम्र में अपनी विलक्षण प्रतिभा से लोगों को दंग कर देने वाले नन्हें कौटिल्य को अब कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) से बुलावा आया है। महानायक अमिताभ बच्चन से मिलने को बेहद उत्साहित कौटिल्य मुंबई जाने की तैयारिंयों में जुट गया है। उसकी तीक्ष्ण बुद्धि को देखते हुई कई टीवी चैनल लाइव शो का भी प्रसारण कर चुके हैं। इसमें दर्शक उससे प्रश्न पूछते और वह पलक झपकते ही उसका उत्तर देता था। 

हरियाणा के करनाल जिले के कोहंड गांव निवासी बालक कौटिल्य बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। विश्व के सभी देशों की भौगोलिक सीमाएं, क्षेत्रफल व अन्य तमाम जानकारियां उसे जुबानी याद है। सौरमंडल से संबंधित सभी ग्रह व उपग्रह के आंकड़े वह चंद सेकेंड में बता देता है। बुधवार को इस जीनियस बच्चे से जब केबीसी की ओर से फोन कर पूछा गया कि केबीसी के बारे में जानते हो तो उसने तपाक से कहा 'कौन बनेगा करोड़पति'। बस फिर क्या था। उसे शो में आने और अमिताभ बच्चन के साथ खेलने का विशेष निमंत्रण दे डाला गया। 

कौटिल्य उर्फ चाणक्य से प्रेरित यह बालक अपनी शक्ल सूरत भी वैसा ही रखना चाहता है। वह अपने सिर में चोटी रखने लगा है। कौटिल्य की इच्छा है कि उसकी चोटी जल्द से जल्द चाणक्य जैसी बड़ी हो जाए। उसके दादा जयकिशन शर्मा ने अपने पोते की छुपी प्रतिभा को सबके सामने लाने का श्रेय दैनिक जागरण को दिया। उनके पास अमेरिका और ब्रिटेन तक से लोगों के बधाई फोन आ रहे हैं।

News in Hindi: Indian cricket black truth revealed again


Pravin Tambe

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली (New Delhi News)। हमारे देश का क्रिकेट फैन और क्रिकेट तंत्र आए दिन इस मुद्दे पर खींचतान में लगा रहता है कि सचिन कब संन्यास लेंगे, क्या उनकी विदाई देश में होगी या विदेश में और ना जाने क्या-क्या..लेकिन दूसरी तरफ कई हुनरमंद क्रिकेटर अपना पूरा जीवन घरेलू मैदान पर ही संघर्ष करते काट देता है लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं होता। बुधवार को चैंपियंस लीग टी20 में भी एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने रोंगटे खड़े कर दिए। इस मैच में एक खिलाड़ी ने बिना कुछ बोले, बिना अपना दर्द बयां किए एक ऐसी कहानी सामने रख दी जो हमारे क्रिकेट चयन प्रक्रिया व प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने की योजनाओं पर एक बार फिर तमाम सवाल उठा देता है।

बुधवार को जयपुर में चैंपियंस लीग के मैच में राजस्थान रॉयल्स के एक गेंदबाज, प्रवीण तांबे ने अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई। तांबे ने 3 ओवर में महज 15 रन देकर 4 विकेट हासिल किए और लायंस की टीम को पूरी तरह से पस्त कर दिया। अब आपको बताते हैं प्रवीण तांबे की उम्र, जो कि 8 अक्टूबर को पूरे 42 वर्ष के हो जाएंगे। हैरत होती है कि इतने हुनरमंद गेंदबाज को इस उम्र में मौका मिल रहा है। इससे पहले इस खिलाड़ी ने आज तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी नहीं खेला है और अपने सभी महत्वपूर्ण साल वह महाराष्ट्र की एक छोटी से क्रिकेट लीग, कांगा लीग, ही खेलते रह गए। आज इतने सालों के संघर्ष के बाद दुनिया उन्हें देख पाई और उम्र के ऐसे पड़ाव पर देख पाई जहां शायद उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का कोई भविष्य नजर नहीं आता। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान राहुल द्रविड़ भी इस मैच के बाद तांबे की दास्तां को बयां करे बिना नहीं रह सके। द्रविड़ ने कहा, 'क्या शानदार कहानी (तांबे) है यह। एक ऐसा क्रिकेटर जिसे कभी फ‌र्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने तक का मौका नहीं मिला, और इतने साल जो कांगा लीग में संघर्ष करता रहा, यह एक बेहतरीन कहानी है।'

तांबे तो महज एक अलार्म है कि हमारे देश की क्रिकेट प्रतिभा को आंकने वाले अधिकारी थोड़ा और जिम्मेदारी से काम करें वरना कितने हुनरमंद अपने करियर को ऐसे ही कुर्बान करने पर मजबूर हो जाएंगे, यूं तो दर्जनों क्रिकेटर संघर्ष में ही जीवन गुजार रहे हैं लेकिन हम आपको दो और ऐसे उद्हारण देते हैं जो कि इस बात को पुख्ता करते हैं कि अमीर और करोड़पति भारतीय क्रिकेट का सच कहीं ना कहीं कामयाबियों, दिग्गजों और हो-हल्ले के बीच कहीं गुम सा हो गया है। जाहिर है कि हर क्रिकेटर को चयनकर्ता मौका नहीं दे सकते, लेकिन कुछ खिलाड़ियों को टीम पर बोझ बनाते हुए, कुछ प्रतिभावान खिलाड़ियों के करियर को दांव पर लगाना कहां तक उचित है इसका फैसला आप खुद कर लें.. 

1. वसीम जाफर:
मुंबई में जन्में 35 वर्षीय वसीम जाफर को 2008 में आखिरी बार टेस्ट मैच खेलने का मौका दिया गया। उन्होंने 31 टेस्ट मैचों में 5 शानदार शतक (जिसमें दो दोहरे शतक भी शामिल हैं) और 11 अर्धशतक भी जड़े, वह भी पाकिस्तान, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों के खिलाफ.. लेकिन कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से ऐसे नजरअंदाज किया गया कि वह आज तक अपनी वापसी को तरस रहे हैं, या यह कहें कि उम्मीद ही छोड़ चुके हैं। आमतौर पर एक खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम में आने के लिए खुद को घरेलू क्रिकेट में साबित करना होता है, तो चलिए आपको उनके घरेलू क्रिकेट के आंकड़े भी बता देते हैं, फैसला आप खुद कर लीजिएगा कि एक प्रतिभा को कैसे बूढ़ा होने के लिए छोड़ दिया गया है। जाफर रणजी क्रिकेट में अब तक के सर्वाधिक 9155 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। वह 32 शतक लगाकर इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक शतक जड़ने वाले खिलाड़ी भी हैं। पिछले रणजी सीजन में भी मुंबई को चैंपियन बनाने में उनका अहम योगदान रहा लेकिन उसके बावजूद अब तक उन्हें टीम में मौका नहीं दिया गया। 

2. अमोल मजूमदार:
आंध्र प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले अमोल मजूमदार इस नवंबर 39 वर्ष के हो जाएंगे। अमोल सचिन तेंदुलकर के स्कूल के साथी रहे हैं और उन्हीं की स्कूल टीम में साथ करियर की शुरुआत की थी, दोनों के कोच (रमाकांत आचरेकर) भी एक ही थे। तकरीबन 21 साल से अमोल प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे हैं, 1993 के रणजी सीजन में अमोल ने अपने डेब्यू पर 260 रन मारकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जो कि आज तक कायम है, रणजी में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में वह 9105 रन बनाकर दूसरे नंबर पर हैं, रणजी में उनके नाम 28 शतक हैं, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 11,070 रन हैं, जिस दौरान उन्होंने 30 शतक भी जड़े, लेकिन इतने बेहतरीन रिकॉ‌र्ड्स के बावजूद आज तक इस खिलाड़ी को भारतीय क्रिकेट टीम में एक मौका तक नहीं दिया गया।

Source: Cricket News in Hindi

Wednesday 25 September 2013

News in Hindi: Jammu Kashmir never merged with India: Omar



Jammu Kashmir

जम्मू [जागरण ब्यूरो]। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का कहना है कि विशेष दर्जे वाले जम्मू-कश्मीर का भारत से विलय संपूर्ण नहीं है। चार शर्तो के साथ राज्य का देश से विलय जरूर हुआ था, लेकिन अन्य प्रदेशों की तरह वह पूर्ण रूप से देश से नहीं जुड़ पाया। यही कारण है कि राज्य का अपना अलग संविधान और ध्वज है।

श्रीनगर में बुधवार को एक बैठक के दौरान यूरोपियन यूनियन के प्रतिनिधिमंडल में शामिल विभिन्न देशों के राजदूतों से बातचीत में उमर ने कहा कि जिन चार शर्तो पर विलय हुआ था वे मुद्रा, संचार, विदेशी मामले व सुरक्षा हैं। यूरोपियन प्रतिनिधिमंडल इन दिनों कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर है। उमर ने कहा राजनीतिक पृष्ठभूमि वाली समस्याओं का हल राजनीतिक फ्रेमवर्क में संभव है। पैसे से या जोर जबरदस्ती से समाधान नहीं होगा। कश्मीर समस्या वर्ष 1990 में आतंकवाद के साथ नहीं बल्कि विभाजन के समय शुरू हुई थी, जब जम्मू-कश्मीर को छोड़ अन्य सभी राज्यों का फैसला कर दिया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए जरूरी है कि इसके आंतरिक व बाहरी पहलुओं को देखते हुए केंद्र सरकार, अलगाववादियों व भारत-पाकिस्तान में बातचीत की प्रक्रिया शुरू हो।

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narendra modi

नई दिल्ली। भाजपा के पीएम प्रत्याशी घोषित होने के बाद नरेंद्र मोदी गुरुवार को दक्षिण भारत में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। इसकी शुरुआत वह तमिलनाडु से कर रहे हैं। भोपाल के बाद अब तिरुचिरापल्ली में होने वाली इस रैली के पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। इस रैली में आने के लिए पार्टी ने दस रुपये का टिकट भी रखा है। तिरुचिरापल्ली के भौगौलिक दृष्टि से तमिलनाडु के केंद्र में होने की वजह से इस स्थान का चयन किया गया है। कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाले मोदी आज यहां पर भाजपा के लिए वोट मांगते नजर आएंगे।
इस रैली को पार्टी ने यूथ कांफ्रेंस का नाम दिया गया है और औपचारिक तौर पर इसका आयोजन तमिलनाडु भाजपा युवा मोर्चा के बैनर तले हो रहा है। इसके जरिए पार्टी की कोशिश अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को जुटाने की है। इसके तहत महीने भर पहले से ही एक पोर्टल बनाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरु की जा चुकी है। हैदराबाद की तरह ही पार्टी यहां भी रैली में भाग लेने वाले हर आदमी से शुल्क वसूलने जा रही है।

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Narendra Modi

भोपाल [जागरण न्यूज नेटवर्क]। वंदे मातरम की गूंज बुधवार को भोपाल में भी हुई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद भाजपा का यह सबसे बड़ा 'पब्लिक शो' रहा। करीब पांच लाख लोगों की भीड़ के सामने भाजपा का शीर्ष नेतृत्व एक मंच पर था। मंच पर मौजूद लालकृष्ण आडवाणी शुरू में तो थोड़े खिंचे-खिंचे नजर आए लेकिन बाद में उन्होंने न केवल अच्छे भाषण के लिए मोदी की ओर हाथ बढ़ाकर उन्हें बधाई दी बल्कि मजबूती से साथ खड़े होने का एहसास दिलाते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री संग हाथ ऊपर करके एकता का संदेश भी दिया।

मध्य प्रदेश में आसन्न चुनाव के मद्देनजर पार्टी अपनी लोकप्रियता और एकजुटता का संदेश सार्वजनिक करने में कामयाब रही। कार्यकर्ताओं के जनसमूह के समक्ष मोदी ने शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्र पर करारे प्रहार किए और एक बार फिर कांग्रेस मुक्त भारत का नारा बुलंद किया। 

आपातकाल का हश्र न भूले कांग्रेस
कांग्रेस नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर सीबीआइ के दुरुपयोग का आरोप जड़ते हुए मोदी ने कहा, ऐसा लग रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस नहीं बल्कि सीबीआइ लड़ेगी। लेकिन कांग्रेस को आपातकाल के बाद की स्थिति को भी याद रखना चाहिए तब देश की जनता ने कांग्रेस से चुन-चुनकर बदला लिया था। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर से ही कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि वह कांग्रेस का खात्मा चाहते थे, भाजपा कार्यकर्ता राष्ट्रपिता का सपना पूरा करें। शिवराज सिंह सरकार की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा भाजपा के पक्ष में देश भर में हवा बह रही है। मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा का जीतना तय है लेकिन इसके लिए कार्यकर्ताओं को पक्ष में बह रही इस हवा को मतपेटिकाओं तक पहुंचाना होगा। मप्र की जनता को आगाह करते हुए मोदी ने कहा कि अगर कहीं चूक रह गई तो दस साल से सत्ता की भूखी कांग्रेस उसका क्या हाल करेगी, इसकी कल्पना कांग्रेस सत्ताकाल को याद करके की जा सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भाजपा नेतृत्व वाले राज्यों से भेदभाव का व्यवहार करती है, उनकी योजनाओं में अड़ंगा लगाती है। बावजूद इसके भाजपा और राजग की सभी सरकारों ने अपने प्रदेश में विकास के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। 

भाजपा सरकारों ने किया शानदार काम : आडवाणी
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए मोदी, शिवराज और रमन सिंह सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकारों ने शानदार काम किया है। जनता उन्हें सपनों को पूरा करने का फिर से मौका दे। 

दम है तो वाड्रा के यहां सीबीआइ छापा मारे
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस राज में हुए भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए ए से लेकर जेड तक के शब्दों से शुरू होने वाले भ्रष्टाचार के मामलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विरोधी दलों के लोगों को फंसाने के लिए सीबीआइ का इस्तेमाल करने वाले केंद्र में अगर दम है तो वह सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के यहां भी छापा पड़वाए, जिनको सत्ता का गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया। शिवराज ने कहा, जल्द ही कांग्रेस की पाप की लंका जलकर खाक हो जाएगी। 

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Ajmer blast accused

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। छह साल पुराने अजमेर धमाके में नए रहस्योद्घाटन ने कांग्रेस और संघ परिवार के बीच विवादों की नई सियासी जमीन तैयार कर दी है। ब्लास्ट के मुख्य आरोपी भावेश पटेल के आरोपों ने कांग्रेस के संघपोषित हिंदू आतंकवाद के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भावेश ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को पत्र लिखकर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे समेत कांग्रेस के कई नेताओं को घसीट लिया है। पटेल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने 'दबाव प्रलोभन और आश्वासन' देकर संघ प्रमुख मोहन भागवत और इंद्रेश कुमार का नाम लेने को कहा था। वहीं, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ठोस सुबूतों का दावा किया है।

संघ पर हिंदू आतंकवाद फैलाने का आरोप मढ़ते रहे कांग्रेस नेताओं के लिए अजमेर ब्लास्ट बड़ा मुद्दा था। अलवर जेल में कैदी भावेश का इन दिनों सवाई मान सिंह अस्पताल में इलाज चल रहा है। यहीं से भावेश ने एनआइए की विशेष अदालत को पत्र भेजकर कहा कि शिंदे, गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और दिग्विजय सिंह ने दबाव बनाया था कि वह संघ प्रमुख मोहन भागवत व पदाधिकारी इंद्रेश कुमार का नाम ले।

उसे प्रलोभन दिया गया था कि ऐसा करने पर उसकी जमानत में मदद की जाएगी, वरना परिजन भी मुश्किल में फंस सकते हैं। भावेश ने चिट्ठी में कहा कि मुरादाबाद के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने उसकी मुलाकात दिग्विजय और अन्य नेताओं से कराई थी।

तत्काल भाजपा और संघ की ओर से कांग्रेस को घेरने की कवायद शुरू हो गई। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ-साथ संघ प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि कांग्रेस का नकाब उतर गया है। कांग्रेस अक्सर इस तरह का षड्यंत्र रचकर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश करती है। भोपाल की रैली में राजनाथ ने कहा कि कौरवों की तरह झूठ का सहारा लेकर वह भाजपा रूपी पांडवों को नहीं हरा सकती। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास पुख्ता सुबूत हैं।

शिंदे ने कहा कि वह कभी भावेश से मिले तक नहीं है। उन्होंने कहा, 'कोई मेरा नाम लेता है तो मैं क्या कर सकता हूं।' आरपीएन का कहना था कि जिस वक्त की बात की जा रही है, उस वक्त वह गृहमंत्री थे ही नहीं। 

भावेश का पत्रपत्र में एनआइए, राजस्थान सरकार और अलवर जेल के अधिकारियों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए हुए भावेश ने कहा कि नवंबर 2012 में प्रमोद कृष्णन ने मुरादाबाद के आश्रम में दिग्विजय से मुलाकात कराई थी। तब दिग्विजय ने उन्हें चुप रहने को कहा था। कुछ दिन बाद आरपीएन और जायसवाल से भी आचार्य ने मुलाकात कराई। दोनों ने आश्वासन दिया कि मामला खत्म करा देंगें।

शिंदे से मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि दिग्विजय के कहने पर मदद कर रहा हूं। उन्होंने कहा एनआइए अधिकारियों से कहकर मैं तुम्हें गिरफ्तार करा देता हूं। फिर उनका बताया बयान ही देना। कोर्ट में धमाकों के पीछे भागवत व इंद्रेश का हाथ होने की बात कहोगे तो कुछ दिन में जमानत करा दी जाएगी। शिंदे के निर्देश पर नोएडा स्थित एनआइए कार्यालय में आइपीएस विशाल गर्ग, जसवीर सिंह ने कई खाली कागजों पर हस्ताक्षर कराए। कई तारीखों पर कोर्ट में पेश किया गया। फिर 23 मार्च, 2013 को अदालत में पेश करते समय बताया बयान देने को कहा, लेकिन उनका कहा नहीं माना तो मुझे एनआइए, राजस्थान पुलिस और जेल के अफसर लगातार परेशान कर रहे हैं। भावेश ने जान-माल का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार की है। उसने अधिकारियों के खिलाफ न्यायिक जांच की भी मांग की।

News in Hindi: BJP to meet President on Ordinance


BJP leaders

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दागी जनप्रतिनिधियों की सदस्यता बनाए रखने के लिए लाया गया अध्यादेश सरकार के लिए नया सिर दर्द ला सकता है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा राष्ट्रपति से लेकर जनता तक सरकार को घेरने में जुट गई है। पार्टी नेता सुषमा स्वराज विरोध जताने गुरुवार को राष्ट्रपति का दरवाजा खटखटाएंगी। माकपा ने अध्यादेश का रास्ता अपनाने का विरोध किया ही है। आम आदमी पार्टी ने भी एलान किया है कि वह इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। कांग्रेस के भीतर से ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अध्यादेश लाने के विरोध में आवाज उठा दी है। हालांकि, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भाजपा के रवैए पर आपत्ति जताई है।

विधेयक को लेकर भले ही अधिकतर राजनीतिक दलों में सहमति हो, लेकिन आनन-फानन लाए गए अध्यादेश ने जहां भाजपा को हमलावर होने का मौका दे दिया, वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस तरह के विवादित मामलों में राजनीतिक दलों में सहमति कायम कर फैसला किया जाना चाहिए। दिग्विजय के इतर कांग्रेस प्रवक्ता राजबब्बर ने कहा कि अध्यादेश संविधान की रक्षा के लिए लाया गया है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज गुरुवार को राष्ट्रपति से मिल रही हैं। जाहिर तौर पर वह यह आग्रह करेंगी कि राष्ट्रपति अध्यादेश को मंजूरी न दें। पार्टी महासचिव राजीव प्रताप रूड़ी ने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे लोगों को कानून बनाने का अधिकार देना चाहती है जो खुद कानून के गुनहगार हों। इससे लोकतंत्र कमजोर होगा। जवाब में मनीष तिवारी ने स्वराज के रवैए पर एतराज जताते हुए कहा कि किसी भी कानूनी प्रक्रिया की संवैधानिकता कोर्ट तय कर सकती है, किसी विपक्षी दल को इसका अधिकार नहीं है। 

आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को अनुरोध किया है कि वे इस अध्यादेश पर दस्तखत करने से पहले उनकी पार्टी की बात जरूर सुनें। इसके बावजूद अगर यह कानून बन गया तो इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी। वरिष्ठ कानूनविद् प्रशांत भूषण ने भी अध्यादेश को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि आम आदमी और चुने हुए प्रतिनिधियों में फर्क करना संविधान की भावना के खिलाफ है। अगर ऐसी सजा होने के बाद किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं रहता तो सांसद और विधायक की सदस्यता भी खत्म होनी चाहिए। 

पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने कहा, कांग्रेस ने अदालत में दोषी साबित हो चुके अपने सांसद रशीद मसूद और राजद नेता लालू प्रसाद को बचाने के लिए यह अध्यादेश लाया है। सुप्रीम कोर्ट फैसले में कहा था कि किसी भी दो साल या ज्यादा की सजा पा चुके सांसद या विधायक की सदस्यता समाप्त हो जाएगी। वामपंथी पार्टी माकपा ने इस अध्यादेश की भावना को तो विरोध नहीं किया है, लेकिन अध्यादेश के जरिए इसे किए जाने को गलत बताया है। 

मामला पहुंचा सुप्रीमकोर्ट
अध्यादेश पर राष्ट्रपति के दस्तखत होने से पहले ही सुप्रीम कोर्ट में वकील एमएल शर्मा ने जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने अध्यादेश लाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाया है और मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले की पूरी प्रक्रिया ही रद करने की मांग की है।

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News in Hindi: Govt announces 7th Pay Commission ahead of polls


Central Pay Commission

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी साल में संप्रग सरकार ने एक और तुरुप का पत्ता फेंका है। बुधवार को सातवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी देकर सरकार ने देश के करीब 50 लाख से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों और 35 लाख से ज्यादा पेंशनरों को बड़ा तोहफा दिया है। कांग्रेस ने तत्काल इस घोषणा को भुनाते हुए इसे संप्रग सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की माला में एक और मोती करार दिया। सरकार की यह घोषणा इसलिए अप्रत्याशित है क्योंकि इसी वर्ष मार्च में संसद में वित्ता राज्य मंत्री नमो नारायण मीणा ने सातवें वेतन आयोग के सवाल पर जवाब में कहा था कि सरकार अभी ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार करने की स्थिति में नहीं है। सरकार अपने कर्मचारियों के वेतनमान में संशोधन करने के लिए हर 10 साल में वेतन आयोग का गठन करती है। अक्सर राज्य कुछ संशोधनों के साथ इन्हें अपनाते हैं। इससे पहले छठे वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2006 से लागू की गईं थीं। 

वित्ता मंत्री पी. चिदंबरम ने वेतन आयोग के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि आयोग दो साल में अपनी सिफारिशें पेश करेगा। इसके चेयरमैन और सदस्यों के नामों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। चिदंबरम ने कहा 'प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सातवें वेतन आयोग के गठन का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। इसकी सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू होने की संभावना है।' दरअसल, 2009 के चुनाव से पहले आजमाए गए हर टोटके को लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस इस दफा भी आजमा रही है। गरीबों, किसानों के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को लुभाने का यह दांव लोकसभा से पहले दिल्ली के विधानसभा चुनावों में भी बेहद कारगर होगा। पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों और विधानसभा चुनावों में जीत का श्रेय छठे वेतन आयोग के लागू होने को दिया गया था। पिछली बार मजदूरों और किसानों के लिए मनरेगा और किसानों की कर्ज माफी जैसी योजनाएं लाई गई थीं तो इस दफा संप्रग ने खाद्य सुरक्षा से लेकर भूमि अधिग्रहण कानून लागू कर गरीब और किसानों को खुश किया। अब सातवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा से महंगाई से त्रस्त करोड़ों लोगों में करीब 85 लाख लोगों को सीधे राहत दी गई है। 

सातवें वेतन आयोग को लागू करने पर केंद्रीय खजाने पर एक लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। छठे वेतन आयोग में 40 हजार करोड़ रुपये का बोझ पड़ा था। तब वित्ता मंत्री ने भी स्वीकार किया था कि उसकी वजह से राजकोषीय घाटा बढ़ा है। अब इस नए वेतनमान को पूरा करने के बाद आर्थिक संतुलन कायम रखना नई सरकार की चुनौती होगी। घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने इसे भुनाना भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस महासचिव व संपर्क विभाग के प्रमुख अजय माकन याद दिलाना नहीं भूले कि छठे वेतन आयोग की घोषणा से राजग सरकार पलट गई थी, लेकिन संप्रग ने इसे लागू कराया। कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस की आम आदमी के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है। 

यूनियन व उद्योग जगत ने किया स्वागत
कंफेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट इंप्लाइज एंड वर्कर्स के अध्यक्ष केएन कुट्टी ने इसका स्वागत किया और मांग की कि इसे 1 जनवरी, 2011 से लागू किया जाना चाहिए। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में वेतनमान हर पांच साल में संशोधित किया जाता है। उद्योग जगत ने भी इसका स्वागत किया और कहा कि इससे आर्थिक व्यवस्था सुधरेगी। पीएचडी उद्योग चैंबर के अध्यक्ष जेएस खेतान ने कहा कि छठे वेतन आयोग की वजह से अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ी थी, जिसके सकारात्मक परिणाम आए थे।

News in Hindi: Girl student commits suicide for Blackmailing


girl student

वरिष्ठ संवाददाता, रोहतक। सीआर बहुतकनीकी संस्थान की छत पर एक छात्रा का शव मिला है। इस घटना को लेकर संस्थान के कर्मचारी व विद्यार्थियों में सनसनी फैल गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। परिजनों को घर में मिले सुसाइड नोट से सामने आया कि अश्लील सामग्री इंटरनेट पर डालने की धमकी देकर छात्रा को ब्लैकमेल किया जा रहा था। छात्रा की शिनाख्त गांव बलियाना निवासी 18 वर्षीय मोनिका के रूप में हुई है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ जबरदस्ती रुपये मांगने और आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, सीआर बहुतकनीकी संस्थान के छात्र बुधवार को खेलते हुए छत पर पहुंच गए। वहां एक युवती का गला-सड़ा शव पड़ा हुआ था। इस घटना से संस्थान में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना प्रभारी हरिराम सिंह और माडल टाउन चौकी इंचार्ज हरनारायण राठी मौके पर पहुंचे। 

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, डीएसपी सुमित कुहाड़ और डीएसपी अनिल कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। एफएसएल एक्सपर्ट डॉ. सरोज दहिया ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने शव के पास से बैग, मोबाइल और क्लोरोफोम की बोतल बरामद की है। बैग में मिले कागजात के आधार पर युवती की शिनाख्त हुई। 

बताया जाता है कि मोनिका ने सीआर बहुतकनीकी संस्थान से इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन से तीन वर्षीय डिप्लोमा किया था। अब हुडा कांप्लेक्स स्थित एक निजी कंप्यूटर सेंटर में कोर्स कर रही थी। 

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News in Hindi: Foreign woman die in rave party


Foreign woman

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली (New Delhi News)। ग्रीनपार्क स्थित एक होटल में रेव पार्टी के दौरान 30 वर्षीय विदेशी युवती गागा मौजा की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर होटल के मैनेजर व एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया।

प्रारंभिक जांच के मुताबिक, तंजानिया निवासी गागा ने पार्टी में कोकीन और शराब का सेवन किया जिससे उसके शरीर में कोकाथीलिन बन गया, जो उसकी मौत का कारण बना। वह कुछ साल पहले जॉब वीजा पर भारत आई थी और निजी कंपनी में नौकरी करती थी।
गागा बीते सोमवार की रात अपने पुरुष मित्र के साथ पार्टी में आई थी, जहां कोकीन व शराब का सेवन करने की वजह से वह बेहोश हो गई। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। गागा के परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है।

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Source: News in Hindi

    News in Hindi: Points of modi's bhopal rally


    narendra modi

    भोपाल (Bhopal News)। नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भोपाल में हुई रैली में यूपीए सरकार में हुए घोटालों पर तंज कसे। उन्होंने कहा कि इन घोटालों में हजम किए गए रुपयों को अगर आंकड़ों में पेश किया जाए तो भोपाल से एक लिखना शुरू करें तो अंतिम जीरो दस जनपथ तक पहुंच जाएगा।
    जानिए इस रैली से जुड़ी कुछ खास बातें:-
    रैली में पहुंची गिनीज बुक की टीम भी पहुंची :-

    दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक समागम के दावे को परखने के लिए गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड (Guinness Book of World Record) के अधिकारी भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। दोपहर सवा एक बजे के लगभग इन अधिकारियों ने तीन लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की पुष्टि की। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार सिंह चौहान ने दावा किया कि कार्यक्रम में सात लाख 71 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता मौजूद हैं।

    रैली से गडकरी नदारद :-
    भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी चित्रकूट में होने के बावजूद कार्यक्रम में नहीं आए। सूत्रों का दावा है कि उन्होंने इसका कारण हेलीकॉप्टर की व्यवस्था न हो पाना बताया है। उमा ने जाहिर की पीड़ा वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने इशारों-इशारों में अपनी पीड़ा भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने का निमंत्रण उन्हें मात्र तीन दिनों पहले दिया गया। कार्यकर्ताओं के माध्यम से उन्होंने यह भी कह दिया कि होर्डिग्स में उनके फोटो नहीं लगे हैं। 

    नारेबाजी से नाराज हुए शिवराज :-
    वेंकैया नायडू और मुरली मनोहर जोशी के भाषण के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ता कभी शिवराज सिंह चौहान तो कभी नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नारे लगाते रहे। मुख्यमंत्री को चार-पांच बार माइक संभालकर उन्हें अनुशासन में रहने की हिदायत देनी पड़ी। बावजूद इसके कार्यकर्ता लगातार मोदी को सुनने के लिए शोर मचाते रहे। 

    राघवजी ने भी सुना मोदी को :-
    नौकर के यौनशोषण मामले में फंसे मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री राघवजी भी अपने तीन-चार समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे। राघवजी ने बताया कि उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने निमंत्रण दिया था। कहा कि पार्टी मुझे अपना माने या न माने, उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है। वह जो जनता के बीच सिर्फ मोदी को सुनने आए हैं। 

    मुख्यमंत्री के पिता को रोका :-
    भाजपा के कई दिग्गजों को प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिता प्रेम सिंह चौहान के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल व राज्यसभा सदस्य कप्तान सिंह सोलंकी को पुलिस ने रोक लिया। वहीं वीआइपी गेट से ग्वालियर की महापौर समीक्षा गुप्ता को भी पुलिस ने लौटा दिया। 

    जेड प्लस सुरक्षा में सेंध :-
    लगभग आधा दर्जन जेड प्लस सुरक्षा वाले नेताओं की मौजूदगी में भी सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियां नजर आईं। जबलपुर के एक युवक संजय रावत को पुलिस ने रिवॉल्वर सहित गिरफ्तार किया। रावत सारे सुरक्षा द्वार पार करते हुए मंच के नजदीक तक पहुंच गया था। 

    कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग :-
    भाजपा के पीएम उम्मीदवार मोदी का विरोध कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। ये लोग नेताओं को काले झंडे दिखाने की कोशिश कर रहे थे।

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    News in Hindi: UP govt gave money to couples in muzaffarnagar relief camp


    Muzaffarnagar riots

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर राहत शिविरों में विलाप और गम के माहौल में शहनाई और किलकारी की गूंज ने दुखियारों को थोड़ी राहत बख्शी तो हुकूमत भी मेहरबान हो गई, भले ही वह सियासी हो। उत्तर प्रदेश सरकार ने लगे हाथ हर जोड़े को एक लाख और जच्चा को बीस हजार रुपये की घोषणा कर सियासी लाभ बटोरने की कोशिश की।

    शरणार्थी शिविरों के विस्थापित परिवारों की 27 युवतियां हमकदम के साथ रुखसत हो गईं। शाहपुर कस्बे के हाजी अकरम कुरैशी के आवास पर शादी समारोह में दारुल उलूम देवबंद से जमीअत उलेमा हिंद के सदर हजरत मौलाना अरशद मदनी व मौलाना हजरत सैयद अरशद रशीदा ने सबसे पहले दूल्हों का परिचय कराया। दूल्हा-दुल्हन के पिता, वकील व गवाहों की रजामंदी से बतौर मेहर पांच हजार रुपये तय कर दूल्हा-दुल्हनों से निकाह कबूल कराया। इस सामूहिक निकाह की रस्म में गाजियाबाद, दिल्ली व मुजफ्फरनगर के जिम्मेदार लोगों ने प्रत्येक विवाहित जोड़ों को कलाम पाक, जेवर, कपड़े व अन्य जरूरत का सामान दिया।

    मिला 1.10 लाख का नजराना सामूहिक निकाह के मौके पर जमीअत उलेमा हिंद की ओर से प्रत्येक जोड़े को दस-दस हजार रुपये और प्रदेश सरकार की ओर से एक-एक लाख का चेक देकर शादी का नजराना पेश किया।

    .तो देश तबाह हो जाएगा
    जमीअत उलेमा हिंद के सदर हजरत मौलाना अरशद मदनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि फिरकापरस्त ताकतें सत्ता में आ गई तो देश तबाह हो जाएगा। हम सभी हिंदुस्तानी हैं। जमीअत उलेमा हिंद हमेशा से फिरकापरस्ती की मुखालफत करता आया है और आगे भी करेगा।

    हर जच्चा को 20 हजार
    मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि दंगा प्रभावित जिन महिलाओं का शरणार्थी शिविर में रहते हुए प्रसव हुआ है, उन्हें प्रदेश सरकार ने 20 हजार रुपये देने की मांग स्वीकार कर ली है। जल्द ही धनराशि लाभार्थियों को दी जाएगी।

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    रायपुर। कांग्रेस के युवराज व पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल फूकेंगे। वह गुरुवार को छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्र जगदलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। यह इलाका खासा नक्सल प्रभावित है, लिहाजा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
    राहुल पुणे में पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा है कि अगर वो मेहनत करेंगे तो उन्हें न तो एनसीपी की जरूरत पड़ेगी और न किसी और की। सूत्रों के मुताबिक उनके सामने एनसीपी गठबंधन की दिक्कतों का मुद्दा रखा गया था। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी बस्तर की 12 सीटें तय कर करती हैं। यही वजह है कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में झीरम घाटी में नक्सली हमले के बाद राहुल की बस्तर में सभा कराई जा रही है।

    यह पहला मौका है, जब राहुल गांधी झीरम घाटी की घटना के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सभा में शामिल हो रहे हैं और इस आदिवासी सभा के जरिए प्रदेश में चुनाव अभियान का शंखनाद करेंगे। वहीं, जिस तरीके से अंबिकापुर में लाल किले से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। उसका जवाब भी राहुल गांधी जगदलपुर के लालबाग की सभा से दे सकते हैं। 

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    जागरण संवाददाता, चंबा। चंबा में महिला की अश्लील तस्वीरें फेसबुक पर डालने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में दंपति के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और विशेष सूचना प्रौद्योगिकी जांच दस्ते के साथ मिलकर पुलिस मामले की कड़ियां खंगालने में जुट गई है।

    बताया जा रहा है कि जिस महिला की तस्वीरें फेसबुक पर डाली गई हैं, उसकी कुछ दिन पहले ही शादी हुई है। शायद शादी तोड़ने के मकसद से किसी ने यह शरारत की है।

    यह मामला तब सामने आया, जब फेसबुक पर शिमला नामक आइडी पर डाली गई अश्लील तस्वीरों को कुछ यूजर्स ने 'लाइक' कर लिया। जब दंपति को इसकी खबर मिली तो उन्होंने इस संबंध में पुलिस से संपर्क कर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने भी तत्काल प्रभाव से आइटी एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।

    आइटी विशेषज्ञों की मानें तो फेसबुक पर डाली गई तस्वीरें कंप्यूटर के जरिये तैयार की गई हैं। जिनमें चेहरा किसी का और धड़ किसी का होता है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या आइडी चंबा में ही तैयार की गई है या कहीं अन्यत्र। पुलिस इस आइडी पर पड़ी अश्लील फोटो लाइक करने वाले यूजर्स से भी पूछताछ कर सकती है। 

    पुलिस कर रही है आरोपी की तलाश : डीएसपी जितेंद्र चौधरी का कहना है कि इस मामले में फेसबुक पर अश्लील तस्वीरें डालने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होगा। 

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    कोलकाता, नेहा सिंह। कला, विज्ञान या वाणिज्य के छात्र सुविधानुसार अपनी मातृभाषा जैसे हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला या उर्दू में प्रश्नपत्र के जवाब लिखते हैं। लेकिन एक भाषा का छात्र यदि दूसरी भाषा में प्रश्नों के उत्तर लिखे तो कुछ अटपटा-सा लगता है। देश के नामचीन विश्वविद्यालयों में से एक कलकत्ता विश्वविद्यालय में वर्षो से ऐसा ही होता आ रहा है। यहां संस्कृत के छात्रों को प्रश्नपत्र मिलता है अंग्रेजी में और वह इसका जवाब देते हैं बांग्ला में।
    एमए, एमफिल जैसी पढ़ाई कर रहे छात्र जिस भाषा को ठीक से लिखना या बोलना तक नहीं जानते, उनमें उन्हें डिग्रियां प्राप्त हो रही हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय एमए व एमफिल में करीब एक सौ ऐसे छात्रों को हर साल डिग्रियां प्रदान करता है। संस्कृत के इन छात्रों को विश्वविद्यालय की परीक्षा में अंग्रेजी में लिखे हुए प्रश्नपत्र दिए जाते हैं क्योंकि उन्हें संस्कृत पढ़ने-समझने में दिक्कत होती है। नतीजा यह है कि जो छात्र संस्कृत से बड़ी-बड़ी डिग्रियां प्राप्त कर रहे हैं वह संस्कृत बोलना तक नहीं जानते।

    कलकत्ता विश्वविद्यालय से संस्कृत में एमए कर रही मीनाक्षी दास ने बताया कि उसे संस्कृत में ठीक तरह से लिखना नहीं आता। ऐसी स्थिति में वह और कक्षा के अन्य छात्र भी बांग्ला में ही उत्तर लिखते हैं। सिर्फ व्याख्या उन्हें संस्कृत में लिखनी पड़ती है। इसमें उन्हें दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि यदि विश्वविद्यालय में यह सुविधा नहीं होती तो शायद वह संस्कृत से एमए नहीं कर पाती। विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विभाग के सदस्य प्रो. रवींद्र नाथ भट्टाचार्य ने स्वीकार किया कि संस्कृत की कक्षा में प्रोफेसर भी बांग्ला में ही पढ़ाते हैं। बांग्ला में ही लिखते हैं एवं छात्रों से बातचीत भी बांग्ला में ही होती है। विभाग में 20 प्रोफेसर हैं। इनमें 10 स्थायी व इतने ही अस्थायी हैं। ज्यादातर प्रोफेसरों ने भी संस्कृत की पढ़ाई बांग्ला में ही की है।

    काशी के संस्कृत विश्वविद्यालय से आचार्य की डिग्री प्राप्त करने वाले प्रो. रवींद्रनाथ भट्टाचार्य विभाग के एक मात्र प्राध्यापक हैं, जो संस्कृत में कक्षा लेते हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की बैठक में उन्होंने कई बार इस मुद्दे को उठाया कि जब बांग्ला के छात्र बांग्ला में और हिंदी के छात्र हिंदी में पढ़ाई करते हैं तो संस्कृत के छात्र भी संस्कृत में ही पढ़ें और लिखें।

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    नई दिल्ली। मनमोहन सिंह भारत के 13वें और वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। मनमोहन प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले पहले सिख हैं। वे जवाहरलाल नेहरू के बाद देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बनें, जिन्हें पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला। 

    मनमोहन का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 26 सितंबर,1932 को हुआ था। उनकी माता का नाम अमृत कौर और पिता का नाम गुरुमुख सिंह था। जब वे बहुत छोटे थे, तभी उनकी मां का निधन हो गया था। दादा-दादी ने उनका पालन-पोषण किया और वे उनके करीब रहे।

    विभाजन के बाद उनका परिवार अमृतसर आ गया जहां के हिंदू कॉलेज में उन्होंने पढ़ाई की। पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में उन्होंने स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रियां लीं। कई वर्ष ब्रिटेन में रहकर कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों से भी अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।

    ऑक्सफोर्ड से डॉक्टरेट लेने के बाद उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में तीन वर्ष तक काम किया। 70 के दशक में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाने के साथ-साथ विदेशी व्यापार मंत्रालय के सलाहकार के तौर पर काम किया। तब इस विभाग के केंद्रीय मंत्री ललित नारायण मिश्रा ने उनकी योग्यता को पहचाना और उन्हें अपना सलाहकार बनाया था।
    वर्ष 1982 में उन्हें रिजर्व बैंक का गवर्नर बनाया गया और बाद में वे योजना आयोग से जुड़े। 1990 में यहां काम करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने उन्हें अपना वित्त मंत्री बनाया।

    तब भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ही खस्ताहाल थी। बाद में मनमोहन ने इसे सुधारा। राव और सिंह ने अर्थव्यवस्था के लाइसेंस, कोटा राज को खत्म कर दिया और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआई] को बढ़ाया और सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों का निजीकरण शुरू किया। 

    1993 में उन्होंने सिक्युरिटीज घोटाले के बाद वित्तमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की लेकिन श्रीराव ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। वे 1991 में असम से राज्यसभा के सदस्य बने और उन्होंने 1996 में दक्षिण दिल्ली से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा, लेकिन वे हार गए। पर वे राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष बने रहे।

    14वीं लोकसभा के आम चुनाव में कांग्रेस जीती और कांग्रेस के नेतृत्व में बने यूपीए गठबंधन की कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने उन्हें प्रधानमंत्री घोषित कर दिया। 22 मई, 2004 को वे पहली बार प्रधानमंत्री बने।

    अपने पहले कार्यकाल में मनमोहन ने अर्थव्यवस्था को उदारीकृत करने का काम किया और देश के तीव्र विकास के लिए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के साथ मिलकर भारतीय बाजार को विकसित करने के उपाय किए। मनमोहन का गुरशरण कौर से विवाह हुआ था। उनके तीन बेटियां हैं।

    टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में विपक्ष के भारी दवाब के चलते मनमोहन सरकार में संचार मंत्री ए राजा को न केवल अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा, अपितु उन्हें जेल भी जाना पड़ा। इस मामले में प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। 

    मनमोहन सिंह के कार्यकाल में देश में कोयला आवंटन के नाम पर करीब 26 लाख करोड़ रुपये की लूट हुई और सारा कुछ प्रधानमंत्री की देखरेख में हुआ, क्योंकि यह मंत्रालय उन्हीं के पास है।

    News in Hindi: Ten main points of modi's bhopal rally - Narendra Modi


    narendra modi

    नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन के अवसर पर मध्यप्रदेश में पार्टी द्वारा आयोजित कार्यकर्ताओं के महाकुंभ को संबोधित किया। रैली में आए पांच लाख से ज्यादा लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही शिवराज सरकार सहित भाजपा शासित राज्य सरकारों की जमकर प्रसंशा की। आइए जानते हैं मोदी के भाषण की 10 प्रमुख बातें :-
    1. सीबीआइ चुनाव लड़ेगी
    मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली में होने वाले विधान सभा एवं अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करेगी, बल्कि सीबीआई को चुनाव मैदान में उतारेगी।

    2. अंतिम जीरो दस जनपथ तक
    नरेंद्र मोदी ने संप्रग सरकार में हुए घोटालों पर भी तंज कसे। उन्होंने कहा कि इन घोटालों में हजम किए गए रुपयों को अगर आंकड़ों में पेश किया जाए तो भोपाल से एक लिखना शुरू करें तो अंतिम जीरो दस जनपथ तक पहुंच जाएगा। 

    3. भाजपा शासित राज्यों से भेदभाव
    भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी ने कहा कि कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहिए, क्योंकि केंद्र में उसकी सरकार भाजपा और राजग शासन वाले राज्यों के साथ भेदभाव करती है। दिल्ली की सल्तनत पर मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने शिवराज को शांति से नहीं रहने दिया। इन्होंने जो भी योजनाएं बनाईं, उन्हें लागू करने में उसने बाधा डाली। अगर आपको लडना है तब आप हमारे जैसे नेताओं से लड़े आम लोगों से नहीं। इनका अधिकार नहीं छीनें।

    4. कांग्रेस को जनता देगी सजा
    मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस में भाजपा से लडऩे का दम नहीं है और जनता अपनी परेशानियों के लिए उसे सजा देने वाली है।

    5. बापू का सपना पूरा होगा
    मोदी ने भारत को कांग्रेस मुक्त बनाने का आह्वान करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें इस देश को कांग्रेस से मुक्त करना है। हमें इस देश को कांग्रेस के कायरें से मुक्त करना है, देश को कांग्रेस के भ्रष्टाचार से मुक्त करना है। उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या वह महात्मा गांधी की यह अंतिम इच्छा पूरी करेंगे कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी को भंग कर दिया जाना चाहिए। जनता ने हां कहकर इसका जवाब दिया।

    6. देशभर में भाजपा की आंधी
    देश में भाजपा की आंधी चलने का दावा करते हुए मोदी ने कहा कि अभी जितने भी सर्वे आए हैं, उनमें भाजपा को सबसे आगे बताया गया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भाजपा की आंधी है यह तो ठीक है, लेकिन इस आंधी के भरोसे रहने से भाजपा की मतपेटी भरने वाली नहीं है, बल्कि कार्यकर्ताओं के उत्साह, संपर्क और विश्वास से यह भरेगी।

    7. भाजपा की सरकार बनेगी
    मोदी ने अगले वर्ष होने चुनाव में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि लोगों ने कांग्रेसनीत यूपीए सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। लोग इस सरकार से त्रस्त हो चुके हैं।

    8. सबसे पहले आडवाणी का नाम
    मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले आडवाणी का नाम लिया और उन्हें सबका मार्गदर्शक करार दिया।

    9. शिवराज की प्रशंसा
    मोदी ने पिछले 10 वषरें के अच्छे कार्यकाल के लिए शिवराज सिंह चौहान की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था लेकिन शिवराज सिंह के अथक प्रयास से यह राज्य एकबार फिर सिर उठाकर खड़ा है। मप्र की जनता को आगाह करते हुए मोदी ने कहा कि अगर कहीं लोगों से चूक हुई तो दस साल से सत्ता की भूखी कांग्र्रेस उसका क्या हाल करेगी, इसकी कल्पना कांग्र्रेस सत्ताकाल को याद करके की जा सकती है। 

    10. कांग्रेस शासन में ए टू जेड घोटाले
    मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में ए टू जेड तक सारे घोटाले हुए। दिल्ली में जो यूपीए की पाप की लंका है उसे जलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

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    News in Hindi: Gujarat: Thousands affected by floods, Army roped in


    Gujarat

    अहमदाबाद। गुजरात में पिछले तीन दिनों से जारी भारी बारिश से हालात बेकाबू होने लगे हैं। कई बांधों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। वडोदरा, भरूच, छोटा उदयपुर और नवसारी में बाढ़ ने सर्वाधिक कहर मचाया है। छह लोगों के मारे जाने और हजारों के बेघर होने की सूचना है। करीब 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है। वडोदरा में सेना को बुला लिया गया है। बारिश और बाढ़ का रेल और सड़क यातायात पर बुरा असर पड़ा है। 18 ट्रेनें रद कर दी गई हैं, जबकि तीन के समय में परिवर्तन किया गया है। 18 अन्य के रूट में परिवर्तन किया गया है।
    राज्य में सबसे ज्यादा नर्मदा, तापी और विश्वामित्रि नदियों ने तबाही मचाई है। अधिकारियों के मुताबिक अकेले भरूच जिले से 16 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। सूरत शहर के निचले इलाकों में पानी भरने से संकट खड़ा हो गया है। जिले से अब तक 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। वडोदरा और छोटा उदयपुर के 114 प्रभावित जिलों से 25,000 लोगों को सुरक्षित जगहों तक ले जाया गया है। वडोदरा के डीएम विनोद राय की तत्परता से 25 परिवारों को बचा लिया गया। उनके मोबाइल पर मंगलवार रात 9:30 बजे कंदारी गांव के एक व्यक्ति का मदद मांगते हुए एसएमएस आया। उन्होंने तुरंत डिप्टी कलेक्टर को मौके पर भेजा। वहां 25 परिवार पानी के बीच फंसे थे। उन्हें निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। 

    प्रदेश में राहत कार्यो के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल [एनडीआरएफ] की आठ टीमें लगाई गई हैं। इसके साथ ही अलग-अलग जिलों की स्थानीय टीमें भी बचाव कार्यो में जुटी हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में अगले 36 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। 

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    News in Hindi: Panel to look into platform defect at Noida Metro stn


    Delhi Metro platform defect

    नई दिल्ली, [वी.के. शुक्ला]। नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के लगभग दस दिन पहले पिलर के क्षतिग्रस्त होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मेट्रो स्टेशन के फाउंडेशन (स्लैब) के जिस भाग में दरार आई, उस भाग में सरिया ही नहीं था। लगभग 80 मिलीमीटर (एमएम) की इस दरार का कारण सरिया न होना माना जा रहा है। इससे मेट्रो स्टेशन दो भाग में बंट गया। स्टेशन के डिजाइन में भी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार यदि एक-दो दिन और देर हो जाती तो सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन गिर सकता था। समय रहते मेट्रो स्टेशन को रोकने के लिए मजबूत सहारा दे दिया गया है। फिलहाल, स्टेशन को कोई खतरा नहीं है। स्टेशन की मरम्मत का काम अभी शुरू नहीं हो पाया है। मेट्रो रेल प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी सात दिन के अंदर रिपोर्ट देगी।

    कहां हुई गड़बड़ी
    मेट्रो स्टेशन जिन पिलर पर बना है, उसके बीच में फाउंडेशन तैयार किया जाता है। फाउंडेशन के बीच वाले भाग पर रेल टै्रक रहता है। इसी फाउंडेशन के बीच भाग में 80 एमएम की दरार आई है। दरार का कारण सामने आया है कि इस भाग में सरिया ही नहीं है। जबकि स्टेशन के फाउंडेशन में सरिया की उपयोगिता अधिक बढ़ जाती है। यहां तक बताया जा रहा है कि स्टेशन के निर्माण का जो डिजाइन तैयार किया गया है, उसमें भी जरूरत से कम सरिया का लगाया जाना निर्धारित किया गया है।

    अभियंताओं से हो रही पूछताछ
    इस स्टेशन का निर्माण कार्य मेट्रो के कनिष्ठ अभियंता विकास त्यागी, सहायक अभियंता संजय वाष्र्णेय, डिप्टी चीफ इंजीनियर राजीव गर्ग के नेतृत्व में हुआ है। इन लोगों से मेट्रो रेल कारपोरेशन पूछताछ कर रहा है।

    दो समानताएं भी सामने आई
    इस कार्य को लेकर दो समानताएं भी सामने आई हैं। दिल्ली के जमरुदरपुर में 2009 में हुए हादसे के समय उस कार्य को मुख्य अभियंता राजन कटारिया देख रहे थे। वही राजन कटारिया इस योजना के भी मुख्य अभियंता हैं। जमरूदपुर कार्य को भी गैमन इंडिया कंपनी करा रही थी और इस कार्य को भी गैमन इंडिया के हवाले किया गया।

    2009 में गिरा था निर्माणधीन मेट्रो ट्रैक
    बता दें कि दिल्ली के जमरुदरपुर में 2009 में निर्माणाधीन मेट्रो ट्रैक गिर गया था। उस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद राजन कटारिया को निलंबित कर दिया गया था और गैमन इंडिया को दो साल के लिए काली सूची में डाल दिया गया था। बाद में कटारिया फिर से बहाल हो गए। कंपनी को भी फिर से काम मिल गया। 

    मामले की जांच के लिए समिति का गठन कर दिया गया है। जो भी जांच में दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। - मंगू सिंह [प्रबंध निदेशक, डीएमआरसी]

    News in Hindi: Narendra modi: comments on facebook


    narendra modi

    नई दिल्ली। शिव के घर में नमो के जलवे का ही असर था की जहां महाकुंभ रैली में भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा वहीं, फेसबुक पर टिप्पणियों की बाढ़ आ गई। फेसबुक पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को चाहने वाले उनको देश के भावी प्रधानमंत्री के रूप में देख रहे हैं। फेसबुक पर देश की दुर्दशा को लेकर कांग्रेस, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और दिग्विजय पर भी निशाना साधा गया है। इससे कहीं आगे बढ़ते हुए एक फेसबुकिये ने तो नरेंद्र मोदी और ललित मोदी के अंतर को लेकर राहुल बाबा की समझ पर भी सवालिया निशान लगा दिया। भाजपा भोपाल रैली को लेकर फेसबुक पर आए कुछ खास कमेंट इस प्रकार है..

    News in Hindi: ND Tiwari says Rohit not my son, DNA match is coincidence


    ND Tiwari

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना जैविक पुत्र मानने से साफ इंकार कर दिया है।
    करीब एक साल पहले हुए डीएनए जांच के बाद बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में दायर हलफनामे में तिवारी ने कहा कि उनका कभी भी रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से कोई संबंध नहीं रहा।यह पूरा मामला एक राजनीतिक षडयंत्र का हिस्सा है। हालांकि, डीएनए जांच रिपोर्ट में रोहित को तिवारी का जैविक पुत्र बताया गया है।
    गौरतलब है कि रोहित ने 88 वर्षीय तिवारी को अपना जैविक पिता बताते हुए उनके खिलाफ वर्ष 2008 में मामला दायर किया है। कोर्ट द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर एसएम चोपड़ा के समक्ष दायर हलफनामे में तिवारी ने कहा है कि उज्ज्वला आज भी अपने पूर्व पति का उपनाम शर्मा ही इस्तेमाल करती हैं। उनका कभी भी उज्ज्वला से कोई संबंध नहीं रहा।

    तिवारी ने जांच पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि डीएनए रिपोर्ट के परिणाम को सटीक नहीं माना जा सकता, क्योंकि खुद विज्ञान इस बात की पुष्टि करता है कि हजार या लाख में से किसी एक व्यक्ति का डीएनए आपस में मेल खा जाता है। ऐसे में उनके डीएनए का रोहित से मेल खाना महज एक संयोग है। साथ ही तिवारी ने कहा है कि रोहित की ओर से पेश किए गए फोटो सार्वजनिक जगहों पर विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान उनके साथ खिंचवाए गए हैं। 

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    News in Hindi: Twin terrorist attack in jammu before Manmohan-Nawaz meet

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    जम्मू: आतंक का डबल अटैक, लेफ्टिनेंट कर्नल समेत नौ की मौत
    जम्मू। अमेरिका में होने वाली प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात से पहले आतंकियों ने गुरुवार सुबह पहले जम्मू में कठुआ के हीरानगर पुलिस स्टेशन और फिर बाद में सांबा के आर्मी कैंप पर हमला कर दिया। हीरानगर पुलिस स्टेशन में हुए हमले में पांच पुलिसकर्मी और सांबा में सेना के दो जवानों समेत नौ लोगों के मारे जाने की खबर है। सांबा में मारे गए जवानों में एक लेफ्टिनेंट कर्नल भी शामिल है। आतंकी और सेना के बीच मुठभेड़ अभी जारी है।

    मिली जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने गुरुवार की सुबह सनसनीखेज तरीके से किसी प्रशिक्षित कमांडो दस्ते की तरह हीरानगर पुलिस स्टेशन में दाखिल होकर पहले पांच पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया। इसके बाद एक ट्रक चालक समेत दो और लोगों की हत्या और ट्रक हाइजैक कर, पुलिस स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर महेश्वलर (सांबा) के पास पहुंच गए। वहां एक स्कूल के पास सेना के जवानों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान चार जवान भी घायल हो गए। हीरानगर पुलिस स्टेशन पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है।

    आईजी जम्मू रेंज राजेश कुमार, डीआईजी शकील बेग और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मुठभेड़ स्थल पर पहुंच गए हैं। जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को एहतियातन यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस और सेना के जवानों ने आतंकियों को स्कूल के पास बने एक नाले में घेर लिया है। 

    वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह पौने सात बजे के करीब सेना की वर्दी पहने तीन से चार आतंकी एक ऑटो में हीरानगर पुलिस स्टेशन के पास पहुंचे थे। सेना की वर्दी में होने के कारण उन पर किसी को संदेह नहीं हुआ और वह थाने के भीतर दाखिल हो गए। अंदर घुसते ही उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जब तक पुलिसकर्मी कुछ समझते और जवाबी फायर करते , चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसके बाद आतंकी वहां से निकल भागे और उन्होंने जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग का रुख किया। उन्होंने एक ट्रक को रुकवाया और उसे हाईजैक कर बिना किसी रुकावट के महेश्वटर- सांबा तक पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने ट्रक चालक समेत दो नागरिकों को भी मौत के घाट उतार दिया। 

    महेश्वर के पास उन्हें सुरक्षाबलों ने घेर लिया तो वह ट्रक से निकल फौरन सडक के साथ सटे स्कूल के पास एक नाले में घुस गए। इस जगह के पास ही आर्मी स्कूल सांबा भी है। नाले में छिपे आतंकियों और सेना जवानों के बीच इस खबर के लिखे जाने तक जारी मुठभेड में चार जवान घायल हो चुके थे। उन्हें उपचार के लिए जम्मू लाया गया है। 

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    ZTE planning bigger, better Firefox OS phone for US release next year


    ZTE planning bigger, better Firefox OS phone for US release next year
    ZTE is one of the few companies making a sly side-bet on Firefox OS, and next year it's planning to double-down on that initial wager with the launch of a second handset running Mozilla's smartphone platform. Speaking with IDG's Michael Kan at Expo Comm China 2013, ZTE's Executive VP He Shiyou expects the device to land first half 2014, with a larger display than its predecessor, a dual-core processor, a "revamped user experience" and, of course, a low price tag. The exec also said that, with approximately 100,000 units sold, demand for the ZTE Open "has exceeded supply," and he anticipates double that figure in total sales. ZTE deliberately manufactured the Open on a small scale, but is optimistic about future adoption of Firefox OS. Shiyou believes HTML5-based apps will become more relevant as speedy network technology like LTE reduces reliance on native software, stating: "In the future, the app store business model will be no more."

    Tech News in Hindi: Microsoft launches surface 2 and surface 2 pro tablets


    Microsoft tablets

    नोकिया पर अपना कब्जा जमाने के कुछ ही दिन बाद माइक्रोसॉफ्ट ने दो नई टैबलेट लॉंच करने की घोषणा कर दी है। सरफेस 2 और सरफेस 2 प्रो नाम की इन दो टैबलेट के साथ-साथ माइक्त्रोसॉफ्ट इन दोनों टैबलेट से संबंधित आकर्षक असेसरी भी लॉंच करने जा रहा है। वाशिंगटन स्थित माइर्कोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन विंडोज आरटी पर चलने वाली अपनी यह दोनों टैबलेट जल्द ही भारत में भी लॉंच कर देगी। 

    सरफेस 2 प्रो अभी तक सरफेस 2 प्रो को लैपटॉप डिवाइस की तरह प्रचारित किया जा रहा है। कंपनी की मानें तो सरफेस 2प्रो करीब 94% लैपटॉप से ज्यादा तेज चलने वाली टैबलेट है लेकिन सफलता की कसौटी को यह टैबलेट पार कर पाएगी या नहीं यह बात वक्त बीतने के साथ ही पता चल पाएगी। फीचर्स और खूबियों की बात करें तो सरफेस 2प्रो की खासियत निम्नलिखित बिंदुओं की सहायता से स्पष्ट की जा सकती है-

    स्क्रीन-1080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 10.6 इंच
    प्रोसेसर-इंटेल कोर आइ5 हासवेल
    रैम-4जीबी और 8 जीबी रैम में उपलब्ध
    मेमोरी-8 गीबी रैम मॉडल में 128जीबी और 256 जीबी मेमोरी, 4 जीबी रैम मॉडल में 64जीबी मेमोरी
    कनेक्टिविटी-यूएसबी 3.0, वाइ-फाइ, ब्लूटूथ, कनेक्शन
    बैटरी-सरफेस प्रो से करीब 60-70 प्रतिशत अधिक
    ऑपरेटिंग सिस्टम-विंडोज 8.1
    सरफेस 2
    माइक्रोसॉफ्ट ने भले ही आरटी ब्रांडिंग बंद कर दी हो लेकिन ये सरफेस 2 टैबलेट विंडोज 8.1 के लेटेस्ट वर्जन ओएस पर काम करती है। कंपनी सरफेस2 को इस साल की सबसे उत्पादक टैबलेट करार दे रही है ऐसे में जाहिर है कंपनी इस टैबलेट के माध्यम से विंडोज आरटी को आम लोगों के लिए सहज बनाने का प्रयास कर रही है।
    स्क्रीन-1080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 10.6 इंच की स्क्रीन .
    प्रोसेसर-एनविडिया टेग्रा 4
    स्टोरेज-32 जीबी और 64 जीबी स्टोरेज मॉडल में उपलब्ध जिसे मेमोरी कार्ड की सहायता बढ़ाया जा सकता है
    कनेक्टिविटी-यूएसबी 3.0, एचडी वीडियो आउट
    बैटरी-10 घंटे
    ऑपरेटिंग सिस्टम-विंडोज आरटी 8.1

    Tech News in Hindi: I am shakti safety app for android phone


    Tablet

    नई दिल्ली। टैबलेट बनाने वाली एक नई एप्प आई एम शक्ति डेवलप की है। इस एप्प की खासियत है कि किसी भी इमरजेंसी सिचुएशन में पॉवर बटन को 2 सेकेंड में 5 बार दबाने पर ऑटोमेटिक एसएमएस चला जाएगा। इस एप्प में यूजर किसी भी इमरजेंसी सिचुएशन में किसी स्पेसिफाइड कॉन्टैक्ट को इमरजेंसी एसएमएस भेज सकते हैं। इस एसएमएस में वही लोकेशन डिटेल होगी। अगर फोन का जीपीएस ऑन नहीं है तो एप्प नजदीकी सेलफोन टॉवर की लोकेशन के को-आर्डिनेट्स भेज देगी। यूजर इसको फ्री में गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर सकते हैं।

    Tech News in Hindi: Nokia lumia tablet 2520 is going to be launched soon


    Nokia

    अब जब सैमसंग से लेकर माइक्रोमैक्स तक ने टैबलेट की दुनिया में धमाल मचा रखा है तो ऐसे में नोकिया कैसे पीछे रह सकता था। हालांकि अब सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोमैक्स ने नोकिया पर कब्जा जमा लिया है लेकिन नोकिया के चाहने वालों की संख्या अभी भी कम नहीं हुई है। तभी तो नोकिया ने स्मार्टफोन से इतर अब स्मार्ट टैबलेट लॉंच करने का निश्चय किया है। जी हां, सही सुना है आपने, अपनी लूमिया सीरीज को और आगे बढ़ाते हुए जल्द ही नोकिया आरटी विंडोज वाली अपनी नई टैबलेट नोकिया लूमिया 2520 बाजार में उतारने जा रहा है। फिलहाल औपचारिक रूप से नोकिया ने अपनी इस नई टैबलेट का नाम और इसकी लॉंचिंग अभी सार्वजनिक नहीं की है लेकिन ट्विटर पर इससे संबंधित जानकारियां पोस्ट होनी शुरू हो गई हैं जिसके अनुसार जल्द ही नोकिया अपने टैबलेट 2520 को लॉंच करने जा रहा है। इतना ही नहीं नोकिया अपनी लूमिया सीरीज के अंतर्गत 6 इंच स्क्त्रीन वाली एक फैबलेट भी लॉंच करने जा रहा है जिसे नोकिया लूमिया 1520 नाम दिया जा सकता है। 

    नोकिया लूमिया 2520 टैबलेट की बात करें तो यह इसकी स्क्रीन करीब 1080 रेजोल्यूशन और 10.1 इंच की होगी जिसे मुमकिन है भारत में 32 हजार के आसपास की कीमत पर लॉंच किया जाएगा। इस टैबलेट के माध्यम से ऐसा माना जा रहा है कि नोकिया आरटी विंडोज से संबंधित लोगों की मानसिकता को बदलने का प्रयास करने वाली है। उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर 2013 के अंत तक यह टैबलेट अमेरिकी बाजार में उतार दी जाएगी और यह दो रंगों में उपलब्ध होगी। 

    नोकिया लूमिया 2520 क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 800 एसओसी से संचालित है जिसमें विंडोज आरटी 8.1 का प्रयोग किया गया है। टैबलेट में आपको इनबिल्ट 32 जीबी रैम मिलेगी लेकिन अगर आप इसे बढ़ाना चाहते हैं तो एसडी कार्ड की मदद से आप इसकी मेमोरी को 64 जीबी तक बढ़ा सकते हैं। नोकिया लूमिया 2520 का रियर कैमरा 6.7 मेगापिक्सल और फ्रंट कैमरा 2 मेगापिक्सल का है और इसमें 4जी एलटीई की सुविधा उपलब्ध है।

    Tech News in Hindi: Quickoffice on android and ios phones


    Quickoffice app

    नई दिल्ली। गूगल ने क्विक ऑफिस एप्स को एंड्रायड और आईओएस डिवाइसेज के लिए बिल्कुल फ्री करके नया धमाल किया है। क्विक ऑफिस प्रोडक्टिविटी सूट में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस डॉक्यूमेंट्स को एडिट किया जा सकता है। क्विकऑफिस में वर्ड प्रोसेसर, स्प्रैडशीट, प्रेजेंटेशन की एडिटिंग की जा सकती है। 

    गूगल ने क्विकऑफिस प्रोडक्टिविटी सूट को जून 2012 में खरीदा था। इससे पहले दिसंबर में इसे आईपैड पर फ्री किया गया था और अप्रैल में गूगल ने एंड्रायड और आईफोन के लिए क्विकऑफिस सूट को रिलीज किया था। क्विकऑफिस गूगल ड्राइव से कनेक्ट होता है। इसके साथ ही गूगल ने एक और सरप्राइज दिया है, जो नये यूजर 26 सितंबर से पहले क्विकऑफिस एप्प को डाउनलोड करके गूगल अकाउंट से साइन इन करेंगे, उन्हें गूगल ड्राइव पर 2 सालों तक 10 जीबी का फ्री स्पेस मिलेगा।

    Tech News in Hindi: Cheap 3g Lava handsets


    Lava Handsets

    नई दिल्ली। इंडियन मोबाइल मैन्युफैक्चर कंपनी लावा ने कम रेंज के दो 3जी हैंडसेट लांच किए हैं। लावा के 3जी 402 हैंडसेट में 4 इंच की 480 गुणा 800 रिज्योलूशन वाली डब्ल्यूवीजीए डिस्प्ले है। इसमें 1.2 गीगाहटर््ज वाला डुअल कोर मीडिया टेक का रोम सपोर्ट दिया गया है। वहीं इसमें 3 एमपी का बैक कैमरा और 1.3 एमपी का फ्रंट कैमरा लगा है। 

    जबकि 3जी 356 में 3.5 इंच की 480 गुणा 320 रिज्योलूशन वाली एचवीजीए स्क्रीन, 1.2 गीगाहटर््ज डुअल कोर प्रोसेसर के साथ 256 एमबी रैम और 512 एमबी रोम सपोर्ट है। इसमें 1.3 एमपी का बैक और फ्रंट वीजीए कैमरा दिया गया है। दोनों फोन में 1500 एमएएच की बैटरी और एंड्रायड वी 4.2 जेली बीन ओएस दिया है, जिसे यूजर ऑन द एयर अपग्रेड भी कर सकते हैं। 3जी 356 और 3जी 402 की कीमत 4,499 रुपये और 5,499 रुपये रखी गयी है।

    News in Hindi: PM okays setting up of 7th Pay Commission


    Central Pay Commission

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री ने बुधवार को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की घोषणा की गई है। इस वेतन आयोग के गठित होने और उसकी सिफारिशों के लागू होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन पहले के मुकाबले और बेहतर हो जाएगा। 

    सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने से करीब 80 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। इसमें से 30 लाख पेंशन पाने वाले पूर्व कर्मचारी और 50 लाख वेतन पाने वाले शामिल है। केंद्र सरकार की यह घोषणा आगामी लोकसभा चुनाव में लाभ लेने की कवायद मानी जा रही है। गौरतलब है कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशें एक जनवरी 2006 से लागू हुई थी। इसके अलावा, प्रत्येक 10 साल पर वेतन आयोग का गठन किया जाता है।

    News in Hindi: BSNL, MTNL working to offer free roaming for their customers


    BSNL

    नई दिल्ली। दिल्ली को छोड़ कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बीएसएनएल ग्राहकों को रोमिंग पर कोई शुल्क नहीं देना पड़ता। अब जल्द ही इस फ्री रोमिंग की सुविधा एनसीआर के अलावा पूरे देश में मिलेगी। 

    सार्वजनिक क्षेत्र की दो टेलीकॉम कंपनियां - बीएसएनएल और एमटीएनएल ने कहा कि वे अपने ग्राहकों को रोमिंग फ्री सेवा देने की तैयारी कर रही हैं। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं एमडी आर. के. उपाध्याय ने कहा है कि एनसीआर में (दिल्ली को छोड़कर, जहां बीएसएनएल के उपभोक्ताओं को रोमिंग चुकाना होता है) ग्राहकों को रोमिंग शुल्क नहीं करना होता है। हम इसे धीरे-धीरे पूरे भारत में विस्तार देने के प्रयास में हैं जिससे कि ग्राहकों को रोमिंग का चार्ज न देना पड़े।

    उपाध्याय अपने कॉरपोरेट ग्राहकों के लिए संयुक्त सेवा को लेकर एमटीएनएल के साथ एक करार पर हस्ताक्षर करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों की कंपनियां इस बात के प्रयास में हैं कि रोमिंग के दौरान कैसे ग्राहकों को कम से कम शुल्क का भुगतान करना पड़े और फिर इसे पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।

    गौरतलब है कि वर्तमान में एमटीएनएल और बीएसएनएल एक-दूसरे के ग्राहकों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के लिए रोमिंग शुल्क नहीं लगाती हैं। एमटीएनएल के सीएमडी ए. के. गर्ग ने कहा कि दोनों कंपनियां फोन कॉल्स के लिए भी इसी तरह की व्यवस्था करने पर काम कर रही हैं। गर्ग ने कहा कि हमने चुनिंदा प्री-पेड पैकेज के तहत छोटी राशि के साथ रोमिंग की सुविधा शुरू की है, लेकिन हम इस प्रकार की सुविधा वॉयस सर्विस में भी शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं।

    News in Hindi: There is nothing you can call Zero percent scheme


    Finance scheme

    नई दिल्ली। शायद आपने यह सुना हो : यहां फ्री लंच जैसी कोई ऐसी चीज नहीं! ये बात उस चीज पर लागू होती है जिस पर मुफ्त या 'जीरो' पर्सेट (फीसद) लिखा रहता है। इस शब्द या कहें स्कीम का मकसद ग्राहकों को खरीदारी के लिए उकसाना है। हालांकि, यह ग्राहकों के लिए खरीदारी का सुविधाजनक साधन तो है लेकिन सस्ता नहीं है। जीरो देखकर ही हमें विश्वास हो जाता है कि यह तो हमें फ्री में मिलने वाला है, लेकिन फाइनेंस की भाषा बड़ी चतुर होती है। आइये हम आपको उन तथ्यों से रूबरू कराते हैं जो इस जीरो के पीछे छिपे बैठे हैं। 

    जीरो पर्सेट फाइनेंस स्कीम कई ग्राहकों को आकर्षित करती है। उनके मन में मुफ्त का भ्रम भी पैदा करती है। हालांकि, रिजर्व बैंक के कड़े नियमों की वजह से कई बैंकों ने इस प्रकार की स्कीम बंद कर दी है। लेकिन विभिन्न नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (एनबीएफसी) ये काम कर रही हैं। जीरो पर्सेट फाइनेंस और इंस्टॉलमेंट का मतलब यही समझता जाता है कि आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा लेकिन ऐसा होता नहीं। आप असल में ज्यादा पैसे खर्च देते हैं। 

    पहले तो इस जीरो पर्सेट स्कीमों में छिपी लागत का पता नहीं चलता। सबसे बड़ा नुकसान यही है कि आपको खरीदी गई वस्तु पर कैश डिस्काउंट नहीं मिलता। यदि आप 48,000 रुपये का एलईडी टीवी खरीदने का फैसला लेते हैं। इसे लेने के लिए यदि आप जीरो पर्सेट स्कीम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको छह माह तक प्रति माह 8,000 रुपये की ईएमआई देनी होगी। 

    अब आप देखें की आपको कितना और देना पड़ेगा जिसे आपको बताया नहीं जाएगा। आपको शुरुआत में ही 1,000 रुपये की प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ेगी और जैसे कि आप जीरो पर्सेट स्कीम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको 2,000 रुपये का कैश डिस्काउंट नहीं मिलेगा। इसका मतलब आपको मुफ्त के नाम पर 3 हजार रुपये का नुकसान होगा। 
     
    हालांकि, अब अगर आप इस त्योहारी मौसम में फोन या टीवी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो इंट्रेस्ट फ्री स्कीम के भरोसे मत रहिएगा। यह स्कीम वापस ली जा रही है। आरबीआई ने बैंकों से महंगी शॉपिंग के बिल को क्रेडिट कार्ड इंस्टॉलमेंट में बदलने से मना किया है। आरबीआई ने कहा है कि यह ग्राहकों को एक तरह से भुलावे में रखना है। रिजर्व बैंक का मानना है कि जीरो पर्सेट स्कीम से कंज्यूमर्स को बेवकूफ बनाया जा रहा है। खरीदारों को लगता है कि इस स्कीम में बैंक फ्री में लोन दे रहे हैं। इसलिए आरबीआई इसे रोकना चाहता है।

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    Sensex. Nifty

    नई दिल्ली। गिरावट और सुस्त अंतरराष्ट्रीय बाजारों के बीच घरेलू शेयर बाजार भी कारोबार के शुरुआत में सपाट रहा। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑयल एंड गैस, बैंक, आईटी और टेक्नोलॉजी शेयरों में बिकवाली बढ़ने से घरेलू बाजार दबाव में हैं। हालांकि, रियल्टी, कैपिटल गुड्स, ऑटो, पावर और मेटल शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिल रही है। दिग्गजों के टूटने के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी आई है।
    30 शेयरों वाले बीएसई के बेंचमार्क सेंसेक्स 3 अंक की मामूली बढ़त के साथ 19,923.3 के स्तर पर खुला। वहीं, निफ्टी 1 अंक की बढ़त के साथ 5,893.2 के स्तर पर सपाट होकर कारोबार कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बात करें तो क्यूई3 पर सफाई नहीं होने से मंगलवार को लगातार अमेरिकी बाजारों में चौथे दिन गिरावट देखने को मिली। डाओ जोंस 0.4 फीसद की गिरावट के साथ 15,334.5 पर बंद हुआ। हालांकि नैस्डेक हल्की बढ़त के साथ 3,768.25 पर बंद हुआ। लेकिन एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.25 फीसदी फिसलकर 1,697.4 पर बंद हुआ।

    वहीं एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार है। एसजीएक्स निफ्टी में 5 अंक की मामूली गिरावट के बाद 5,914 पर नजर आ रहा है। जापान का निक्कई 0.3 फीसद की गिरावट के साथ 14,687 पर आ गया है। हालांकि हैंगसेंग में 0.2 फीसद की बढ़त आई है, जबकि स्ट्रेट्स टाइम्स में 0.4 फीसद की तेजी है। शंघाई कम्पोजिट में 0.25 फीसदी की उछाल आई है, जबकि ताइवान इंडेक्स करीब 0.5 फीसदी गिर गया है। कोरियाई बाजार का इंडेक्स कोस्पी 0.7 फीसद लुढ़क गया है।

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    नई दिल्ली। चंद शब्द आपके कानों में पड़े और मन में उतर गए। उन शब्दों का इस्तेमाल रोजमर्रा की आपसी बातचीत में भी होने लगा। सबसे बड़ी बात कि चंद शब्दों ने कुछ चीजों को सदा के लिए यादगार बना दिया। हम किसी बड़े नेता की बात नहीं कर रहे ना किसी महान व्यक्ति की। हम बात कर रहे हैं विज्ञापनों में इस्तेमाल किए गए उन शब्दों की जिसे लोग आज भी याद रखते हैं। टीवी पर आए इन विज्ञापनों की वजह से प्रोडक्ट्स की जबरदस्त मार्केटिंग हुई। कंपनियां कुछ समय तक एक विज्ञापन चलाती हैं और थोड़े दिनों में उसे बदल देती हैं। लेकिन भारत में कुछ विज्ञापन ऐसे आए हैं जो लोगों के बीच बेहद प्रचलित हुए। साथ ही, उनकी वजह से कंपनी को अलग पहचान मिली। आइये हम आपको उन कुछ विज्ञापनों और उनमें कहे गए शब्दों को याद दिलाते हैं। 

    अगर कोई चीज आपसे टूट न रही हो तो लोगों के मुंह से अपने आप ही निकलता है कि अरे भाई 'ये फेविकोल का मजबूत जोड़ है, टूटेगा नहीं'। हालांकि, फेविकोल हर बार कोई न कोई आकर्षक विज्ञापन लेकर आया है, लेकिन कंपनी की ये टेगलाइन सुपर हिट रही। 

    गर्मी हो, आप किसी के घर पर हो या आप दुकान पर खड़े हों, तो सिर्फ यही बोला जाता है- 'जरा ठंडा देना'। इन शब्दों को बाजार में लेकर आया कोला कोला, जिसके विज्ञापन की टेगलाइन ही थी 'ठंडा मतलब कोका-कोला'। इस विज्ञापन को कंपनी ने लंबे समय पर चलाया। 

    आपको याद होगा कि एक छोटा सा बच्चा घर छोड़ कर जाने लगता है लेकिन अचानक उसके दादा कहते हैं कि घर पर तो जलेबी बनी है। बच्चा उस बात पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ही शब्द बोलता है 'जलेबी'। बस लोग उस बच्चे के मुंह से निकले जलेबी शब्द को सुनने के लिए पूरा विज्ञापन देख लेते थे। इसे 'धारा' कंपनी ने पेश किया था। 

    घर पर रंग रोगन हो रहा है, आपने नई गाड़ी खरीदी है तो आपके पड़ोसी, रिश्तेदार या मित्र आपको यही बोलेंगे 'बढि़या है'। एशियन पेंट्स के इस विज्ञापन की वजह से लोग एक दूसरे को सुनील बाबू कह कर पुकारने लगे थे।

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    नई दिल्ली। कर्ज की ब्याज दर बढ़ रही है, होम लोन लेना मुश्किल होता जा रहा है। घरों की कीमतें आसमान पर पहुंच रही हैं। खरीदार बाजार से दूर भाग रहे हैं। ऐसे में देश के टॉप रियल एस्टेट डेवलपर्स नये मकान बनाने की सोच भी नहीं रहे क्योंकि जो बने हुए हैं वहीं बिक नहीं रहे। बाजार विशेषज्ञों का तो यह भी कहना है कि खाली मकानों, फ्लैटों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि इन्हें बेचने में दो साल लग जाएंगे।
    माना जा रहा है कि खाली पड़े मकानों की संख्या ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई है। बीएसई 500 इंडेक्स की 19 लिस्टिड कंपनियों पर बिजनेस स्टैंडर्ड के एक विश्लेषण के मुताबिक, मार्च 2013 के अंत तक रियल एस्टेट की बिक्री सपाट रहने के बावजूद टॉप डेवलपर्स के पास 58,000 करोड़ रुपये का ऐसा स्टॉक पड़ा है जो बिका नहीं है और इसे बिकने में कम से कम दो साल का वक्त लगेगा।
    रिपोर्ट के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध रियल स्टेट कंपनी डीएलएफ के पास 17,600 करोड़ रुपये की खाली जगह पड़ी है, जो बिकी नहीं है। इसके अलावा, मार्च 2013 के अंत तक एचडीआईएल के पास 12,043 करोड़ रुपये की लागत वाले फ्लैट खाली पड़े हैं। यह आंकड़ा कंपनी द्वारा साल 2012-13 के दौरान की गई बिक्री से छह गुना ज्यादा है। इतना ही नहीं इंडिया बुल्स रियल एस्टेट के पास 5,111 करोड़ रुपये के खाली फ्लैट हैं, जोकि कंपनी की शुद्ध बिक्री से चार गुना ज्यादा है।
    एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में खाली पड़े फ्लैटों को बेचने के लिए 48 माह का वक्त लगेगा। दिल्ली में खाली फ्लैटों के लिए खरीदार ढूंढने में 23 माह तक का वक्त लगेगा और बेंगलुरु में यह आंकड़ा 25 माह तक का रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्केट में खरीदार नहीं हैं। एक आंकड़े से पता चलता है कि करीब 4 लाख हाउसिंग यूनिट में से 1.43 लाख यूनिट ही जुलाई 2013 तक तैयार हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति, ऊंची लागत और ब्याज दरों में इजाफे ने कंपनियों का सिर दर्द बढ़ा दिया है। 

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    नितिन प्रधान, नई दिल्ली। सर्विस टैक्स अदायगी को प्रोत्साहन देने वाली स्वैच्छिक घोषणा स्कीम (वीसीईएस) के मामले में सरकार को निराशा का सामना करना पड़ सकता है। सरकार को मिल रहे रिस्पांस से स्कीम की सफलता संदेह के दायरे में आ गई है। इस स्कीम में सरकार को मिलने वाले आवेदनों की संख्या सम्मानजनक आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाई है।
    लंबे अरसे से सर्विस टैक्स नहीं दे रहे लोगों को इस दायरे में लाने के लिए वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की पहल पर मंत्रालय ने इस स्कीम की शुरुआत की थी। इस साल मई में शुरू हुई इस स्कीम के तहत पहली अक्टूबर 2007 के बाद से सर्विस टैक्स नहीं अदा कर रहे लोग आवेदन कर छूट का लाभ ले सकते हैं। यह स्कीम 31 दिसंबर, 2013 को खत्म हो रही है। इसके तहत डिफॉल्ट करने वाले लोगों को कुल देय टैक्स का 50 फीसद 31 दिसंबर तक जमा करना है। टैक्स की बकाया राशि को 30 जून, 2014 तक अदा किया जा सकता है। इस पर उन्हें ब्याज नहीं देना होगा। बकाया राशि को 31 दिसंबर, 2014 तक भी जमा कराया जा सकता है लेकिन इस पर पहली जुलाई के बाद की अवधि के लिए ब्याज का भुगतान करना होगा।

    देश भर में सर्विस टैक्स के दायरे में करीब 17 लाख करदाता हैं। इनमें से करीब 10 लाख ऐसे हैं जो न तो टैक्स जमा कर रहे हैं और न ही रिटर्न फाइल करते हैं। इस स्कीम के लिए ऐसे ही 10 लाख लोगों को लक्ष्य बनाया गया है। जिन लोगों को केंद्रीय सीमा व उत्पाद शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) से नोटिस नहीं मिला है, वे भी इस स्कीम में हिस्सा लेकर बकाया टैक्स अदा कर सकते हैं। मगर इसके विपरीत वित्त मंत्रालय को इसके लिए मिलने वाले आवेदनों की संख्या बेहद कम है। राजस्व सचिव सुमित बोस के मुताबिक अभी तक 3000 आवेदन मिले हैं। मंत्रालय का मानना है कि जैसे-जैसे दिसंबर नजदीक आएगा आवेदकों की संख्या में इजाफा होगा। सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि स्कीम की अवधि आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।

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