Thursday 31 October 2013

India chase big total again but Dhoni upset with new ODI Rules

MS Dhoni

नागपुर। जयपुर में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 360 के लक्ष्य को बहुत आसानी से हासिल कर लिया और लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत का नया रिकॉर्ड बनाया, ऐसा लगा कि यह दोबारा शायद ही देखने को मिले, लेकिन नागपुर में फिर वही स्थिति आई और भारत ने दोबारा इतिहास रचते हुए एक बार फिर 350 से ऊपर का लक्ष्य हासिल कर लिया। जाहिर है कि इतनी बड़ी सफलताओं पर कोई भी कप्तान गर्व से सीना चौड़ा करके उत्साहित नजर आएगा, धौनी भी जीत से खुश थे लेकिन फिर भी उनके चेहरे पर कुछ निराशा दिखी, मैच के बाद खुद धौनी ने अपनी इस टीस को बयां किया।
दरअसल, आइसीसी द्वारा वनडे क्रिकेट में लागू किए गए नए नियमों से धौनी खफा हैं, और दूसरी बार उन्होंने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। माही के मुताबिक बेशक वो जीत से खुश हैं लेकिन यह नए नियम ही हैं जिन्होंने इतने बड़े लक्ष्य को भी बेहद आसान बना दिया। धौनी ने जीत के बाद कहा, 'मेरा मानना है कि हमें इसके (नए नियम) बारे में आराम से बैठकर दोबार विचार करने की जरूरत है क्योंकि अब 350 का स्कोर, नया 280, 290 या 300 जैसा हो गया है। नियम के बदलावों के साथ एक और फील्डर इनर सर्किल के अंदर आ गया है, जिससे हर गेंदबाज की धुलाई हो रही है। दिग्गज से दिग्गज तेज गेंदबाज भी थर्ड मैन के साथ व फाइन लेग को ऊपर लाकर खेल रहे हैं। मुझे नहीं पता कि खेल किस ओर जा रहा है। इससे मनोरंजन हो रहा है, लेकिन अगर हम इस तरह लक्ष्य को हासिल करते रहे तो लंबे समय में यह खेल की सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा। हमें आज सात घंटे में सिर्फ चौके और छक्के ही देखने को मिले।'
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर 2012 से आइसीसी ने वनडे क्रिकेट में नए नियम लागू कर दिए थे जिनके मुताबिक बिना पावरप्ले वाले ओवरों में सिर्फ चार फील्डर ही 30 यार्ड के घेरे से बाहर रह सकते हैं। धौनी ने पहले भी इन नियमों को लेकर आवाज उठाने की कोशिश थी क्योंकि उनके मुताबिक यह गेंदबाजों के साथ न्याय नहीं होगा। अब एक बार फिर धौनी ने अपनी चिंता व्यक्त की है।

Love Gave 15 Children Sadness

childrens love story

अलीगढ़। यह प्रेम कहानी जिनके लिए होगी, उनके लिए होगी। दर्दनाक पहलू तो यह है कि उनकी मोहब्बत 15 बच्चों के लिए सूली बन गई है। एक ऐसी कहानी, जो न कभी सुनी गई, न पढ़ी गई, न देखी गई। शादी के 20 साल बाद तीन सगी बहनें एक ही दिन अपने प्रेमियों के साथ भाग गईं। पीछे छोड़ गईं कुल 15 बच्चे। बिलखने के लिए..। कहानी में पुलिस की एंट्री भी हो चुकी है।
ये कहानी है, अकराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव की। यहां के तीन भाइयों [दो सगे व एक चचेरे] की शादी 20 साल पहले कलकत्ता की तीन सगी बहनों से हुई थी। तीनों दुल्हनें हंसी-खुशी गांव आईं। सुखमय वैवाहिक जीवन शुरू हुआ। कुछ समय बाद किलकारियां भी गूंजने लगीं। इनमें से एक बहन के आठ, दूसरी से चार और तीसरी के तीन बच्चे हैं। इस दौरान न जाने क्या हुआ कि तीनों भाइयों की शादीशुदा जिदंगी व 15 बच्चों को किसी की नजर लग गई। तीनों बहनों के किसी और से प्रेम संबंध बन गए। शुरुआत गांव के ही एक युवक से हुई। उनके जरिये बाकी दोनों बहनों के प्रेमी पड़ोसी गांवों के बन गए।
बातचीत और चोरी-छुपे मुलाकात का सिलसिला भी चल पड़ा। इनमें से एक के पति को कुछ शक हुआ तो उसने पत्नी पर नजर रखनी शुरू कर दी। यह बात तीनों बहनों को मालूम चली तो उन्होंने पहले तो घर में ही खुलकर ऐतराज किया। बात प्रेमियों को भी बता दी। घर में उनके लिए कोई मुश्किल आती, इसके पहले ही उनके प्रेमियों ने घर से भागने का निर्णय ले लिया। 10 अक्टूबर को जब पूरा घर सोया हुआ था, तीनों बहनें भाग निकलीं।
तीनों बहनें किसी भी बच्चे को साथ नहीं ले गईं। सुबह जब मदरें की नींद खुली तो उनके होश फाख्ता हुए। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। तीनों युवतियों की तलाश शुरू हुई। अकराबाद पुलिस को भी घटना की सूचना दी गई। पूरे इलाके में इसकी चर्चा है। पुलिस ने प्रकरण को सुना तो गंभीरता से, लेकिन पतियों को खुद तलाश करने की नसीहत के साथ टरका दिया। तीनों महिलाओं की तलाश के बाद भी जब कुछ हासिल न हुआ तो मंगलवार को महिलाओं के रिश्ते में जेठ ने धौरी निवासी मुन्नालाल व धनसारी निवासी सत्यप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसओ अकराबाद पहलवान सिंह यादव का कहना है कि लापता बहनों की तलाश कराई जा रही है।

Source- News in Hindi

Latest Indian Economic Data Puts, Continuous Improvement in Fundamental Industry

Indian economic

नई दिल्ली [जाब्यू]। देश में बुनियादी उद्योगों के ढांचे में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। कोयला, बिजली, सीमेंट, स्टील वगैरह का उत्पादन बढ़ा है। इससे औद्योगिक उत्पादन में भी वृद्धि की गुंजाइश बन गई है। सितंबर में आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में आठ फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। चालू वित्त वर्ष 2013-14 में यह अब तक की सबसे अधिक वृद्धि दर है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में इन उद्योगों की विकास दर 3.2 फीसद रही है। इन उद्योगों में कोयला, बिजली, सीमेंट, स्टील, कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पाद, प्राकृतिक गैस और उर्वरक शामिल हैं। 

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बुनियादी उद्योगों की विकास दर में उछाल की प्रमुख वजह कोयला और बिजली क्षेत्र रहे हैं। दोनों के उत्पादन में समान साढ़े बारह फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। अगस्त में बुनियादी उद्योगों की विकास दर काफी नीचे 3.7 फीसद रही थी। बुनियादी उद्योगों के प्रदर्शन में उछाल से कारखानों के उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। कोयला, कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पाद और प्राकृतिक गैस की औद्योगिक उत्पादन में हिस्सेदारी करीब 38 फीसद की है। 

कोयला व बिजली के अलावा स्टील, सीमेंट और उर्वरक के उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज की गई है। सीमेंट उत्पादन 11.5 फीसद बढ़ा है, जबकि स्टील में 6.6 फीसद की वृद्धि हुई है। रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में पिछले साल के सितंबर के मुकाबले आठ फीसद की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। उर्वरक क्षेत्र का उत्पादन भी 5.3 फीसद बढ़ा है।
इसके विपरीत प्राकृतिक गैस के उत्पादन तेज गिरावट दर्ज की गई है। सितंबर में इसमें 14 फीसद की कमी हुई है। इस महीने प्राकृतिक गैस अकेला ऐसा उद्योग क्षेत्र है, जिसका उत्पादन कम हुआ है। कच्चे तेल का उत्पादन सितंबर में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 0.6 फीसद बढ़ गया है। 

The fastest growing air traffic in India

air traffic

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अन्य क्षेत्रों का हाल चाहे जो हो, भारत के एविएशन क्षेत्र को देखकर नहीं लगता कि कहीं कोई आर्थिक सुस्ती है। अगस्त की तरह सितंबर में भी घरेलू क्षेत्र में हवाई यात्रियों की संख्या में जैसी बढ़ोतरी हुई है, उससे अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी हैरान हैं। इस साल अगस्त में हवाई यात्रियों की संख्या 18.5 फीसद बढ़ी थी। सितंबर में भी इसमें 16.4 फीसद का इजाफा हुआ है। भारतीय हवाई यातायात में यह वृद्धि दुनिया के किसी भी क्षेत्र के मुकाबले सबसे अधिक है।
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार सितंबर में भारत में हवाई सीटों में भी 5.7 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई। परिणामस्वरूप लोड फैक्टर 6.6 बढ़कर 71.5 फीसद हो गया। यह वृद्धि देश में व्याप्त आर्थिक सुस्ती के उलट है। इस तेज बढ़ोतरी की वजह एडवांस बुकिंग पर किरायों में छूट हो सकती है। यह अनुमान कुछ हैरत भरा है, क्योंकि छूट के बावजूद भारत में किरायों का स्तर पिछले साल के मुकाबले काफी ऊंचा है। वार्षिक आधार पर हवाई ट्रैफिक 2012 के मुकाबले 4 फीसद बढ़ा है।

भारतीय एविएशन क्षेत्र के यातायात में यह बढ़ोतरी इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले साल हवाई यातायात में कमी दर्ज की गई थी। इसके अलावा दुनिया के अन्य क्षेत्रों या देशों के मुकाबले भी यह ज्यादा है। भारत के मुकाबले सितंबर में चीन में हवाई यातायात में केवल 10.6 फीसद की ही बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका में 1.4 और ब्राजील में केवल एक फीसद की वृद्धि हुई है। जापान में हवाई यातायात 7.8 और रूस में 12.1 फीसद बढ़ा है। आस्ट्रेलिया में सिर्फ 2.6 फीसद का इजाफा हुआ है।

इस बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा फायदा इंडिगो तथा एयर इंडिया को मिला है। सबसे आकर्षक किराया प्रस्तावों के कारण इंडिगो 30.3 फीसद हिस्सेदारी पाकर नंबर एक पर रही। सबसे उचित किरायों के कारण एयर इंडिया 20.3 फीसद बाजार हिस्सेदारी को पार करने में सफल रही। वैसे, यातायात में बढ़ोतरी के बावजूद कई घरेलू एयरलाइनें अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने में विफल रही हैं। मसलन, सितंबर में इंडिगो की 30 फीसद सीटें खाली रहीं। इसकी भरपाई वह अक्टूबर से मार्च के दौरान करने की कोशिश करेगी। स्पाइसजेट का भी जाड़ों में 22 फीसद ज्यादा उड़ानें भरने का इरादा है।

PDS Kerosene Sale will close in Half Dozen States

PDS

नई दिल्ली [जयप्रकाश रंजन]। आम चुनाव के बाद नई सरकार ने अगर राशन के जरिये केरोसिन की बिक्री बंद करने की नीति जारी रखी तो आधा दर्जन राज्यों में इन दुकानों पर केरोसिन नहीं मिलेगी। जिन राज्यों में केरोसिन की बिक्री बंद होनी है उनमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड शामिल हैं। इनके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में भी केरोसिन की बिक्री को बंद करने की तैयारी है।

पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दो आधार पर राज्यों में पीडीएस दुकानों पर केरोसिन की बिक्री बंद करने का फैसला किया जाएगा। पहला आधार तो ग्रामीण इलाकों में तेजी से बिजली कनेक्शन को बनाया जा रहा है। दूसरा आधार एलपीजी कनेक्शन है। यानी जिन राज्यों के अधिकांश ग्रामीण परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं, वहां पीडीएस केरोसिन की बिक्री बंद की जा रही है। इस बारे में पेट्रोलियम मंत्रालय ने पुख्ता तैयारी कर ली हैं। अक्टूबर, 2013 से दिल्ली में पीडीएस केरोसिन की बिक्री पहले ही बंद हो चुकी है।

सूत्रों के मुताबिक इस नीति के तहत ही पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्ताराखंड को केरोसिन कोटा काफी कम किया जा चुका है। पंजाब का कोटा 2.72 लाख किलो लीटर से घटा कर एक लाख किलो लीटर किया गया। 

उत्ताराखंड के आवंटन में 70 फीसद तो हरियाणा का केरोसिन कोटा लगभग 40 फीसद घटाया गया। इस कटौती के बावजूद इन राज्यों से केरोसिन की किल्लत की खबर नहीं आई है। मंत्रालय मान रहा है कि इससे स्पष्ट है कि केरोसिन का इस्तेमाल मिलावट के लिए होता रहा है। पीडीएस केरोसिन और डीजल की कीमत में इस समय 37 रुपये का अंतर है। इससे मिलावट करने वालों को बढ़ावा मिलता है।

जिन राज्यों में पीडीएस के जरिये बिक्री बंद की जाएगी वहां तेल कंपनियां खुले बाजार में पूरी कीमत पर केरोसिन की बिक्री करेंगी। इस समय तेल कंपनियों को केरोसिन पर 39 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का घाटा हो रहा है। वर्ष 2013-14 में केरोसिन सब्सिडी का बोझ लगभग 31 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।

Sensex reach all time high after 5 yrs

Sensex

नई दिल्ली। सेंसेक्स ने आखिरकार नए रिकॉर्ड स्तर तक चढ़ गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ने 21,247 का लाइफ टाइम हाई बनाया है। सेंसेक्स 5 साल 10 महीनों के अंतराल के बाद रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुआ है। 10 जनवरी 2008 में सेंसेक्स ने 21,207 की नई ऊंचाई छुई थी।

विदेशी निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी की वजह से साल 2013 में अब तक सेंसेक्स में 9.3 फीसद का उछाल आया है। विदेशी निवेशकों ने पिछले 20 सत्रों के दौरान करीब 16,000 करोड़ रुपये का निवेश किया।
सेंसेक्स ने इस तेजी के साथ जबर्दस्त तेजी की है। 28 अगस्त को सेंसेक्स ने 17,448.71 के इंट्राडे लॉ पर पहुंचा था। इसके बाद से बाजार ने 22 फीसद की बढ़त हासिल की है। उस वक्त डॉलर के मुकाबले रुपया भी 68.80 पर था। फार्मा, आईटी, ऑटो कंपनियों का प्रदर्शन 


Govt Plan to Raise Tax on Mosquitoes Repellent

mosquitoes


अजय जायसवाल, लखनऊ। डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों को मारना महंगा होने वाला है। राज्य सरकार मच्छरों को मारने में इस्तेमाल किए जाने वाले रेपलैंट, मैट्स, लिक्विड पर टैक्स को तीन गुना करने जा रही है। टैक्स बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा।
वित्तीय संकट से जूझ रही सरकार इन दिनों कमाई बढ़ाने के लिए हर संभव रास्ते तलाश रही है। गौरतलब है कि सरकार की वित्तीय सेहत सुधारने को नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां की अध्यक्षता में संसाधन समिति बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, हाल में हुई संसाधन समिति की बैठक में टैक्स बढ़ाने-लगाने संबंधी कई प्रस्तावों में से समिति ने उन्हें खारिज कर दिया जिनके लागू होने का सीधा असर आम जनता पर पड़ता।
यद्यपि समिति ने मच्छर मारने वाले रेपलैंट, क्वायल, मैट्स व लिक्विड पर टैक्स बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इन पर टैक्स को तीन गुना करने का प्रस्ताव है। अभी इन पर चार फीसद वैट व एक फीसद अतिरिक्त कर है। अब इन पर 12.50 फीसद वैट व 1.50 फीसद अतिरिक्त कर प्रस्तावित है। सरकार को इससे तकरीबन 14 करोड़ रुपये अतिरिक्त राजस्व मिलने का अनुमान है।
तेंदू पत्ता पर टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव खारिज : वैसे तो कर राजस्व आय बढ़ाने के लिए वाणिज्य कर विभाग तेंदू पत्ते पर टैक्स को पांच फीसद से 14 फीसद करने के पक्ष में रहा है लेकिन वित्तीय संसाधन समिति ने संबंधित प्रस्ताव खारिज कर दिया है। 

समिति का मानना है कि तेंदू पत्ता का उपयोग उस बीड़ी को बनाने में किया जाता है जिसे निचले तबके के लोग पीते हैं। इसी तरह समिति ने ट्रांसमिशन वायर आदि इलैक्टिकल गुड्स पर टैक्स बढ़ाने को फिलहाल यह कहते हरी झंडी नहीं दी है कि इससे बिजली महंगी होने का असर सामान्य जनता पर पड़ सकता है। व्यावसायिक वाहनों के नवीनीकरण पर ग्रीन टैक्स लगाने संबंधी प्रस्ताव को भी समिति ने नहीं माना है।

Jwala Gutta-Ashwini Ponappa off to Winning Start

Jwala Gutta-Ashwini Ponappa

नई दिल्ली। भारत की ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने सीधे गेमों में जीत दर्ज करते हुए जर्मनी के सारब्रूकेन में खेले जा रहे बिटबर्गर ओपेन ग्रांप्रि गोल्ड बैडमिंटन के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया है। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय जोड़ी ने पहले दौर में अनिका डोर और अनिका होबार्च की स्थानीय जोड़ी को 21-14, 21-11 से हराया।
दो साल पहले लंदन विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय जोड़ी ने दमदार स्मैश और बेहतर नेट प्ले के आधार पर जीत दर्ज की। अगले दौर में उनका सामना चौथी वरीयता प्राप्त हुइ अर्न येंग और हुइ लिन येंग की मलेशियाई जोड़ी से होगा। महिला सिंगल्स में भारत की पीसी तुलसी की चुनौती पहले दौर में थम गई। तुलसी को 54 मिनट चले मुकाबले में छठी वरीयता प्राप्त फ्रांसीसी खिलाड़ी साशिना विग्नेस वारान ने 18-21, 21-14, 21-14 से हराया। इससे पहले बुधवार को भारत के आनंद पवार ने पुरुष सिंगल्स के तीसरे दौर में जगह बनाई थी।

रैंकिंग में सातवें स्थान पर खिसकीं साइना
 
फ्रेंच ओपेन सीरीज के दूसरे दौर में बाहर होने वाली भारतीय स्टार शटलर विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर खिसक गई हैं। साइना के 62010 रेटिंग अंक है। हाल के समय में साइना का प्रदर्शन खास नहीं रहा है। डेनमार्क ओपेन खिताब बचाने में नाकाम रहने के बाद वह चौथे स्थान से छठे नंबर पर खिसक गई थीं। 

अन्य भारतीयों में पीवी सिंधू शीर्ष दस में पहुंचने में सफल रहीं है। वह 52352 अंकों के साथ दसवें नंबर पर हैं। पुरुष सिंगल्स में पारुपल्ली कश्यप एक स्थान नीचे 12वें नंबर पर खिसक गए हैं। आरएमवी गुरुसाइदत्त दो स्थान ऊपर 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं, जबकि अजय जयराम 26वें नंबर पर हैं। उभरते हुए शटलर के श्रीकांत की रैंकिंग में भी तीन स्थानों का सुधार हुआ है और वह 27वें नंबर पर हैं।

Saketh-Somdev Enter in Second Round

saketh myneni

नई दिल्ली। भारत के साकेत मयनेनी ने अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए चार्लोट्सविले एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बना ली है। साकेत ने पहले दौर में विश्व के 83वें नंबर के खिलाड़ी टिम शमिक को हराया। भारत के सोमदेव देववर्मन ने भी पहले दौर की बाधा पार कर ली।
विश्व के 313वें नंबर के खिलाड़ी साकेत ने स्थानीय खिलाड़ी को एक घंटा 55 मिनट चले मुकाबले में 6-4, 4-6, 7-5 से मात दी। दूसरी वरीयता प्राप्त सोमदेव ने ऑस्ट्रेलिया के सैमुअल ग्रोथ के खिलाफ पहला सेट गंवाने के बावजूद 3-6, 6-3, 6-4 से पराजित किया। सोमदेव को यह मुकाबला जीतने के लिए तकरीबन दो घंटे का समय लगा। इसके साथ ही सोमदेव ने ग्रोथ के खिलाफ 2009 में मिली हार का हिसाब पूरा कर लिया। सोमदेव इस टूर्नामेंट के डबल्स वर्ग में भी जोड़ीदार सनम सिंह के साथ हिस्सा ले रहे हैं। पहले दौर में भारतीय जोड़ी का सामना वाइल्डकार्ड धारक मिशेल फ्रेंक और माक स्टाइलिंगर की जोड़ी से होगा।

जोकोविक- फेरर दूसरे दौर में
 
पेरिस। दुनिया के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक और स्पेन के डेविड फेरर ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में पहुंच गए हैं। 

बुधवार को खेले गए दूसरे दौर के मैच में दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक ने फ्रांस के पीटर हर्बट को सीधे सेटों में 7-6, 6-3 से शिकस्त दी। अगले दौर में जोकोविक का सामना अमेरिका के जॉन इस्नेर से होगा। 13वीं वरीयता प्राप्त इस्नेर ने दूसरे दौर में पोलैंड के माइकल परजिसेनजी को 7-6, 4-6, 6-3 से पराजित किया। तीसरी वरीयता प्राप्त फेरर ने चेक गणराज्य के लुकास रोसोल को 6-0, 2-6, 6-3 से पराजित किया। अब फेरर का सामना फ्रांस के निकोलस माहूत और गाइल्स सिमोन के खिलाफ होने वाले मैच के विजेता से होगा। 

स्पेन के निकोलस अलमाग्रो भी तीसरे दौर में पहुंचने में सफल रहे हैं। अलमाग्रो ने क्रोएशिया के इवान डोडिग को 6-4, 6-3 से मात दी।

Swimmer Arjun Muralidharan Banned 2 years for Doping

Arjun Muralidharan

नई दिल्ली। कई बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप अपने नाम कर चुके शीर्ष तैराक अर्जुन मुरलीधरन पर डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाए जाने के बाद दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। इस साल मार्च में हुई अखिल भारतीय पुलिस तैराकी चैंपियनशिप के दौरान अर्जुन को शक्तिवर्धक दवा मिथाइलहेक्सानियामिन के सेवन का दोषी पाया गया है।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के पैनल ने मुरलीधरन पर दो साल का प्रतिबंध लगाया है जो 25 अक्टूबर से लागू होगा। हालांकि अर्जुन राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अपील पैनल में अपील कर सकते हैं। महाराष्ट्र के 26 वर्षीय तैराक मुरलीधरन ने अब तक 15 राष्ट्रीय खिताब जीते हैं। एक समय बटरफ्लाई स्पर्धा के 50, 100 और 200 मीटर के मीटर के तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके नाम थे। वह 2004 से 2007 तक लगातार तीन ओपेन राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ तैराक रहे। 

मुरलीधरन के करियर की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के बेनडिगो में 2004 राष्ट्रमंडल युवा खेलों के दौरान आई जब उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में भी कई खिताब जीते। उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय पदक ढाका में दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान 100 मीटर बटरफ्लाई में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था। पिछले साल नवंबर में अर्जुन के भाई अमर मुरलीधरन पर डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाए जाने पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था।

Rohan bopanna-Edouard roger Vasselin in Paris Masters Quarters


Rohan bopanna-Edouard roger Vasselin

पेरिस। भारत के रोहन बोपन्ना और फ्रांस के एडुआर्ड रोजर वेसलीन की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है, जबकि भारत के लिएंडर पेस और उनके जोड़ीदार डेनियल नेस्टर को सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा है।

बोपन्ना और वेसलीन ने एक घंटे, 13 मिनट चले मुकाबले में अमेरिका के जॉन इस्नेर और निकोलस मुनरो की जोड़ी को 7-6, 7-5 से हराया। पहले सेट में कोई भी जोड़ी विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ पाई। अमेरिकी जोड़ी ने सभी चार ब्रेक प्वाइंट बचाए, जबकि इंडो-फ्रेंच जोड़ी ने एकमात्र ब्रेक प्वाइंट बचाने के बाद टाइब्रेकर में बाजी मारी। 

दूसरे दौर के एक अन्य मुकाबले में पेस और नेस्टर की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को मैक्सिको के सैंटियागो गोंजालेज और अमेरिका के स्कॉट लिप्सकी की जोड़ी के हाथों सिर्फ 55 मिनट में 4-6, 3-6 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।

युकी सिंगल्स के अंतिम आठ में नई दिल्ली। खराब शुरुआत से उबरते हुए युकी भांबरी ने ऑस्ट्रेलिया के त्रारालगोन में खेले जा रहे एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। आठवीं वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे दौर में न्यूजीलैंड के माइकल वीनस को 1-6, 6-3, 7-6 से हराया। पहले सेट में युकी ने दो बार अपनी सर्विस गंवाई, लेकिन इसके बाद उन्होंने दमदार वापसी करते हुए दूसरे सेट में कीवी खिलाड़ी की सर्विस ब्रेक की। तीसरा सेट टाइब्रेकर में गया, जहां भारतीय खिलाड़ी ने जीत दर्ज की। 

इस बीच, अमेरिका के चार्लोट्सविले में खेले जा रहे चैलेंजर टूर्नामेंट में सोमदेव देववर्मन और सनम सिंह की भारतीय जोड़ी ने माइकल फ्रेंक और माक स्टस्लिंगर के खिलाफ सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। अगले दौर में भारतीय जोड़ी का सामना अमेरिका के ऑस्टिन क्रैजिक और टेनेस सैंडग्रेन से होगा।

Jitendra said sports ministry extending all assistance to Jwala

Jwala Gutta

नई दिल्ली। खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) के साथ ज्वाला गट्टा के मतभेद के संबंध में अपने वरिष्ठ साथी वीरप्पा मोइली द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में कहा वह इस मामले पर गौर करेंगे और ज्वाला को हरसंभव सहायता मुहैया कराई जाएगी

मोइली ने पिछले सप्ताह पत्र लिखकर इस दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी के साथ उचित बर्ताव करने को कहा था, जिसे इंडियन बैडमिंटन लीग में कथित अनुशासन उल्लंघन के लिए आजीवन प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। ज्वाला पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड का प्रतिनिधित्व करती हैं।
खेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मोइली को लिखे पत्र में जितेंद्र ने कहा कि हम मामले का आकलन करेंगे और पूरी मदद करेंगे। खिलाड़ियों के समर्थन के लिए लिए मंत्रालय हमेशा से मौजूद है और ज्वाला के मामले में भी हम ऐसा ही करेंगे। ज्वाला को 2014 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में कोर संभावित खिलाड़ियों के रूप में भी शामिल किया गया है। मोइली ने 23 अक्टूबर के अपने पत्र में लिखा था कि ज्वाला के दर्जे की खिलाड़ी, जो देश का गौरव है उसके साथ बाई मामूली मसले पर अनुचित व्यवहार कर रहा है।

Positives and Negatives of Indian test team for Windies Series

MS Dhoni

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। सचिन रमेश तेंदुलकर की 'विदाई सीरीज' यानी 6 नवंबर से शुरू होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया। टीम में चुने गए सभी 14 सदस्य इस बात को लेकर खुद को सौभाग्यशाली मान सकते हैं कि वो एक ऐसी सीरीज का हिस्सा होंगे जिसमें क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ने अपने करियर के आखिरी पल बिताए। इस टीम के ऊपर काफी बड़ा दारोमदार होगा कि वो इस सीरीज को जीत के साथ और खास बना दें, आखिर इस टीम में क्या हैं वो खूबियां जो इस टीम का पलड़ा हर लिहाज से भारी करती हैं, और क्या हैं वो कमजोरियां जिससे टीम को निजात पाना होगा।

इस टेस्ट टीम की ताकत:
1. धवन करेंगे शुरुआत: जाहिर है कि किसी भी टीम के लिए शुरुआत बहुत अहम होती है, फिर चाहे वह कोई भी क्रिकेट का फॉर्मेट क्यों ना हो। लंबे समय तक सहवाग और गंभीर इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाते आए लेकिन उन दोनों की गैरमौजूदगी को अब धवन और मुरली विजय को पूरा करना है। अच्छी बात यही है कि विजय ना सही, लेकिन धवन इस समय अपने चरम पर हैं, चाहे वो किसी भी फॉर्मेट में क्यों ना हो। 

2. पुजारा का फॉर्म: अगर पहला विकेट जल्दी गिर जाता है तो द्रविड़ के बाद एक ऐसा खिलाड़ी टीम में आ चुका है जो कि खूंटा गाड़ने का काम कर सकता है। यह बल्लेबाज हैं चेतेश्वर पुजारा जिनका फॉर्म हाल में शायद ही कभी लड़खड़ाता देखा गया हो। पुजारा ने हाल में प्रथम श्रेणी क्रिकेट व लिस्ट-ए क्रिकेट के 8 मैचों में एक तिहरा शतक, दो शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं जो उनके फॉर्म को बयां करने के लिए काफी है।

3. सचिन का लय में लौटना: मुंबई की तरफ से हरियाणा के खिलाफ हाल ही में अपने घरेलू क्रिकेट करियर का आखिरी मैच खेलने वाले सचिन लय में लौटते दिख रहे हैं। सचिन आइपीएल में कुछ खास नहीं कर सके थे लेकिन हरियाणा के खिलाफ उनके बल्ले में वही पुरानी धार और पिच पर उनके स्वभाव में वही शानदार संयम दिखाई दिया जिसके दम पर उन्होंने मैच जिताऊ पारी (नाबाद 79) भी खेली। 

4. विराट का जलवा: टॉप ऑर्डर में जो खिलाड़ी सबसे अहम होगा वो हैं विराट कोहली। दिल्ली का ये दिलेर इन दिनों अपने चरम पर है, या ये कहें कि अपने पूरे करियर में अब तक चरम पर रहा है। पिछले साल टेस्ट आगाज के बाद से उन्होंने एक ही साल में तीन शतक जड़े थे, वहीं इस साल वनडे में उनके बल्ले के कहर से सब वाकिफ हो चुके हैं और उनका फॉर्म वेस्टइंडीज के लिए बड़ा खतरा साबित होगा। 

5. दो अजब-गजब धुरंधरों की मौजूदगी: टीम में दो ऐसे धुरंधर होंगे जिनका यह तो निश्चित नहीं है कि वे टॉप 11 खिलाड़ियों में होंगे या नहीं लेकिन पहले टेस्ट में अगर कोई फ्लॉप हुआ तो दूसरे टेस्ट में धौनी के पास बल्लेबाजी में दो विकल्प हमेशा तैयार रहेंगे। यह दो विकल्प हैं रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे। दोनों ही खिलाड़ी फॉर्म में हैं, खासतौर पर रहाणे जो कि घरेलू क्रिकेट में आए दिन खुद को साबित करते आ रहे हैं। वहीं, रोहित का यह डेब्यू होगा, ऐसे में उनके अंदर भी मौके की भूख होगी। 

6. लय में ओझा: भारतीय गेंदबाजी का तो पता नहीं, लेकिन इस टीम में बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा धौनी का ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। जडेजा की गैरमौजूदगी में ओझा को पिच व बल्लेबाज की सोच से खेल करना ही होगा और हाल के प्रथम श्रेणी मैचों को देखें तो ओझा लय में भी नजर आ रहे हैं। पिछले दो प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 12 विकेट हासिल किए हैं, जिसमें सेंट्रल जोन के खिलाफ साउथ जोन से खेलते हुए चेन्नई में उन्होंने एक पारी में 48 रन देकर 6 विकेट भी हासिल किए।

इस टेस्ट टीम की कमजोरियां:
1. इशांत का ढीला प्रदर्शन: इस टेस्ट टीम में सबसे बड़ी दिक्कत जो दिख सकती है वो है इसकी गेंदबाजी। वेस्टइंडीज की टीम में कई ऐसे हिटर मौजूद हैं जो टेस्ट को भी किसी भी समय वनडे का स्वरूप दे सकते हैं, ऐसे में ढीली गेंदबाजी बहुत भारी पड़ने वाली है। टीम में इशांत शर्मा को बरकरार रखा गया है। इशांत ने 6 नवंबर 2011 से लेकर अब तक ठीक दो सालों में 13 टेस्ट मैच खेले और घिस-घिस के वो किसी तरह 21 विकेट लेने में ही सफल रहे। वहीं, वनडे में तो उनके हाल के खराब प्रदर्शन से सभी वाकिफ हैं, ऐसे में अगर वो फिर क्लिक नहीं किए तो धौनी को भारी पड़ सकता है। 

2. मिश्रा का चयन: इस टेस्ट टीम में मिश्रा का चयन तो कर लिया गया लेकिन यह हकीकत है कि उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच 18 अगस्त 2011 को खेला था जिसमें उनका प्रदर्शन खराब था और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया। वनडे क्रिकेट से भी वो सालों तक दूर रहते रहे हैं और नागपुर वनडे में कंगारुओं के खिलाफ जब उन्हें मौका मिला तो वो 10 ओवर में सबसे ज्यादा 78 रन लुटा बैठे वो भी बिना किसी सफलता के, ऐसे में उनका चयन भारी पड़ सकता है क्योंकि हाल में आइपीएल में भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, जिससे यह तो साबित हो ही जाता है कि फिलहाल उनकी गेंदबाजी उस लय में नहीं है जो कि जिंबॉब्वे दौरे के दौरान देखने को मिली थी। 

3. टॉप ऑर्डर में एक खोट या असमंजस: धौनी के फेवरेट मुरली विजय एक बार फिर टीम का हिस्सा बने हैं। मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच में उन्होंने शतक जड़कर फैंस का दिल तो जीता लेकिन उसके बाद वो ज्यादा कुछ खास नहीं कर सके। हाल में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर मेजबान की 'ए' टीम के खिलाफ खेलते हुए इंडिया-ए की तरफ से वो कोई बड़ी पारी खेलने में भी असफल रहे, ऐसे में उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा कि वह ओपनिंग में धवन के साथ लय मिला सकें। 

4. गेंदबाजी में अनुभवी नाम की कमी: गेंदबाजों में सभी खिलाड़ी युवा होंगे, टीम में जहीर और हरभजन दोनों ही मौजूद नहीं हैं, जबकि सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं इशांत शर्मा जिनका अपना फॉर्म प्यासा है और पानी तलाश रहा है। ऐसे में कप्तान धौनी के लिए बॉलिंग रोटेशन और मैदान में फील्डरों की सेटिंग एक बड़ी चुनौती होगी क्योंकि उन्हें ना सहयोग देने के लिए अब जहीर होंगे और ना भज्जी। 

5. सचिन पर दबाव: चार नंबर का स्थान सचिन के लिए रिजर्व रहेगा, लेकिन क्या सचिन आखिरी दो टेस्ट में सिर्फ विदाई का पात्र बनकर रह जाएंगे या फिर वो मैच भी जिता सकेंगे यह एक बड़ा सवाल होगा। द्रविड़, लक्ष्मण और गंभीर जैसे दिग्गजों की गैरमौजूदगी में टॉप ऑर्डर के संयम की जिम्मेदारी इसी धुरंधर पर होगी लेकिन जब हर दिन करोड़ों दर्शक एक खिलाड़ी से सिर्फ शतक की आस लगाए बैठे होंगे तो 24 साल से दबाव की आदत हो जाने के बावजूद सचिन के लिए मुश्किल हो सकती है। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी सचिन की कमियों को पढ़ चुके हैं और आगे भी पढ़कर आएंगे, ऐसे में मास्टर को किसी भी लिहाज से पहले अपने ऊपर के विदाई वाले दबाव को कुछ दिनों के लिए पिच पर भूलना होगा।

One Team four IPL captains, three in prime form in Team India

Rohit Sharma

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। आइपीएल को लेकर तरह-तरह की भावनाएं हैं, कोई कहता है कि इस फॉर्मेट ने खिलाड़ियों को पैसों से मालामाल और असल हुनर में बर्बाद कर दिया, कोई कहता है कि इसने देश के युवा खिलाड़ियों को शुरुआत और रोजी-रोटी दी, कुछ दिग्गजों ने इसे क्रिकेट का फास्ट फूड बताया तो कुछ ने इसे सिर्फ ग्लैमर का तड़का..लेकिन मौजूदा ऑस्ट्रेलिया सीरीज में एक बेहद दिलचस्प चीज देखने को मिली है जिस पर शायद बहुत कम लोगों का ध्यान गया हो। इस सीरीज के अब तक तीन भारतीय हीरो रहे हैं और ये तीनों जीत के नायक अपनी-अपनी आइपीएल टीम के कप्तान हैं।

रोहित शर्मा (मुंबई इंडियंस के कप्तान), विराट कोहली (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान) और शिखर धवन (हैदराबाद सनराइजर्स के कप्तान)...यह तीनों खिलाड़ी आइपीएल व चैंपियंस लीग टी20 जैसे धुआंधार फॉर्मेट में अपनी-अपनी टीम की अगुआई कर रहे हैं। टीम इंडिया के ओपनर हैं शिखर धवन और रोहित शर्मा, व उनके बाद पिच पर आते हैं विराट कोहली और मौजूद सीरीज की दो एतिहासिक जीत में इन्हीं 3 खिलाड़ियों का जलवा रहा है, जो किसी से छुपा नहीं है। यानी अब टीम में एक नहीं, दो नहीं, बल्कि धौनी को मिलाकर चार-चार आइपीएल कप्तान हैं।

1. रोहित शर्मा (मुंबई इंडियंस के कप्तान):
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा जबसे मुंबई के कप्तान बने हैं उनके करियर में जैसे नई लहर आ गई है। आइपीएल-6 का खिताब और चैंपियंस लीग का खिताब तो जीता ही, साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय जीत में अहम भूमिका निभाई और अब मौजूद ऑस्ट्रेलिया सीरीज में वह एक शतक (141) व एक अर्धशतक (79) जड़ चुके हैं। 350 से ऊपर के लक्ष्य को हासिल करते हुए भारत की दो एतिहासिक जीत में उनका अहम योगदान रहा है। इसके अलावा आइपीएल सीजन 6 में उन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ से सबसे ज्यादा रन भी बनाए। उन्होंने सीजन-6 के 19 मैचों में 131.51 की स्ट्राइक रेट से 538 रन बनाए थे। जिसमें 4 अर्धशतक शामिल रहे। 

2. शिखर धवन (हैदराबाद सनराइजर्स के कप्तान): 

दिल्ली के शिखर धवन को यूं तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में पहचान बहुत देर से मिली, लेकिन जब मिली तो वो इसका फायदा उठाने से कभी भी नहीं चूके। फिर चाहे वो उनके टेस्ट करियर का आगाज हो या फिर वनडे का। धवन ने कंगारुओं के खिलाफ मौजूदा सीरीज में दो एतिहासिक जीतों में अहम भूमिका निभाई, व एक शतक (100) और एक अर्धशतक (95) जड़ा। उनकी बल्लेबाजी की सभी खूबियों को देखते हुए ही हैदराबाद फ्रेंचाइजी के अधिकारी भी उन्हें कप्तानी सौंपे बिना नहीं रह सके थे। इस समय धवन अपने चरम पर हैं और सनराइजर्स के कप्तान भी बन गए हैं। आपको बता दें कि चैंपियंस लीग टी20 में कप्तान बनते ही धवन में एक नई चमक नजर आई और वह इस टूर्नामेंट के दूसरे नंबर के सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने 6 मैचों में 134.40 की स्ट्राइक रेट से 250 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल रहे। 

3. विराट कोहली (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान): 

दिल्ली के इस दिलेर के बारे में फिलहाल जितना कहा जाए कम होगा। 2008 अंडर-19 विश्व कप जीत के बाद से इस खिलाड़ी ने पिछले 5-6 सालों में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हाल में जब जिंबॉब्वे दौरे पर उन्हें कप्तान बनने का मौका मिला तो उन्होंने अपनी युवा टीम के साथ 5-0 से क्लीन स्वीप करके नया इतिहास रच डाला। आइपीएल में वो बैंगलोर के कप्तान थे और टूर्नामेंट में रन बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर भी रहे व भारतीय खिलाड़ियों में सबसे ऊपर रहे। उन्होंने टूर्नामेंट के 16 मैचों में छह अर्धशतक लगाए और 138.73 की स्ट्राइक रेट से 688 रन बनाए। इसके अलावा मौजूदा कंगारू सीरीज में उन्होंने दो शतक जड़े और 350 के ऊपर के लक्ष्य को हासिल करने वाली दोनों एतिहासिक जीत में उनकी भूमिका शानदार रही। जयपुर में उन्होंने भारत की तरफ से सबसे तेज शतक जड़ा (नाबाद 100), जबकि नागपुर में उन्होंने भारतीय वनडे इतिहास का तीसरा सबसे तेज शतक जड़ा (नाबाद 115)।

हमारे कहने का मतलब यह नहीं है कि आइपीएल की कप्तानी की वजह से इन खिलाड़ियों के खेल में बदलाव आया है, लेकिन जाहिर तौर पर कहीं ना कहीं आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी को निभाने और पीछे मुड़कर किसी का मुंह ना देखने का रवैया जरूर इनके अंदर समा चुका है। धौनी ने काफी पहले ही साफ कर दिया था कि वह 2015 तक शायद किसी एक फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे और अगले विश्व कप के बाद शायद वह पूरी तरह संन्यास पर विचार भी करने लगें, ऐसे में क्या इन तीन धुरंधरों की मौजूदगी से कप्तानी का विकल्प खुलता नहीं दिख रहा है? क्या यही देंगे धौनी की कप्तानी को टक्कर?

Special stamp, gold coin for Sachin Tendulkar's 200th Test

Sachin Tendulkar

मुंबई। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने संन्यास लेने वाले सचिन तेंदुलकर के यहां वानखेड़े स्टेडियम में 200वें और अंतिम टेस्ट की शुरुआत पर इस महान बल्लेबाज के फोटो के साथ डाक टिकट जारी करने का फैसला किया है।
एमसीए ने एक बयान में कहा, 'यह फैसला किया गया कि मैच की शुरुआत से पूर्व प्रस्तुतिकरण के दौरान सचिन की फोटो वाला डाक टिकट जारी किया जाए। इसके बाद बीसीसीआइ और एमसीए द्वारा संयुक्त प्रस्तुतिकरण होगा। इसके अलावा टॉस के लिए एक विशेष सिक्के का इस्तेमाल किया जाएगा जिसे एमसीए संभालकर रखेगा।'

एमसीए 64 पृष्ठ की विवरणिका भी जारी करेगा, जिसमें तेंदुलकर से जुड़े लेख और उनके बारे में व्यवसाय, खेल और पत्रकार जगत के लोगों के बयान होंगे। संघ ने कहा कि सीमित संख्या वाली यह विवरणिका और सिक्के एमसीए और बीसीसीआइ के सदस्यों को बांटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन 10000 मुखौटे, 10000 स्कोर कार्ड और 10000 टोपियां बांटी जाएंगी जिसमें सचिन के फोटो होंगे।

Why Uday Chopra gave 'Dhoom 3' trailer launch a miss?

Dhoom3

मुंबई। धूम-3 का जब ट्रेलर लॉन्च हुआ तो फिल्म की अभिनेत्री कट्रीना कैफ के अलावा उदय चोपड़ा के वहां मौजूद न होने से लोग सबसे ज्यादा हैरान थे। अब पता चला है कि उदय दरअसल नरगिस फाखरी के साथ लॉस एंजलिस में छुट्टियां बिता रहे हैं इसलिए वे धूम-3 के इस खास इवेंट में शामिल नहीं हुए।
 
उदय और नरगिस का रिश्ता किसी से छिपा नहीं है। सूत्रों का कहना है कि नरगिस थाईलैंड में अपनी फिल्म की शूटिंग करने के बाद परिवार के साथ बर्थडे सेलिब्रेट करने के मकसद से न्यूयॉर्क पहुंच गई थीं। न्यूयॉर्क से नरगिस लॉस एंजलिस उदय चोपड़ा के पास पहुंच गई।
उदय चोपड़ा के दोस्तों ने भी इस बात पर हैरान जताई अपनी इतनी अहम फिल्म के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में शामिल होने के बजाय उदय ने नरगिस के साथ वक्त बिताने को प्राथमिकता दी। मजेदार बात यह है कि नरगिस के प्रवक्ता ने इस बात से इनकार कर दिया है कि वे लॉस एंजलिस में हैं। उनके प्रवक्ता का कहना है कि नरगिस तो थाईलैंड में हैं।

Bollywood Top Diwali Hits Movie

Krrish 3

इस बार दिवाली पर रितिक रोशन की बड़ी फिल्म 'कृष-3' रिलीज हुई है। रितिक रोशन की इस फिल्म की एडवांस बुकिंग की रिपोर्ट अच्छी है और शुरुआती रिव्यू भी अच्छे आए हैं। दिवाली पर बड़ी फिल्में रिलीज करने का सिलसिला बॉलीवुड में कई सालों से चला आ रहा है, लेकिन रितिक ने पहली बार दिवाली पर फिल्म रिलीज की है। माना जा रहा है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो कृष-3 दिवाली पर रिलीज हुई अभी तक की सबसे कमाऊ फिल्म भी बन सकती है।
आइए पिछले कुछ सालों में दिवाली पर बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली उन फिल्मों पर नजर डालते हैं, जिनका रिकॉर्ड रितिक तोड़ना चाहेंगे।
2012: पिछले साल दिवाली पर रिलीज हुई दोनों फिल्म 'सन ऑफ सरदार' और 'जब तक है जान' ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया। अजय देवगन की सन ऑफ सरदार और शाहरुख खान की जब तक है जान, दोनों 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने में सफल रहीं।

2011: दो साल पहले भी शाहरुख की फिल्म दिवाली पर रिलीज हुई थी। शाहरुख की फिल्म 'रॉ वन' हालांकि 100 करोड़ क्लब में शामिल हो गई थीं, लेकिन इस फिल्म ने उम्मीद के मुताबिक बिजनेस नहीं किया।
2010: शाहरुख की तरह अजय देवगन भी दिवाली पर अपनी फिल्में अक्सर रिलीज करते रहे हैं। 2010 में दिवाली पर आई उनकी फिल्म 'गोलमाल-3' ने 100 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करके धमाल मचाया था।
2009: इस साल अजय देवगन की 'ऑल द बेस्ट' के सामने 110 करोड़ की लागत से बनी अक्षय कुमार की फिल्म 'ब्लू' धराशायी हो गई थी।

2008: इस साल भी अजय देवगन की फिल्म ने दिवाली धमाका किया था। उनकी फिल्म 'गोलमाल रिट‌र्न्स' को बढि़या कामयाबी मिली थी।

2007: दिवाली पर शाहरुख खान की टक्कर में रणबीर कपूर और सोनम कपूर की पहली फिल्म 'सांवरिया' भी रिलीज हुई थी। लेकिन शाहरुख की 'ओम शांति ओम' ने बॉक्स ऑफिस पर बादशाह कायम करने में सफर रही और सांवरिया अपनी अजीबो-गरीब कहानी के चलते फ्लॉप रही।

2006: शाहरुख खान और फरहान अख्तर दिवाली पर 'डॉन' का रीमेक 'डॉन' लेकर आए। इस फिल्म का मुकाबला सलमान खान, अक्षय कुमार और प्रीति जिंटा की फिल्म 'जान-ए-मन' से था। इस मुकाबले में डॉन भारी पड़ी।

2005: प्रियदर्शन की कॉमेडी फिल्म 'गरम मसाला' ने दिवाली पर इस साल धमाका किया। अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम ने की यह फिल्म सुपरहिट रही।

2004: इस साल दिवाली पर यश चोपड़ा की फिल्म 'वीर-जारा' ने धमाल मचाया। किंग ऑफ रोमांस यश चोपड़ा की फिल्म वीर-जारा में शाहरुख और प्रीति जिंटा की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। इसी फिल्म के साथ रिलीज हुई अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर की फिल्म 'ऐतराज' ने भी अच्छा बिजनेस किया। 

Noted Satirist KP Saxena Passes Away

KP Sexena

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। हिंदी के प्रख्यात व्यंग्यकार और लेखक केपी सक्सेना का बृहस्पतिवार को लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया। 81 वर्षीय सक्सेना जीभ के कैंसर से पीड़ित थे। उनका हाल ही में ऑपरेशन किया गया था। उन्हें 2000 में पद्मश्री प्रदान किया गया था। उन्होंने कई लोकप्रिय हिंदी फिल्मों के संवाद लिखे। इनमें लगान, स्वदेश, हलचल और जोधा-अकबर शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बीएल जोशी, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ जाने-माने साहित्यकारों ने सक्सेना के निधन पर दुख व्यक्त किया है। इसी सप्ताह हिंदी जगत ने मशहूर लेखक राजेंद्र यादव को भी खोया है।

1934 में बरेली में जन्मे कालिका प्रसाद सक्सेना केपी नाम से लोकप्रिय हुए। उन्होंने बॉटनी में एमएससी किया और कुछ समय लखनऊ के एक कॉलेज में पढ़ाया भी। इस दौरान बॉटनी पर तमाम पुस्तकें भी लिखीं। बाद में उन्होंने रेलवे की नौकरी की और फिर लखनऊ में बस गए। उन्होंने अनगिनत व्यंग्य के अलावा आकाशवाणी, दूरदर्शन के लिए कई नाटक और धारावाहिक लिखे। इनमें बीबी नातियों वाला खासा चर्चित रहा। उनकी लोकप्रियता का यह आलम था कि वह कवि सम्मेलनों में भी शिरकत करते थे।
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केपी सक्सेना ने हास्य व्यंग्य के लिए पाठकों का एक वर्ग तैयार किया। मेरा उनसे पहला परिचय उनकी पुस्तक नया गिरगिट से हुआ था, जो चेखव की कहानियों को आधार बनाकर लिखी गई थी। -प्रेम जनमेजय
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केपी सक्सेना का निधन व्यंग्य विधा के एक युग का अंत है। व्यंग्य की वाचिक परंपरा में शरद जोशी और केपी का नाम आता है। -अशोक चक्रधर
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केपी सक्सेना हर हाल में पाठकों से संवाद स्थापित करते थे। उन्होंने पत्र-पत्रिकाओं से लेकर मंच पर व्यंग्य पाठ को स्थापित किया। -आलोक पुराणिक

What's cooking between Bipasha Basu and Harman Baweja?


Bipasha Basu

मुंबई। बोल्ड अभिनेत्री बिपाशा बसु को शायद अब जॉन अब्राहम से अलगाव होने की टीस नहीं सताती होती क्योंकि आजकल वे अपने एक और 'खास दोस्त' के साथ वक्त बिता रही हैं। बिपाशा का यह खास दोस्त और कोई नहीं, बल्कि हरमन बवेजा है, जिसके साथ वे कई बार देखी जा चुकी है।

मजे की बात यह है कि बिपाशा और हरमन कई भी एक साथ देखे जाने के बावजूद अपना रिश्ता स्वीकार करने को तैयार नहीं है। हाल में इन दोनों को शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा की पार्टी में देखा गया। दोनों ने एक साथ पार्टी में तस्वीरें भी खिंचवाईं, लेकिन जब दोनों बाहर निकलने लगे तो इन्होंने फोटोग्राफरों से बचने के लिए अपने चेहरे ढक लिए।

इससे पहले दोनों को गोवा में भी एक साथ पार्टी करते हुए देखा जा चुका है। खैर, अगर इन दोनों का रिश्ता अगर लंबा चला तो आज नहीं तो कल, इन्हें अपना रिश्ता तो स्वीकार करना ही पड़ेगा।

Unnao fort Treasure: Stopped Digging

Unnao

उन्नाव, जागरण संवाददाता। डौंड़िया खेड़ा स्थित राजा राव रामबख्श सिंह के किले में बृहस्पतिवार को एक भी सेंटीमीटर खुदाई नहीं हो सकी। पूरे दिन सिर्फ उस चट्टान का सिरा तलाशा जाता रहा, जो मंगलवार को मिली थी। अपनी रिपोर्ट में जमीन के नीचे धातु का दावा करने वाली जीएसआइ (भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग) की टीम भी आई है। वह काम बंद होने तक मौजूद रही। जीएसआइ ने चट्टान के नीचे क्या है, यह जानने के लिए कई परीक्षण किए, लेकिन निष्कर्षो के बारे में कुछ भी बताया नहीं गया। इस बीच प्रशासन ने किले की सुरक्षा बढ़ा दी है।
शोभन बोले, चट्टान के नीचे खजाना

धनतेरस के पहले ही खजाना मिलने की बात कहते आ रहे संत शोभन सरकार ने दावा किया कि खजाना चट्टान के नीचे ही है। मीडिया और सेना के साथ उनको भी खुदाई स्थल पर ले चलें तो दो घंटे में सोना निकलवा देंगे। डीएम रिजर्व बैंक में सोना जमा कराने का अनुबंध करें, तभी सोना मिल पाएगा। शोभन सरकार ने किले में खुदाई स्थल तक जाने की अनुमति भी चाही, लेकिन प्रशासन ने नहीं दी। बाद में संत ने किले के दक्षिणी छोर पर गंगा तट में पूजन कर अपने गुरुजनों का आह्वान किया।

Source- News in Hindi

Aaradhya is very fond of Aamir Khan, says dad Abhishek Bachchan

Aamir Khan

मुंबई। मिस्टर परफेक्शनिस्ट यानी आमिर खान के प्रशंसकों की फेहरिस्त में एक नाम और शुमार हो गया है। यह कोई और नहीं अभिनेता अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की एक साल की बिटिया आराध्या है।
अभिषेक ने बताया कि फिल्म 'धूम 3' की शूटिंग के दौरान आराध्या की आमिर से काफी दोस्ती हो गई थी। वह उनसे काफी घुलमिल गई थी। उन्होंने बताया कि शिकागो में धूम 3 की शूटिंग के दौरान आराध्या को साथ ले गए थे। आमिर भी पत्‍‌नी किरण राव और बेटे आजाद साथ शूटिंग के लिए पहुंचे थे।
जूनियर बच्चन ने कहा, जब हम 'धूम 3' की शूटिंग कर रहे थे तभी आराध्या सेट पर आ गई। उस दिन पूरी शाम आमिर ने आराध्या के साथ बिताई। वह आमिर को काफी पसंद करती है। धूम सीरीज की फिल्म 'धूम 3' का निर्देशन विजय कृष्ण आचार्य ने किया है। फिल्म के निर्माता आदित्य चोपड़ा हैं। इसमें उदय चोपड़ा और कट्रीना कैफ भी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। यह फिल्म 20 दिसंबर को रिलीज होगी। 

Sensex Reach all Time High After 5 yrs

Sensex

नई दिल्ली। सेंसेक्स ने आखिरकार नए रिकॉर्ड स्तर तक चढ़ गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ने 21,247 का लाइफ टाइम हाई बनाया है। सेंसेक्स 5 साल 10 महीनों के अंतराल के बाद रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुआ है। 10 जनवरी 2008 में सेंसेक्स ने 21,207 की नई ऊंचाई छुई थी।

विदेशी निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी की वजह से साल 2013 में अब तक सेंसेक्स में 9.3 फीसद का उछाल आया है। विदेशी निवेशकों ने पिछले 20 सत्रों के दौरान करीब 16,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। 

सेंसेक्स ने इस तेजी के साथ जबर्दस्त तेजी की है। 28 अगस्त को सेंसेक्स ने 17,448.71 के इंट्राडे लॉ पर पहुंचा था। इसके बाद से बाजार ने 22 फीसद की बढ़त हासिल की है। उस वक्त डॉलर के मुकाबले रुपया भी 68.80 पर था। फार्मा, आईटी, ऑटो कंपनियों का प्रदर्शन शानदार रहा है। हालांकि बैंक, ऑयल एंड गैस, कैपिटल गुड्स, मेटल शेयरों ने निराश किया है।

Source- News in Hindi

Narendra Modi can't be blamed for post- Godhra riots: K P S Gill


post-Godhra riots

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पंजाब पुलिस के पूर्व प्रमुख केपीएस गिल की जीवनी 'द पैरामाउंट कॅाप' में गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दी गई है। उन्होंने कहा कि इन दंगों के लिए मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। बृहस्पतिववार रात इंडिया हैबिटेट सेंटर में अपनी जीवनी के विमोचन के मौके पर केपीएस गिल ने कहा कि देश अभी भी दंगों का दंश झेलने पर मजबूर है। सभी पार्टियां एक ही ढर्रे पर चल रही हैं। केवल गिने चुने नेताओं पर ही देश को विकास की राह पर ले जाने का भरोसा किया जा सकता है।
गिल ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से उनके परिवार के सदस्य नाराज हैं, क्योंकि इस पुस्तक में गुजरात दंगों के लिए मोदी को जिम्मेदार न ठहराकर हालात को समझने में पुलिस की बेबसी और पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दोषी ठहराने की वकालत की गई है। इस पुस्तक के लेखक राहुल चंदन हैं। गिल ने खुलासा किया कि गुजरात दंगों के दौरान लालकृष्ण आडवाणी हालात काबू करने के लिए उन्हें गुजरात पुलिस प्रमुख बनाना चाहते थे, लेकिन उनकी सेवानिवृत्तिहो जाने के कारण ऐसा मुमकिन नहीं था। बाद में उन्हें मोदी का सुरक्षा सलाहकार बनाया गया। दंगों के दौरान मोदी से पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए गिल ने कहा कि मोदी ने उनसे कहा था कि अथक प्रयासों के बाद भी वह दंगा रोकने में नाकाम हैं। उन्होंने पड़ोसी राज्यों से पुलिस फोर्स मांगी, लेकिन उन्होंने देने से इन्कार कर दिया। विपक्षी पार्टियां, मीडिया लगातार उन पर हमले किए जा रही हैं। गिल के मुताबिक मोदी ने कहा था कि उनकी पहली प्राथमिकता सभी लोगों को खुश देखना है।


Source- News in Hindi

Pour the nectar of yoga to worship at this time Dhanteras Lakshmi

Dhanteras

इलाहाबाद। लक्ष्मी प्राप्ति की कामना करने वाले साधकों की हर इच्छा पूरी होगी। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी शुक्रवार को धनतेरस से शुरू हो रहे पंचदीप पर्व पर ग्रह नक्षत्रों की स्थिति काफी अनुकूल है। आचार्य अविनाश राय बताते हैं कि पंचदीप पर्व का हर दिन भक्तों के लिए खास है। 

पंचदीप पर्व की शुरुआत हस्त नक्षत्र व अमृत योग से हो रही है, इसमें यम-नियम से मां लक्ष्मी का स्मरण करने से भक्तों के घर से दरिद्रता दूर होने के साथ धन-धान्य की बढ़ोत्तरी होगी।
धनतेरस में मिलेगी सुख समृद्धि- कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी एक नवंबर शुक्रवार को है। शुक्र सुख व समृद्धि का परिचायक है। अमृत योग व हस्त नक्षत्र इसके महत्व को बढ़ाते हैं। शुक्रवार की दोपहर 1.16 से 2.49 बजे तक कुंभ की स्थिर लग्न एवं शाम को 6.04 से रात 8.01 बजे तक वृष की स्थिर लग्न रहेगी। इस दिन सायंकाल सूर्यास्त से दो घंटे 24 मिनट तक व्याप्त प्रदोषकाल में पूजा-अर्चना और दीपदान करने से लक्ष्मी प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा करती हैं।

एक नवंबर को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि सूर्योदय से रात्रि में 9.34 बजे तक रहेगी। अत: धनतेरस की पूजा और खरीदारी का शुभ मुहूर्त भी रात्रि 9.34 बजे तक रहेगा, क्योंकि इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी। धनतेरस से भगवती लक्ष्मी के स्वागतार्थ घर में दीपमालिका एवं अखंड दीपक जलाना चाहिए। इससे धन की अधिष्ठात्री संतुष्ट होकर आर्थिक समृद्धि प्रदान करती हैं। 

शुक्रवार के दिन धनतेरस होने के कारण इसका महत्व लक्ष्मी पूजा में अत्यंत बढ़ गया है। शुक्रवार को त्रयोदशी तिथि के साथ हस्त नक्षत्र का महासंयोग होने से दुर्लभ गजलक्ष्मी योग बन रहा है। इस योग में लक्ष्मी-पूजन अत्यंत शुभ फलदायक रहेगा। 

शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति - कार्तिक कृष्णपक्ष की नरक चतुर्दशी शनिवार को हनुमत जयंती भी होगी। यह शनि के दुष्प्रभाव से ग्रसित लोगों के लिए काफी कल्याणकारी रहेगी। इस दिन व्रत रखकर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ करके सिद्ध मंदिर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा पर देशी घी में सिंदूर लगाने से साधकों को शनि की साढ़े साती, ढैया जैसे प्रभावों से निजात मिलेगी।
लुम्बक योग पूरी कराएगा कामना- कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या रविवार को दीपावली मां लक्ष्मी, गणोश के स्मरण के साथ कामना सिद्धि का पर्व है। रविवार का मालिक सूर्य है जो शनि के साथ तुला राशि पर रहेगा। इनके साथ राहु, बुद्ध व चंद्रमा भी रहेंगे।
सौभाग्य की होगी प्राप्ति- कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर गोवर्धन पूजा (अन्नकूट) होगी। इसमें सूर्यास्त से पहले गाय के गोबर का पर्वत बनाकर पूजन करने का विधान है। सोमवार की शाम 5.14 तक प्रतिपदा तिथि एवं विशाखा नक्षत्र रात 11.35 बजे तक रहेगा। दोनों के संयोग से 'सौभाग्य' नामक अद्भुत योग बन रहा है, जो दिनभर रहेगा। सच्चे हृदय से ध्यान, पूजन करने वालों की हर इच्छा पूरी होगी।

अकाल मृत्यु से मिलेगी मुक्ति- कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया भैयादूज का पर्व मंगलवार को है। इस दिन दोपहर 3.28 बजे तक द्वितीया तिथि रहेगी। सुबह बहनें यमुना में डुबकी लगाकर यथासंभव दान करें। फिर दोपहर 3.28 बजे के अंदर अगर भाई के माथे पर तिलक लगाकर नारियल से बलाएं उतारेंगी तो उन्हें अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलेगी। इस दिन चित्रगुप्त की पूजा करने से मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है।

Modi Going to Bihar in Gujarat Police Security

narendra modi
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा के पीएम पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी हूंकार रैली में हुए धमाकों के बाद दो नवंबर को फिर बिहार जाएंगे। धमाकों में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों से मुलाकात करने की मंशा से पहुंच रहे मोदी इस बार गुजरात पुलिस के साये में रहेंगे। दो आइजी और पुलिस के सौ से ज्यादा जवान उनके साथ होंगे। मुख्यमंत्री के सुरक्षा बंदोबस्त की निगरानी का जिम्मा एडीडी स्तर के अधिकारी पर होगा।
गुजरात पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि पटना के गांधी मैदान में बम धमाकों के लिए बिहार सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। हमने रैली से पहले बिहार पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने को कहा था लेकिन ना पत्र का जवाब आया, ना ही सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए गए। रुटीन चेकिंग और रैली स्थल की जांच की प्राथमिक औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई। अगर हमारी सलाह मानी जाती तो बम धमाकों को टाला जा सकता है। 

मोदी का रात का खाना प्लेन व दिन का हेलीकॉप्टर में

पटना, जागरण ब्यूरो। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की बिहार में सांत्वना यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार ने हाई अलर्ट घोषित किया है। दरअसल, दो नवंबर की सुबह से देर शाम तक प्रदेश के सात जिलों में चलने वाली इस यात्रा को लेकर आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहता। यात्रा के दौरान मोदी शुक्रवार की रात का खाना हवाई जहाज और शनिवार के दिन का खाना हेलीकॉप्टर में ही खाएंगे। पिछले रविवार को मोदी की पटना के गांधी मैदान में रैली के दौरान हुए ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां ज्यादा चौकन्नी हो गई हैं। मोदी शुक्रवार रात पटना पहुंच जाएंगे।

शनिवार सुबह मोदी की यात्रा कैमूर जिले से शुरू होगी। यात्रा के दौरान वे पटना ब्लास्ट में मारे गए छह लोगों के परिजनों से मिलने जाएंगे और उन्हें सांत्वना देंगे। मोदी की सुरक्षा को लेकर गुरुवार को मुख्य सचिव एके सिन्हा ने डीजीपी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद डीजीपी व गृह सचिव ने यात्रा वाले जिलों के जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षक को भी निर्देश दिया। यात्रा के लिए सभी संबंधित गांवों के पास हेलीपैड बनाए जाएंगे। वे रात साढ़े ग्यारह बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे। अगली सुबह हेलीकाप्टर से सबसे पहले गौरीचक (पटना) जाएंगे।

इधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता व नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह भी बृहस्पतिवार दोपहर बाद परिवार के साथ पूजा-अर्चना के लिए गया पहुंचे हैं।

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Patna Serial Blasts Suspect re Arrested in Kanpur

Patna serial blast

पटना [जागरण टीम]। 27 अक्टूबर को राजधानी पटना में नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकी तबिश नियाज उर्फ अरशद ने लोकल कनेक्शन के बल पर गांधी मैदान व आसपास इलाके की रेकी की थी। इस दौरान वह 8 व 9 अक्टूबर को पटना में सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक इजराइल नफीस [पुलिस की ओर से कोर्ट में सौंपे कागजात के मुताबिक] के आवास में ठहरा था। तबिश, नफीस के लड़के सद्दाम हुसैन का दोस्त है। इसी दौरान वह सांख्यिकी अफसर के घर रुका का था।
वहीं गुरुवार को मुजफ्फरपुर के लॉज से एनआइए टीम की आंखों में धूल झोंककर भाग निकले बोधगया के महाबोधि मंदिर और पटना में हुंकार रैली के दौरान हुए विस्फोटों के आरोपी इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य मेहरे आलम को एनआइए ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन में दबोच लिया। उधर दिल्ली में मेहरे के फरार होने की खबर पर एनआइए ने दावा किया कि मेहरे बोधगया धमाकों का आरोपी नहीं बल्कि गवाह है। उसे नोटिस देकर बुलाया गया था। वहीं ब्लास्ट की जांच का जिम्मा एनआइए ने गुरुवार को विधिवत संभाल लिया। एजेंसी द्वारा जांच लिए जाने संबंधी पत्र भी पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मिलकर इस आशय का अनुरोध किया था।
इधर पटना पुलिस ने सीरियल ब्लास्ट में वांछित चार हार्डकोर आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए राजधानी व आसपास के जिलों में उनकी तस्वीरें चौक-चौराहों व गलियों में टांगने का निर्णय लिया है। ताकि उन्हें जल्द से जल्द दबोचा जा सके। पूछताछ में गिरफ्तार आंतकियों ने बताया है कि गोधरा और बाबरी विध्वंस की सीडी उन्हें दिखाई गई थी जिसके बाद उन्होंने आइएम से जुड़ने का फैसला किया था। जानकारी के अनुसार गुरुवार को एनआइए इंस्पेक्टर बीबी पाठक ने मेहरे के फरार होने के संबंध में मुजफ्फरपुर के नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। मेहरे गांधी मैदान ब्लास्ट के मास्टरमाइंड तहसीन उर्फ मोनू एवं हैदर का खास है। माना जा रहा है कि तहसीन व हैदर की जानकारी उसी के पास थी। वहीं मेहरे के फरार होने की सूचना को काफी गोपनीय रखा गया था। 

सूत्रों के अनुसार गुरुवार की दोपहर 2.40 बजे पटना से आई एक ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-एक पर रुकी और पांच मिनट बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गई। स्टेशन पर पहले से मुस्तैद एनआइए के अधिकारी उस कोच में चढ़े जिसमें मेहरे था। उसने अपना हुलिया भी बदला हुआ था, हालांकि एनआइए के अधिकारियों ने उसे पहचान लिया। यात्रियों के बीच बैठे मेहरे को एनआइए के एक अधिकारी ने अपना परिचय दिया और किसी भी हरकत पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। खुद को घिरा पाकर उसने कोई हरकत नहीं की। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए अधिकारियों ने उसे पूरी तरह कवर करने के बाद दबोच लिया। पनकी स्टेशन के पास चेन पुलिंग कर उसे अधिकारियों ने उतार लिया और दूसरी ट्रेन से दिल्ली ले गए। 

गौरतलब है कि दिल्ली में आरोपी के फरार होने की खबर पर देर शाम एनआइए ने दावा किया कि मेहरे बोधगया धमाकों का गवाह है और उसे पटना धमाकों के पहले ही 23 अक्टूबर को नोटिस भेजकर गया बुलाया गया था। उसे 29 अक्टूबर को बोधगया पहुंचना था, लेकिन पटना में एनआइए टीम की मौजूदगी देखकर वह वहीं मिलने चला आया। इसके बाद एनआइए उसे लेकर मुजफ्फरनगर के मीरपुर गांव में संदिग्ध आतंकी हैदर अली की तलाश में पहुंची। हैदर के नहीं मिलने पर मेहरे टीम के साथ ही रुका था, लेकिन अचानक किसी बहाने लॉज छोड़कर चला गया। 

आधिकारिक जानकारी के अनुसार स्थानीय स्तर पर सहयोग के लिए तीन अधिकारियों की मांग एनआइए ने पुलिस मुख्यालय से की थी। इस बाबत पुलिस मुख्यालय ने दो डीएसपी व एक इंस्पेक्टर की सेवा पटना सीरियल ब्लास्ट जांच के लिए उपलब्ध करा दी है। आला पुलिस अफसरों ने बताया कि ब्लास्ट के संबंध में एनआइए थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। एक पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 10 पर तथा दूसरी गांधी मैदान व उसके इर्द-गिर्द हुए धमाके के संबंध में दर्ज की जाएगी। एनआइए में तैनात आइजी स्तर के एक अधिकारी इन दिनों सीरियल ब्लास्ट के सिलसिले में राजधानी में कैंप कर रहे हैं। एनआइए ने पटना में कैंप आफिस शुरू किए जाने की योजना पर भी काम आरंभ कर दिया है। पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने बताया कि वैसे इस संबंध में एनआइए की ओर से कोई लिखित सूचना नहीं दी गयी है। वहीं पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार ब्लास्ट के सिलसिले में दबोचे गए आतंकियों से हुई पूछताछ की वीडियो रिकार्डिग करायी गई है। एनआइए को वे वीडियो टेप भी उपलब्ध करा दिए जाएंगे।

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Students sell laptops given by Akhilesh


free laptops

अलीगढ़, [आशीष गुप्ता]। उच्च शिक्षा के लिए युवाओं को लैपटॉप से लैस करने में लगे उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सपने ऑनलाइन मार्केट में बिकने पहुंच गए हैं। नि:शुल्क मिले लैपटॉप के खरीददार तलाशने के लिए लखनऊ और वाराणसी के छात्रों ने ऑनलाइन खरीद-फरोख्त करने वाली वेबसाइट पर इसके विज्ञापन अपलोड किए हैं। इन छात्रों ने सरकारी लैपटॉप को 'अखिलेश लैपटॉप' नाम दिया है। इंटरनेट की दुनिया में इसे आसानी से तलाश सकते हैं।

लैपटॉप बिक्री का यह विज्ञापन अपलोड किया गया है, सामान की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त वाली वेबसाइट 'ओएलएक्स डॉट इन' पर। यहां किसी को भी अपना सामान बेचने या खरीदने के लिए मुफ्त में विज्ञापन पोस्ट करने की आजादी है। इसी वेबसाइट पर हजरतगंज (लखनऊ) के छात्र अहमद ने 5999 रुपये में और वाराणसी के वाईपी सोनू और कुछ अन्य ने 'अखिलेश लैपटॉप' बेचने की इच्छा जताई है। इन लैपटॉप खरीदने वाले भी खूब मिल रहे हैं।


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Tension and Resentment Dipped in Muzaffarnagar Dehat

Muzaffarnagar riots

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। चार कत्ल के बाद मुजफ्फरनगर के देहात की फिजा में दहशत और गुस्से का माहौल है। हुसैनपुर के जंगल में मारे गए तीनों युवकों को कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इलाके के लोगों ने प्रशासन के सामने पांच मांगे रखीं और इन्हें न पूरा करने पर बुढ़ाना में बड़ी पंचायत की चेतावनी दी। उधर, फुगाना थाने पर दंपती पर हुए हमले में मारी गई रीना का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया। डीजीपी ने पूरे घटनाक्रम में पुलिस की चूक मानी है।


बुधवार को मोहम्मदपुर रायसिंह निवासी किसान राजेंद्र पर खेत पर हुए हमले के बाद दो पक्षों में हुई फायरिंग में हुसैनपुर कलां के अमरोज, मेहरबान व अजमल मारे गए थे। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया था। डीजीपी समेत कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। गुरुवार सुबह तीनों युवकों के शव हुसैनपुर कलां के मदरसे में पहुंचते ही भारी भीड़ जमा हो गई।। डीएम, एसएसपी समेत प्रशासनिक अमला मौके पर था, लेकिन ग्रामीणों ने कार्रवाई होने तक शवों को सुपुर्द-ए-खाक करने से इन्कार कर दिया।
आनन-फानन में बुढ़ाना कोतवाली में एक मृतक के परिजन मौहम्मद कैश की तहरीर पर पंद्रह नामजद और दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि खेत में काम करने गए तीन युवकों को इन लोगों ने मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों ने मुआवजे,एसओ के निलंबन और नौकरी समेत पांच मांगें रखीं। अधिकारियों ने छह दिन में मांग पूरी करने का आश्वासन देकर शवों को सुपुर्द-ए-खाक कराया। पुलिस ने नामजद आठ लोगों को जेल भेज दिया है। डीजीपी अभी भी जिले में हैं।
उधर, थाना फुगाना के गांव लिसाढ़ के राजेंद्र की पत्नी रीना का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार देर शाम शामली से गांव लौट रहे दंपती पर हुए हमले में रीना की मौत हो गई थी। इस मामले में पांच नामजद और दस अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। ग्रामीणों ने 72 घंटे के भीतर गिरफ्तारी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। 

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Narendra Modi was Number one in IM Target List


Narendra Modi

जागरण ब्यूरो, रांची। पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर को सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार आतंकी इम्तियाज ने खुलासा किया कि इंडियन मुजाहिदीन की हिटलिस्ट में सबसे ऊपर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं। मोदी को संगठन की ताकत का अहसास कराने के लिए ही उनकी रैली में विस्फोट किया गया था। इसकी रूपरेखा रांची के हिंदपीढ़ी में तैयार की गई थी।

विस्फोटों की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इम्तियाज के अनुसार उसने और उसके साथियों ने यह वारदात पैसों के लिए नहीं की है। उसे संगठन के लोगों ने बताया था कि गुजरात में हुए गोधरा व उप्र के मुजफ्फरनगर दंगे के बाद यह जरूरी है कि मोदी को भी आइएम की शक्ति का एहसास कराया जाए। उसने चेतावनी भरे लहजे में बताया कि मेरे पकड़े जाने के बाद भी आइएम का मिशन समाप्त नहीं होगा। पटना ब्लास्ट के लिए उसे व उसके पांच साथियों को मात्र 10 हजार रुपये दिए गए थे। उसने बताया कि ब्लास्ट के लिए बम तहसीन व हैदर ने दिए थे, ज्यादा जानकारी उनके पास ही है।

ऐसे बना आतंकी

इम्तियाज ने जांच एजेंसियों को बताया कि वह धार्मिक कार्यक्रमों में तकरीर करता था। करीब सात माह पूर्व रांची के हिंदपीढ़ी में तकरीर के दौरान वह मोनू उर्फ मेनन से काफी प्रभावित हुआ। मोनू ने इम्तियाज को हैदर से मिलाया और तीनों धार्मिक तकरीर में साथ शामिल होने लगे। मोनू व हैदर ने उसे गुजरात व उप्र के मुजफ्फरनगर दंगों की वीडियो क्लिप दिखाई और धर्म के नाम पर बहलाकर आतंकी संगठन में शामिल कर लिया। मोनू ने ही पटना में मोदी की रैली के बारे में बताया और 25 अक्टूबर को हैदर समेत अन्य साथियों को बुलाया। इम्तियाज ने बताया कि विस्फोट के बाद बिहार से निकलने की भी पूरी तैयारी थी। इस दौरान सभी साथियों को मोबाइल फोन घर पर छोड़ जाने की हिदायत भी दी गई थी।

जांच टीम के अनुसार इम्तियाज के धुर्वा के सिठियो स्थित घर से बरामद कुकर बम इतना शक्तिशाली था कि हटिया जैसे रेलवे स्टेशन को तबाह कर सकता था।

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Attack on Modi through Nitish Kumar's fake facebook Account


Nitish Kumar

एसए शाद, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर जाली फेसबुक एकाउंट के जरिए नरेंद्र मोदी से दो-दो हाथ जारी है। जदयू के वरिष्ठ नेता संजय झा ने इसे गंभीर अपराध करार देते हुए कहा कि यह किसी की जानबूझ कर की गई शरारत है।
मुजफ्फरनगर में इसी प्रकार से सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर लोगों को भड़काया गया। हम इसकी शिकायत साइबर क्त्राइम सेल में दर्ज कराएंगे। इस नकली एकाउंट पर नीतीश कुमार के पोस्ट पिछले कुछ दिनों से नियमित रूप से सामने आने लगे हैं। हुंकार रैली के बाद तो इसमें और अधिक तेजी देखी जा रही है। हुंकार रैली में नरेंद्र मोदी के भाषण का उनका राजगीर में दिया गया बिन्दुवार जवाब दो ही दिनों में काफी 'लाइक' बटोर चुका है।
नरेंद्र मोदी के इतिहास ज्ञान पर प्रश्न उठाते हुए यह पोस्ट 'मोदी को इतिहास के एक गुरू की क्यों जरूरत?' शीर्षक से आया है। रैली में भीड़ के बड़े-बड़े दावों के जवाब में गांधी मैदान में भीड़ की तीन तस्वीरें सोशल मीडिया से कनेक्ट लोगों को खुद फैसला लेने के लिए डाली गई हैं। ये तस्वीरें उनकी अधिकार रैली, लालू प्रसाद की परिवर्तन रैली और नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली की हैं। 

हुंकार रैली में हुए बम धमाकों एवं आइबी के अलर्ट को लेकर उठे विवाद पर भी इस नकली फेसबुक एकाउंट पर गुजरात सरकार एवं भाजपा को जवाब दिया गया है। टाइम्स आफ इंडिया की एक कटिंग लगाते हुए कहा गया है मई में ही आइबी ने गुजरात सरकार को सतर्क किया था उनकी रैली में एक 'सैफरान आउफिट' गड़बड़ी मचा सकती है। इस इनपुट को गुजरात सरकार ने बिहार सरकार से छुपा लिया। वैसे, पेपर कटिंग अनेक हैं। गांधी मैदान में दशहरा में रावण वध कार्यक्त्रम के उद्घाटन की भी एक तस्वीर है जिसमें अन्य लोगों के साथ भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी नजर आ रहीं हैं। 

दिलचस्प यह है कि इस नकली एकाउंट को कई नेता भी असली समझ रहे हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के पीआरओ तो लगातार अपने कमेंट दर्ज कर रहे हैं। संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी के संबंध में ऐसी भाषा का इस्तेमाल ही नहीं कर सकते, जैसी इस नकली एकाउंट में की जा रही है। उनके असली फेसबुक एकांउट को 'लो प्रोफाइल' रखा गया है। इसे अब तक 25 हजार से कुछ अधिक लाइक मिले हैं, जबकि नकली एकाउंट को 70 हजार के करीब लाइक है। 

वहीं, देखा जाए तो नरेंद्र मोदी के फेसबुक को करीब 16 लाख का लाइक हासिल है। हाल के एक सर्वे के अनुसार, नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता फेसबुक पर 17 प्रतिशत घटी है। फिर भी नेताओं में वे नंबर वन हैं। प्रधानमंत्री डा.मनमोहन दूसरे स्थान पर हैं।

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Modi to lay foundation stone of Sardar Patel statue today


Sardar Patel

अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आजाद भारत के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा का भरूच में शिलान्यास किया। इस मौके पर उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी साथ थे। अपने भाषण में मोदी ने कहा कि पटेल किसी पार्टी के नहीं थे बल्कि देश की धरोहर थे। उन्होंने सरदार सरोवर बांध का काम पूरा न होने के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इस बांध का काफी हद तक काम पूरा हो चुका है लेकिन इस बांध पर गेट न लगने से इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है। इस मौके पर आडवाणी ने कहा कि यदि पटेल न होते तो देश टुकड़े-टुकड़े हो जाता। 

इस मौके पर नरेंद्र मोदी ने पीएम मनमोहन सिंह की उनके उस बयान के लिए प्रशंसा की जिसमें उन्होंने सरदार पटेल को सेक्यूलर बताया था। मोदी ने कहा कि आज देश को वोट बैंक की राजनीति से निजात दिलाने की जरूरत है। उन्होंने भारत की सांझी विरासत को संजोने और इसको नष्ट न होने देने के लिए आहवान किया। मोदी ने मंच से केंद्र पर निशाना साधा कि इस बार पहली बार ऐसा हुआ है कि केंद्र सरकार में आज के दिन सरदार पटेल को याद किया गया है। पटेल के इस स्मारक में एक डिजिटल व‌र्ल्ड होगा जिसमें सात लाख गांव का ब्यौरा दर्ज होगा। 

उन्होंने आने वाली पीढी को इतिहास को जानने और समझने का भी आहवान किया। मोदी ने कहा कि इतिहास से विमुख होकर हमने अपने समाज को टूटने नहीं देना है। मोदी ने कहा कि जब उन्होंने महात्मा गांधी का मंदिर बनाया तो किसी ने आकर उनसे सवाल नहीं किया, लेकिन अब जब सरदार पटेल की मूर्ति की बात हुई तो कहा जा रहा है कि मोदी भाजपा से हैं और सरदार पटेल कांग्रेसी थे। उन्होंने कहा कि यह मूर्ति देश की एकता का प्रतीक है, क्योंकि यह मूर्ति देश के घरों से मिले लोहे से तैयार होगी। 

सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा को मोदी की महत्वाकांक्षी योजना माना जा रहा है। इसका नाम स्टेच्यू ऑफ यूनिटी रखा गया है। लोहे की इस विशाल प्रतिमा के लिए ठेका बुर्ज खलीफा बनाने वाली कंपनी को दिया गया है। इस मूर्ति के लिए पहले ही गुजरात सरकार सौ करोड़ रुपये पास कर चुकी है। 182 मीटर ऊंची यह मूर्ति बनने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति होगी। यह स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुना बड़ी होगी। आज सरदार पटेल का जन्मदिन भी है।
182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के करीब साधु बेत पर बननी है। निर्माण के बाद दुनिया की यह सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। मोदी ने इस प्रतिमा के लिए किसानों से लोहा दान करने की अपील की है। गुरुवार को ही मोदी अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। यह अमेरिका की मशहूर स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुना ऊंची होगी।

मूर्ति का निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में ही 2000 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है। चीन की 153 मीटर ऊंची स्प्रिंग टेंपल बुद्धा मूर्ति इसकी नजदीकी प्रतिद्वंद्वी होगी। इस बीच स्टैचू ऑफ यूनिटी की नींव रखे जाने से पहले मोदी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, इस साल सरदार पटेल की जयंती ज्यादा खास होगी क्योंकि हम स्टैचू ऑफ यूनिटी की नींव रखने जा रहे हैं। भारत के लौह पुरुष के सम्मान में बनाई गई यह मूर्ति 182 मीटर की होगी और दुनिया की सबसे ऊंची मूर्तियों में होगी।

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Wednesday 30 October 2013

कभी पटाखे नहीं फोडे़




नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दीपावली पर पटाखे न छोड़ने की अपील करते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि पटाखे बनाने में बच्चों से गैर कानूनी तरीके से बंधुआ मजदूरी कराई जाती है। उन बच्चों की हालात को देखते हुए पटाखे जलाने से दूर रहना चाहिए। यही कारण है कि उन्होंने खुद कभी दीपावली मनाने में पटाखे नहीं छोड़े।

बंधुआ मजदूरी को कलंक करार देते हुए जयराम ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक देश में लगभग एक करोड़ श्रमिक बंधुआ मजदूरी करने को बाध्य हैं। इनमें खतरनाक किस्म के उद्योग भी शामिल हैं। गैर सरकारी संगठन 'बंधुआ-1947' के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने हाथ मिलाया है।

बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराने के बाद उनके पुनर्वास व पुनस्र्थापन की जिम्मेदारी आजीविका सहयोग करेगी। इसके पहले चरण में देश के 10 जिलों को चुना गया है।

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गांधी परिवार से पीएम प्रत्याशी


नई दिल्ली, प्रेट्र। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी को पीएम प्रत्याशी बनाने की चर्चाओं को कांग्रेस ने ही हवा दे दी है। उसका कहना है कि 1989 से देश गांधी-नेहरू परिवार से किसी के प्रधानमंत्री बनने का इंतजार कर रहा है। 

पार्टी के प्रवक्ता राज बब्बर ने यहां पत्रकारों से कहा कि सवाल यह नहीं है कि राहुल को पीएम प्रत्याशी बनाया गया है या नहीं। देश इसकी मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि पूरा देश यह उम्मीद कर रहा है कि गांधी-नेहरू परिवार से कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री बने। 

दरअसल मोदी और राहुल की कार्यशैली की तुलना किए जाने पर पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि क्या कांग्रेस ने राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है। इससे पहले बब्बर ने राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि देश में दो तरह की विचारधारा है। एक धर्मनिरपेक्षता और दूसरी सांप्रदायिकता। गुजरात के मुख्यमंत्री जहां दूसरी विचारधारा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वहीं हमारे उपाध्यक्ष की चिंता देश के गरीबों को लेकर है।

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Now Siddharth University for Weeker

Siddharthnagar

लखनऊ। सिद्धार्थनगर के कपिलवस्तु में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय का निर्माण दो वर्ष के अंदर पूरा करने का प्रयास होगा, जिससे यहा गरीब तबके के लोग शिक्षा ग्रहण कर सकें। यह अमीरों के लिए नहीं गरीबों के लिए होगा। अमीरों के लिए तो पिछली सरकारों ने दिल्ली, नोयडा आदि जगहों पर उच्च शिक्षा का विकास किया। समाजवादी सरकार की सोच जमीन से जुड़ी हुई है। हम जनता का पैसा उन्हें ही लौटाते हैं। पिछली सरकार ने तो एक हजार एकड़ जमीन पर स्मारक, मूर्तिया एवं पार्क बनाकर धन की बर्बादी की। लूट के ऐसे तरीके बनाए जिसे समाजवादी सोच भी नहीं सकते। उन्होंने पिछले डेढ़ वर्षो में सपा सरकार की उपलब्धिया गिनाई।

Source- News in Hindi