Wednesday 30 October 2013

Tabish Behind the Creation of Blue Print of Blast



पटना, जागरण संवाददाता। पटना पुलिस ने राजधानी में हुए सीरियल ब्लास्ट के मामले में एक और आतंकी तबिश नियाज उर्फ अरशद अंसारी को मोतिहारी से गिरफ्तार किया है। उसे बुधवार की शाम न्यायिक दंडाधिकारी प्रवाल दत्ता की अदालत में पेश किया गया। जहां से 12 नवंबर तक बेउर जेल भेज दिया गया। अरशद ही ने गांधी मैदान का नक्शा तैयार कर बम प्लांट का ब्लू प्रिंट तैयार किया था। सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि अरशद आतंकी हैदर का साथी है और कई आतंकी वारदातों में शामिल रहा है। रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। अरशद का नाम भी प्राथमिकी में दर्ज किया जाएगा। सभी आतंकी एक-दूसरे से परिचित हैं।
इम्तियाज की निशानदेही पर गिरफ्तार:-

पटना जंक्शन पर विस्फोट के बाद हाथ लगे आतंकी इम्तियाज ने पूछताछ में अरशद के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद पटना पुलिस की एक टीम ने एएसपी टाउन मनोज तिवारी के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए मोतिहारी के चकिया प्रखंड स्थित अलौला गांव से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कुछ बरामद नहीं हुआ है।
तीन दिन की थी रेकी :-

एसएसपी ने बताया कि अरशद अपने छह साथियों के साथ 6 से 9 अक्टूबर तक पटना में था। उसने गांधी मैदान के आसपास रेकी की। नक्शा तैयार करने के साथ कहां-कहां बम प्लांट करना है का ब्लू प्रिंट तैयार किया। अरशद के मुताबिक इम्तियाज ही मास्टर माइंड है। 

प्लांट किए गए बीस बम :- 

अरशद से हुई पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि बीस बम प्लांट किए जाने थे। इस काम में आठ लोग शामिल थे। जिनमें इम्तियाज, नुमान, तारिक, तौफीक, मोनू और असलम के अलावा हैदर शामिल थे। अरशद के बयान के बाद असलम एक नया नाम सामने आया है। 

पीआइआर व मंच के पास भी लगाने थे बम :-

पूछताछ में अरशद ने बताया है कि एक दिन पहले रांची में बैठे इम्तियाज और हैदर को उसने अपने मोबाइल (9708931143) से इम्तियाज के मोबाइल (8294989548) पर बम लगाने के प्रमुख स्थानों के बारे में जानकारी भी दी थी। सभी प्रमुख गेट ट्विन टावर ग, उद्योग भवन, रामगुलाम, एसपी आफिस, पुरानी गांधी मूर्ति व नई प्रतिमा के आसपास, एसकेएम हॉल के सामने, जेपी गोलंबर, पीआइआर, मैदान में दोनों गांधी प्रतिमा के पास, भीड़ के बीच और मंच के नजदीक बम प्लांट करने थे।

आपरेशन के बाद मोतिहारी था ठिकाना:-

योजना के मुताबिक सभी आतंकियों को सीरियल ब्लास्ट के बाद सीधे मोतिहारी में अरशद के यहां मिलना था।
अप्रैल से बन रही थी योजना :-

अरशद अप्रैल में भी पटना आया था। नरेन्द्र मोदी की रैली में भारी भीड़ जुटने की संभावना के बाद ही आतंकी प्लानिंग में जुट गए थे। 

पिता हैं रांची कैंट में दर्जी, खुद शिक्षक :- 

मनोविज्ञान से आनर्स अरशद के पिता रांची कैंट एरिया में कांट्रेक्ट पर दर्जी का काम करते हैं। खुद रांची के जगन्नाथपुर मिडिल स्कूल में टीचर था और कोलकाता के एनजीओ सिन्नी में काम कर चुका है।
सभी हैं युवा, हैदर के साथ की है पढ़ाई :-

सीरियल ब्लास्ट में शामिल अभी तक पकड़े गए सभी आतंकी युवा हैं। 23 से 26 साल के बीच के। शिक्षित भी हैं। अरशद ने हाल ही में बीएड का फार्म भरा है। अरशद और हैदर ने रांची के डोरंडा कॉलेज में साथ-साथ पढ़ाई की थी।

Source- News in Hindi

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