गाजियाबाद, (आशुतोष गुप्ता)। आरुषि-हेमराज हत्याकांड में दोषी डा. राजेश तलवार व डा. नूपुर तलवार को सीबीआइ कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के बाद से गहरे सदमें में है। फैसला सुनते ही दोनों की आंखें भर आई थी। कोर्ट से जेल तक पुलिस की गाड़ी में डा. नूपुर रोती हुई गई। डा. राजेश गाड़ी में उन्हें ढांढस बंधाते रहे लेकिन वह पूरे रास्ता रोती रहीं। जेल में जाकर भी उन्होंने किसी से बातचीत नहीं की। जेल में उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया और बैरकों में भेज दिया गया। यहां उन्हें थाली, मग, दरी, तीन कंबल उपलब्ध कराये गए। वहीं रात के खाने में मसूर की दाल, चावल, मूली की भूजी और आठ रोटी दी गई लेकिन दोनों ने खाना नहीं खाया। दोनों जेल में खासे तनाव में थे। इसकी वजह से देर रात तक वह अपनी बैरकों में टहलते रहे। रात में जेल प्रशासन उन्हें भोजन खिलाने के प्रयास कर रहा था लेकिन उन्होंने यह कहकर भोजन रख लिया था कि जब उन्हें भूख लगेगी तो वह खा लेंगे।
कड़ी सुरक्षा में रखा गया है तलवार दंपती को
डासना जेल में तलवार दंपती को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। डा. नूपुर को विशेष हाई सिक्योरिटी महिला बैरक में रखा गया है। उनकी सुरक्षा का प्रभारी जेलर ओपी कटियार को बनाया गया है। जबकि डा. राजेश को गोपनीय सुरक्षा में रखा गया है। उनकी सुरक्षा का प्रभार दो डिप्टी जेलरों को दिया गया है। जेल में उनसे सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा कोई नहीं मिल सकेगा।
जेल जाते ही पीने के पानी की मांग
डा. राजेश तलवार व नूपुर तलवार ने जेल में घुसने के साथ ही जेल प्रशासन से पीने के लिए पानी की मांग की। जेल प्रशासन ने उन्हें पानी उपलब्ध कराया और इसके बाद उन्हें जेल अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा गया।
मीडिया से बचते रहे तलवार दंपती सोमवार को फैसले से पहले और फैसले के बाद तलवार दंपती मीडिया से बचते नजर आए। मेला प्लाजा होटल में भी मीडिया की नो इंट्री रही। होटल से अदालत जाने के लिए तलवार दंपती ने कई बार लुकाछिपी का खेल खेला। तलवार दंपती के अनुरोध पर पुलिस ने कई बार उन्हें होटल से निकालने के लिए आगे व पीछे के गेट की रणनीति बदली। अंतत: पुलिस आगे के गेट से ही आननफानन में गाड़ी में बैठाकर कोर्ट रवाना हो गई। टाइम लाइन सुबह 11:02 बजे वह सीधा मेला प्लाजा होटल पहुंचे और वहां बने हॉल में बैठे। इस दौरान डा. नूपुर तलवार की मां, पिता, भाई समेत नौ रिश्तेदार व मित्र साथ थे। यहां वह फ्रेश हुए और कॉफी पिए। दोपहर 1:58 बजे वह कोर्ट के लिए रवाना हुए और 2:13 बजे कोर्ट पहुंचे। यहां फैसला आने के बाद पुलिस उन्हें 3:37 बजे कोर्ट से लेकर निकली और 4:04 बजे उन्होंने जेल के भीतर प्रवेश किया।
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