Thursday 26 December 2013

Places to Visit in Agra and Tourist Destinations



नई दिल्ली। यमुना नदी के तट पर स्थित आगरा शहर को ताज नगरी भी कहा जाता है। दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल आगरा की पहचान है। आगरा उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। आगरा एक ऐतिहासिक नगर है। आगरा का इतिहास मुख्य रूप से मुगल काल से जाना जाता है। आगरा शहर को सिकंदर लोदी ने सन् 1506 ई. में बसाया था। आगरा मुगल साम्राजय की चहेती जगह थी। आगरा 1526 से 1658 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। आज भी आगरा मुगलकालीन इमारतों जैसे ताज महल, लाल किला, फतेहपुर सीकरी आदि की वजह से एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। 

ताजमहल
ताजमहल शाहजहां की प्रिय बेगम मुमताज महल का मकबरा है। ताजमहल विश्व के सात अजूबे में से एक है। मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। इस स्मारक को बनाने में पूरे बाइस साल (1630-1652) लगे। सफेद संगमरमर से बना यह मकबरा वर्गाकार नींव पर आधारित है। यह खूबसूरत महल प्यार का प्रतीक माना जाता है। हर शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है।

फतेहपुर सीकरी
ताजमहल से लगभग 36 कि.मी दूर स्थित है फतेहपुर सीकरी। मुगल सम्राट अकबर ने फतेहपुर सीकरी बसाई थी। फतेहपुर सीकरी में अकबर ने सबसे ऊंची इमारत बुलंद दरवाजा बनवाया था जिसकी ऊंचाई भूमि से 280 फुट है। 52 सीढि़यों पर चढ़ने के बाद दरवाजे के अंदर पहुंचा जा सकता है। यह लाल और बलुआ पत्थर से बना है। सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की समाधि यहां है। यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में शामिल फतेहपुर सीकरी मुगल संस्कृति और सभ्यता के प्रतीक है। 

आगरा किला
आगरा का एक अन्य विश्व धरोहर स्थल है आगरा का किला। आगरा का किला अकबर द्वारा 1565 में बनवाया गया था। बाद में उनके पौत्र शाहजहां ने इस किले का पुनरोद्धार लाल बलुआ पत्थर से करवाया। इस किले की मुख्य इमारतों में मोती मस्जिद, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, जहांगीर महल, खास महल, शीश महल एवं मुसम्मन बुर्ज आते हैं। जिसके प्राचीन वास्तुशिल्प को देखने हजारों पर्यटक देश-विदेश से आते हैं।

जामा मस्जिद
आगरा का जामा मस्जिद शाहजंहा की बेटी जहांआरा बेगम को समर्पित है। इस विशाल मस्जिद का निर्माण 1648 में हुआ था। लाल बलुआ पत्थर और छोटे सफेद संगमरमर से बना जामा मस्जिद बहुत सुंदर है। जामा मस्जिद से सूफी शेख सलीम चिश्ती की मजार पर नजर पड़ती है जो कलाकारी का अद्भुत नमूना है। जामा मस्जिद की नक्काशी बेहद खूबसूरत है। बुलंद दरवाजे से होते हुए जामा मस्जिद तक पहुंचा जा सकता है।

No comments:

Post a Comment